Tags: Science and Technology International News
Axiom Space भारत के ISRO, पोलैंड और हंगरी के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिसे ESA का समर्थन प्राप्त है, ताकि Ax-4 पर तीन राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री भेजे जा सकें।
खबर का अवलोकन
चालक दल में कमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन पायलट शुभांशु शुक्ला (भारत), मिशन विशेषज्ञ स्लावोज़ उज़्नान्स्की (ESA/पोलैंड) और मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू (हंगरी) शामिल हैं।
चालक दल को बहुपक्षीय क्रू ऑपरेशन पैनल (MCOP) से मंजूरी मिलनी बाकी है, जिसमें NASA, ESA, रोस्कोस्मोस, JAXA और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी शामिल हैं।
मिशन के लक्ष्य:
Ax-4 का उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान, प्रौद्योगिकी प्रदर्शन और अंतरिक्ष व्यावसायीकरण को आगे बढ़ाना है।
मिशन वैश्विक भागीदारों के साथ ज्ञान, संसाधन और अवसरों को साझा करके अंतर्राष्ट्रीय सहयोग पर जोर देता है।
मिशन का महत्व:
एक्स-4, एक्सिओम स्पेस का दूसरा मिशन होगा जिसमें ईएसए अंतरिक्ष यात्री शामिल होगा और 40 से अधिक वर्षों में पहली बार अंतरिक्ष में पोलिश अंतरिक्ष यात्री दिखाई देगा।
यह मिशन विभिन्न राष्ट्रीयताओं को शामिल करने की एक्सिओम स्पेस की परंपरा को जारी रखता है, पिछले मिशनों में पहली सऊदी महिला अंतरिक्ष यात्री, पहली तुर्की अंतरिक्ष यात्री और वाणिज्यिक उड़ान पर पहली ईएसए अंतरिक्ष यात्री शामिल थीं।
लॉन्च विवरण:
यह मिशन फ्लोरिडा से स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट और ड्रैगन अंतरिक्ष यान पर लॉन्च होगा।
चालक दल के अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 दिन तक रहने की उम्मीद है।
समझौते:
एक्सिओम स्पेस ने जुलाई 2022 में हंगरी के साथ एक समझौता ज्ञापन और सितंबर 2023 में हंगरी के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए एक अंतरिक्ष उड़ान रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए।
जुलाई 2024 में, एक्सिओम स्पेस ने इसरो के साथ एक अंतरिक्ष उड़ान रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो आईएसएस पर एक संयुक्त इसरो-नासा मिशन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Tags: committee
आसियान-भारत वस्तु व्यापार समझौते (AITIGA) संयुक्त समिति की पांचवीं बैठक 29 जुलाई से 1 अगस्त तक इंडोनेशिया के जकार्ता में आसियान सचिवालय में हुई।
खबर का अवलोकन
बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के वाणिज्य विभाग के अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल और मलेशिया के निवेश, व्यापार और उद्योग मंत्रालय के उप महासचिव (वाणिज्य) मस्तूरा अहमद मुस्तफा ने की।
बैठक में सभी दस आसियान देशों और भारत के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बातचीत की प्रगति
AITIGA की समीक्षा के लिए चर्चा मई 2023 में शुरू हुई।
प्रक्रिया के नियमों और बातचीत की संरचना को अंतिम रूप देने के बाद, फरवरी 2024 में बातचीत शुरू हुई।
बातचीत के पहले दो दौर नई दिल्ली (फरवरी 2024) और पुत्रजया, मलेशिया (मई 2024) में आयोजित किए गए।
उपसमिति का फोकस
इंडोनेशिया के जकार्ता में आयोजित वार्ता के तीसरे दौर के दौरान, सभी आठ उपसमितियों ने निम्नलिखित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया: "राष्ट्रीय संधि और बाजार पहुंच," "मूल के नियम," "मानक, तकनीकी विनियम और अनुरूपता मूल्यांकन प्रक्रियाएं," "स्वच्छता और पादप स्वच्छता मामले," "कानूनी और संस्थागत मुद्दे," "सीमा शुल्क प्रक्रियाएं और व्यापार सुविधा," "व्यापार उपाय," और "आर्थिक और तकनीकी सहयोग।"
परिणाम और चर्चाएँ
