By admin: July 8, 2023

Tags: Summits

वर्ड हिंदू फाउंडेशन के अनुसार तृतीय ‘वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस’ (डब्ल्यूएचसी) 2023 का आयोजन नवंबर में बैंकॉक में किया जाएगा।
खबर का अवलोकन:
- तीन दिवसीय विश्व हिंदू सम्मेलन का आयोजन ‘विश्व हिंदू फाउंडेशन’ द्वारा 24 नवंबर से बैंकॉक के कन्वेंशन सेंटर में किया जाएगा।
वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजक:
- वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन वर्ड हिंदू फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। इसके ट्रस्टी स्वामी विज्ञानानंद हैं। स्वामी विज्ञानानंद, विश्व हिंदू फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी के साथ ही ‘विश्व हिंदू परिषद’ (विहिप) के संयुक्त महासचिव भी हैं।
भारत से आमंत्रित सदस्य:
- इस आयोजन में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और मां अमृतानंदमयी को आमंत्रित किया गया है।
- सम्मलेन में पुरे विश्व से हिंदू संगठनों के प्रतिनिधियों और प्रमुख बौद्ध गुरुओं को आमंत्रित किया गया है।
- भारत से राजनीतिज्ञों में सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया गया है।
पूर्व के वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस:
- पहला वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस 2014 में दिल्ली में और दूसरा 2018 में अमेरिका के शिकागो में हुआ था।
आयोजन का मुद्दा:
- ट्रस्टी स्वामी विज्ञानानंद के अनुसार बैंकाक के कांग्रेस में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव और उससे निपटने के तरीकों के साथ ही हिंदुओं की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी।
- वर्ड हिंदू फाउंडेशन के अनुसार विश्व के लगभग 200 देशों में 1.2 अरब हिंदू रहते हैं और यह फोरम जाति, नस्ल, लिंग, भाषा या अन्य किसी भेदभाव के एकजगह एकजुट होकर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करता है।
- दिल्ली में हुए पहले वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस में तिब्बती बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा भाग ले चुके हैं।
प्रतिनिधियों की संख्या:
- पहले कांग्रेस में 1800 और दूसरे कांग्रेस में 2400 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इस बार प्रतिनिधियों की संख्या को 2500 तक सीमित रखा गया है।
Tags: International News

विदेश मंत्रालय, भारत सरकार ने 7 जुलाई 2023 को जानकारी दिया कि भारत को ‘वैश्विक संकट समाधान समूह’ (जीसीआरजी) के ‘‘चैंपियंस ग्रुप’’ में शामिल कर लिया गया है।
खबर का अवलोकन:
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है।
- संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुतारेस ने खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा चुनौतियों जैसे तत्काल और महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों के समाधान के लिए मार्च 2022 में वैश्विक संकट समाधान समूह (जीसीआरजी) की स्थापना की थी।
चैंपियंस ग्रुप:
- चैंपियंस ग्रुप, जीसीआरजी की देख-भाल करता है।
- इसमें बांग्लादेश, बारबाडोस, डेनमार्क, जर्मनी, इंडोनेशिया और सेनेगल के राष्ट्राध्यक्ष एवं शासनाध्यक्ष शामिल हैं।
- विदेश मंत्रालय के अनुसार, समूह में शामिल होने का निर्णय भारत के बढ़ते वैश्विक नेतृत्व और मौजूदा वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- भारत की भागीदारी से विश्व, विशेषकर विकासशील देशों को प्रभावित करने वाले विकासात्मक मुद्दों पर परिणामोन्मुखी समाधान का पता लगाने में संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों को और बल मिलेगा।
संजय वर्मा बने जीसीआरजी का शेरपा
- विदेश मंत्रालय में सचिव रहे संजय वर्मा को जीसीआरजी प्रक्रिया के लिए ‘‘शेरपा’’ नामित किया गया है।
- विदेश मंत्रालय के अनुसार, इन शेरपाओं की 14 जुलाई को ऑनलाइन बैठक होगी और चैंपियंस समूह की बैठक 21 जुलाई को आयोजित की जाएगी।
Tags: Person in news
जुलाई 2023 में बी. नीरज प्रभाकर को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की अनुसंधान सलाहकार समिति (आरएसी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है।
खबर का अवलोकन:
- सुश्री प्रभाकर श्री कोंडा लक्ष्मण तेलंगाना राज्य बागवानी विश्वविद्यालय के कुलपति हैं, इन्हें आंध्रप्रदेश के पेडावेगी में आईसीएआर-भारतीय तेल पाम अनुसंधान संस्थान (आईआईओपीआर) के लिए अनुसंधान सलाहकार समिति (आरएसी) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।
- आरएसी अध्यक्ष के रूप में सुश्री प्रभाकर की नियुक्ति 13 जून से प्रभावी माना गाया है। सुश्री प्रभाकर इस पद पर तीन वर्षों के लिए दस सदस्यों की समिति का नेतृत्व करेंगी।
- साथ ही सुश्री प्रभाकर तेलंगाना ऑयल पाम सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी कार्य की है, जो राज्य सरकार को ऑयल पाम की खेती और इसके संवर्धन के लिए विभिन्न विषयों पर सलाह देती है।
- तेलंगाना, भारत के सभी राज्यों में उत्पादित तेल पाम गुच्छों से सर्वाधिक तेल निकासी का दावा करता है।
- पेडावेगी (आंध्रप्रदेश) स्थित आईसीएआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ ऑयल पाम रिसर्च (आईआईओपीआर) भारत का एकमात्र समर्पित संस्थान है जो ऑयल पाम पर शोध करने और सभी तेल पाम उगाने वाले राज्यों हेतु लागू प्रौद्योगिकियों को विकसित करने के लिए समर्पित है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर):
- स्थापना: 16 जुलाई 1929
- मुख्यालय: नई दिल्ली
- महानिदेशक: हिमांशु पाठक
Tags: Person in news