सभी उपसमितियों ने 5वीं AITIGA संयुक्त बैठक में अपनी चर्चाओं के परिणाम प्रस्तुत किए और भविष्य के कार्यों के लिए आगे मार्गदर्शन प्राप्त किया।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल और मलेशिया, सिंगापुर, इंडोनेशिया और वियतनाम के समकक्षों के बीच द्विपक्षीय बैठकें हुईं।
भारत-आसियान आर्थिक सहयोग को बढ़ाने के लिए आसियान महासचिव डॉ. काओ किम होर्न और आसियान उप महासचिव सतविंदर सिंह के साथ अलग-अलग चर्चाएँ हुईं।
भावी बैठकें
अगली AITIGA संयुक्त समिति की बैठक 19 से 22 नवंबर तक भारत में आयोजित की जाएगी।
Tags: Summits
भारत 6-8 अगस्त को नई दिल्ली में पहला बिम्सटेक व्यापार शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है।
खबर का अवलोकन
इस आयोजन का उद्देश्य बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाना है।
विदेश मंत्रालय, भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के सहयोग से तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन का आयोजन कर रहा है।
प्रमुख हस्तियाँ और उद्घाटन
उद्घाटन: विदेश मंत्री एस. जयशंकर शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
मुख्य वक्ता: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और अन्य प्रमुख नेता मुख्य भाषण देंगे।
प्रतिभागी:
शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक सदस्य देशों के मंत्रियों, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारियों, नीति निर्माताओं, उद्यमियों और उद्योग संघों सहित 300 से अधिक प्रमुख हितधारकों के शामिल होने की उम्मीद है।
उद्देश्य:
लक्ष्य: शिखर सम्मेलन का उद्देश्य बिम्सटेक देशों के बीच मजबूत व्यापार और निवेश संबंधों के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ाना है।
फोकस क्षेत्र: चर्चा में व्यापार सुविधा, क्षेत्रीय संपर्क, ऊर्जा सुरक्षा, समावेशी विकास और सतत विकास शामिल होंगे।
बिम्सटेक अवलोकन:
सदस्य देश: बिम्सटेक पांच दक्षिण एशियाई देशों (बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, भारत और श्रीलंका) को दो दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों (म्यांमार और थाईलैंड) से जोड़ता है।
हाल के घटनाक्रम: यह शिखर सम्मेलन जुलाई में म्यांमार के नेपीताव में आयोजित बिम्सटेक सुरक्षा प्रमुखों की चौथी वार्षिक बैठक के बाद हो रहा है, जहाँ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया था।
Tags: Books and Authors
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के कार्यकारी निदेशक प्रो. के. वी. सुब्रमण्यन की पुस्तक 'इंडिया@100: एनविज़निंग टुमॉरोज़ इकनोमिक पावरहाउस' का विमोचन किया।
खबर का अवलोकन
यह कार्यक्रम नई दिल्ली में एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ़ इंडिया (एसोचैम) में आयोजित किया गया था।
आर्थिक भविष्यवाणियाँ
भविष्य की अर्थव्यवस्था: पुस्तक में पूर्वानुमान लगाया गया है कि भारत 2047 तक 55 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है।
विकास कारक: यह आत्मनिर्भरता, एक मजबूत मुद्रा, ठोस बुनियादी ढांचे और 8% वार्षिक विकास दर (AGR) के माध्यम से इसे प्राप्त करने पर जोर देता है।
विकास के लिए विजन
सामूहिक प्रयास: पीयूष गोयल ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत अपने 1.4 बिलियन नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से 'विकसित भारत' लक्ष्य तक पहुँच सकता है।
क्षेत्रीय प्रगति: इस दृष्टिकोण में 2047 तक बुनियादी ढांचे, रोजगार सृजन, पर्यटन, विनिर्माण, शिपिंग और प्रौद्योगिकी में विकसित राष्ट्र बनना शामिल है।
Tags: Important Days
हिरोशिमा दिवस हर साल 6 अगस्त को मनाया जाता है।
खबर का अवलोकन
इस साल द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए जाने की 79वीं वर्षगांठ है।
हिरोशिमा शहर अब शांति, लचीलापन और स्थायी मानवीय भावना का प्रतिनिधित्व करता है।
ऐतिहासिक महत्व
हिरोशिमा दिवस 6 अगस्त, 1945 को जापान के हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराए जाने की वर्षगांठ को चिह्नित करता है।
यह बमबारी द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम चरण के दौरान युद्ध के अंत को तेज करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किए गए प्रयास के रूप में की गई थी।
"लिटिल बॉय" नामक परमाणु बम सुबह 8:15 बजे गिराया गया था।
विस्फोट में 15,000 टन टीएनटी के बराबर बल था।
विस्फोट ने व्यापक विनाश किया, इमारतों को नष्ट कर दिया और पूरे शहर में आग लगा दी।
हताहतों की संख्या और तत्काल परिणाम
लगभग 70,000 से 80,000 लोग तुरन्त मारे गए।
1945 के अंत तक, चोटों और विकिरण बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या लगभग 140,000 हो गई।
बमबारी के प्रभाव से जान-माल का भारी नुकसान हुआ।
जीवित बचे लोगों पर दीर्घकालिक प्रभाव
जीवित बचे लोगों को हिबाकुशा के रूप में जाना जाता है, उन्हें कैंसर और अन्य विकिरण-प्रेरित बीमारियों सहित गंभीर दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभावों का सामना करना पड़ा।
कई जीवित बचे लोगों ने अपने परिवार, घर और आजीविका खो दी।
हिबाकुशा द्वारा झेले गए मनोवैज्ञानिक और शारीरिक आघात परमाणु युद्ध के स्थायी प्रभाव को उजागर करते हैं।
हिरोशिमा दिवस का पालन
स्मारक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, विशेष रूप से हिरोशिमा शांति स्मारक पार्क में, जहाँ शांति घंटी बजाई जाती है।
लोग प्रार्थना करने, मौन के क्षण रखने और शांति मार्च में भाग लेने के लिए इकट्ठा होते हैं।
परमाणु निरस्त्रीकरण और वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शैक्षिक कार्यक्रम और कार्यक्रम दुनिया भर में आयोजित किए जाते हैं।
शांति और निरस्त्रीकरण के लिए कार्रवाई का आह्वान
हिरोशिमा दिवस परमाणु युद्ध के भयावह परिणामों की याद दिलाता है।
यह दिन परमाणु हथियारों से मुक्त दुनिया की दिशा में काम करने के महत्व पर जोर देता है।
परमाणु हथियारों के अप्रसार पर संधि (एनपीटी) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन और संधियाँ परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने और निरस्त्रीकरण को बढ़ावा देने का प्रयास करती हैं।
यह दिवस एक और परमाणु आपदा को रोकने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करता है।
Tags: Important Days
राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस पूरे भारत में हर साल 4 अगस्त को मनाया जाता है, ताकि सभी उम्र के लोगों के लिए मजबूत हड्डियों और जोड़ों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
खबर का अवलोकन
इस दिवस का उद्देश्य मस्कुलोस्केलेटल विकारों और स्थितियों की रोकथाम और शुरुआती पहचान को बढ़ावा देना है।
यह हड्डी और जोड़ की स्थितियों की लागत-प्रभावी रोकथाम और उपचार को बढ़ावा देने पर भी केंद्रित है।
इतिहास:
पहला राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस 4 अगस्त 2012 को मनाया गया था।
इस उत्सव का नेतृत्व भारतीय आर्थोपेडिक एसोसिएशन (IOA), नई दिल्ली द्वारा किया जाता है।
भारतीय आर्थोपेडिक एसोसिएशन (IOA):
1955 में स्थापित।
10,000 से अधिक सक्रिय आजीवन सदस्यों के साथ सबसे बड़े पेशेवर संगठनों में से एक।
पृष्ठभूमि:
IOA 2012 से पूरे भारत में राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस मना रहा है।
IOA के संस्थापक दिवस, 4 अगस्त को "अस्थि एवं जोड़ दिवस" के रूप में नामित किया गया है।
4 अगस्त तक चलने वाले सप्ताह को "हड्डी एवं जोड़ सप्ताह" कहा जाता है।
⇐ Go Back to change the mobile no.
Didn't receive OTP? Resend OTP -OR- Voice call Call Again/Resend OTP in 30 Seconds