गूगल ने श्रीनिवास रेड्डी को भारत नीति प्रमुख के रूप में नियुक्त किया है। रेड्डी को इस नई भूमिका में भारतीय उपमहाद्वीप के उपयोगकर्ताओं हेतु उचित और सुरक्षित इंटरनेट उपयोग को सुनिश्चित करने का कार्य दिया गया है।
खबर का अवलोकन:
- इससे भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए गूगल के उत्पादों और सेवाओं का अधिक समर्पण होगा और उन्हें उचित और विश्वसनीय ढंग से उपयोग करने की व्यवस्था की जाएगी।
- श्रीनिवास रेड्डी को अर्चना गुलाटी के स्थान पर नियुक्त किया गया है जो अपने पांच महीने के कार्यकाल के पश्चात् सितंबर 2022 में गूगल से बाहर हो गईं।
रेड्डी पूर्व में एप्पल में भी अपनी योगदान दिया है:
- रेड्डी, नीति और नियामक भूमिका में 2018 और 2021 के मध्य भारत में एप्पल के नियामक मामलों के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं।
- इससे पहले उन्होंने एरिक्सन में उपाध्यक्ष और सरकार और उद्योग संबंधों के प्रमुख के रूप में पांच साल तक सेवा की थी। उन्होंने एयरसेल, मार्कोनी और ब्लू स्टार के साथ भी काम किया है।
- रेड्डी देश में कई नीति और नियामक चुनौतियों से निपटने में गूगल की मदद करेंगे।
- गत वर्ष अक्टूबर में, भारत के एंटीट्रस्ट निकाय ने एंड्रॉइड बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने और डेवलपर्स को इन-ऐप भुगतान प्रणालियों का उपयोग करने के लिए मजबूर करने के लिए दो मामलों में गूगल पर 275 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया था।
Tags: Science and Technology

यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ईएसए) ने सूर्यमंडलीय निकायों की समीक्षा करने और नई सूचनाएं प्राप्त करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन ‘यूक्लिड स्पेस टेलीस्कोप’ को लॉन्च किया है।
खबर का अवलोकन:
- इस टेलीस्कोप के द्वारा वैज्ञानिक ब्रह्माण्ड के 10 अरब प्रकाशवर्ष के विस्तृत क्षेत्र में फैली अरबों गैलेक्सी का त्रिआयामी नक्शा तैयार करेगा।
- साथ ही उम्मीद की जा रही है कि इसके अवलोकनों से डार्क मैटर और डार्क ऊर्जा के रहस्यों को भी सुलझाने में मदद मिलेगी।
- ग्रीक गणितज्ञ यूक्लिड के नाम पर इस टेसलीस्कोप का नाम दिया गया है।
- यह टेलीसस्कोलप पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर दूसरे लैगरेंज प्वाइंट (एल2) पर जाकर स्थापित होगा और वहां से उन तरंगों का भी अवलोकन कर सकेगा जिनका पृथ्वी की सतह तक पहुंचना मुश्किल होता है।
- यूक्लिड टेसलीस्कोप का लक्ष्य ब्रह्माण्ड की अरबों गैलेक्सी के अवलोकन उसका सबसे सटीक त्रिआयामी नक्शा बनाना है जो 10 अरब प्रकाशवर्ष के क्षेत्र में फैली हैं।
- इस अभियान की आयु फिलहाल छह साल की रखी गई है।
- इस विस्तृत नक्शे के जरिए वैज्ञानिक ब्रह्माण्ड के विस्तार की गुत्थी को सुलझाने के लिए भी काफी आकंड़े जमा करने में सक्षम हो सकेंगे और उसके विकासक्रम की कई जानकारी हासिल करेंगे।
- पूर्व में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप भी लैगरेंज 2 बिंदु के पास स्थापित किया जा चुका है।
यूक्लिड टेलीस्कोप का उपयोग:
- यूक्लिड में एक 1.2 मीटर के व्यास का एक प्रमुख मिरर, एक नियर इंफ्रारेड स्पैक्ट्रोमीटर, एक फोटोमीटर लगाया गया है। यह करीब 2 टन का भारी है।
- इसके जरिए नियर इंफ्रारेड स्पैक्ट्रम में अंतरिक्ष की तस्वीरें, स्पैक्ट्रोस्कोपी, फोटोमैट्री हासिल की जा सकेंगी।
- सटीक मापन के लिए एक सनशील्ड टेलीस्कोप को सौर विकिरण से बचाने का काम करेगी और उसके तापमान का स्थिर रखेगी।
- यह टेलीस्कोप मानव संसाधनों, ग्लोबल स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, और महासागरों के अध्ययन में महत्वपूर्ण योगदान करेगा।
Tags: International News

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) ने सात वर्षों के अंतराल पर ओजोन और यूवी बुलेटिन जारी किया है। जिसके अनुसार ओजोन परत में अनवरत सुधार हो रहा है।
खबर का अवलोकन:
- ओजोन परत में हुए बदलावों पर नजर रखने और समझने के लिए डब्ल्यूएमओ ने अपना पहला ओजोन और यूवी बुलेटिन जारी किया है।
- डब्ल्यूएमओ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल और उसमें समय-समय पर किए गए संशोधनों की मदद से ओजोन परत को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों के उपयोग को 99 फीसदी तक सीमित किया जा सका है।
- मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल, ओजोन परत को क्षीण करने वाले पदार्थों को रोकने के बारे में की गई एक अंतरराष्ट्रीय संधि है।
- यह ओजोन परत को संरक्षित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से उन पदार्थों का उत्सर्जन रोकने के लिए बनाई गई है, जिन्हें ओजोन परत को क्षीण करने के लिए उत्तरदायी माना जाता है।
ओज़ोन परत के संरक्षण हेतु अंतर्राष्ट्रीय पहल:
- ओज़ोन परत के संरक्षण के लिए वर्ष 1985 के वियना अभिसमय ने ओज़ोन संरक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय सहयोग हेतु एक रूपरेखा प्रदान की।
- मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल जिसे वर्ष 1987 में अपनाया गया था, ओज़ोन-क्षय करने करने वाले पदार्थों के उत्पादन को रोकने के लिए एक विश्वव्यापी समझौता है।
- मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर विश्व के 197 पक्षकारों ने हस्ताक्षर किये हैं।
Tags: International Relations

7 जुलाई 2023 को भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) और पनामा के निर्वाचन अधिकरण (ईटी) ने चुनावी सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है।
खबर का अवलोकन:
- इस समझौता के तहत दोनों देश चुनाव प्रबंधन और प्रशासन के क्षेत्र में चल रहे सहयोग के लिए संस्थागत ढांचा स्थापित करेंगे।
- भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में निर्वाचन आयोग के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के निर्वाचन अधिकरण के पीठासीन मजिस्ट्रेट अल्फ्रेडो जुन्का वेंडेहाके के साथ दोनों देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के बीच सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान को सुदृढ़ बनाने पर विचार-विमर्श किया।
- यह समझौता ज्ञापन विश्व भर के निर्वाचन निकायों के साथ जुड़ने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को सुदृढ़ करने की निर्वाचन आयोग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
- चुनाव आयोग 'अंतर्राष्ट्रीय सहयोग कार्यक्रम' के माध्यम से विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) के साथ अपने संपर्क और सहयोग का विस्तार कर रहा है।
ईसीआई का लैटिन अमेरिकी देशों के साथ चौथा समझौता:
- विगत कुछ वर्षों में मैक्सिको, ब्राजील और चिली के साथ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर करने के बाद, लैटिन अमेरिका क्षेत्र में चुनाव प्रबंधन निकाय के साथ चौथा समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए गए है।
- ईसीआई अब तक चुनाव प्रबंधन निकाय और विश्वभर के अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ कुल 31 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
दोनों देशों द्वारा परस्पर सहयोग:
- भारत का चुनाव आयोग और पनामा का चुनाव अधिकरण दोनों ही एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-वेब) के सदस्य हैं।
- ईटी ऑफ पनामा के अधिकारियों ने मार्च 2023 में ईसीआई द्वारा आयोजित 'समावेशी चुनाव और चुनावी सत्यनिष्ठा' पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भी भाग लिया।
- यह 'समिट फॉर डेमोक्रेसी' के तत्वावधान में 'कोहोर्ट ऑन इलेक्शंस इंटेग्रिटी' के संचालन का एक हिस्सा था।
- पनामा के निर्वाचन अधिकरण के अधिकारियों ने अप्रैल 2021 में राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान ईसीआई द्वारा आयोजित 'इंटरनेशनल इलेक्शन विजिटर्स प्रोग्राम' में भी भाग लिया।
एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-वेब):
- ए-वेब, विश्व भर में चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की सबसे बड़ी एसोसिएशन है।
- ए-वेब में 119 चुनाव प्रबंधन निकाय सदस्य हैं और 20 क्षेत्रीय एसोसिएशन/संगठन एसोसिएट सदस्य हैं।
- ईसीआई का प्रतिनिधिमंडल ए-वेब की 11वीं कार्यकारी बोर्ड की बैठक और कार्टाजेना, कोलंबिया में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेगा।
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -