वंदे भारत मिशन के तहत 4.1 मिलियन भारतीयों को वापस लाया गया

Tags: National

भारत सरकार ने एक संसदीय पैनल को सूचित किया है कि वंदे भारत मिशन के तहत कुल 4.1 मिलियन भारतीयों को भारत वापस लाया गया।

वंदे भारत मिशन 2020 में कोविड -19 महामारी के कारण विश्व भर में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए विदेश मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया था। वंदे भारत मिशन हाल के इतिहास में किसी भी देश द्वारा सबसे बड़ा नागरिक प्रत्यावर्तन अभ्यास है।

सरकारी आंकड़ों की खास बातें

  • लगभग 4.1 मिलियन भारतीयों को भारत वापस लाया गया।

  • सरकार ने इस मिशन के तहत लगभग 100 से अधिक देशों से भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया।

  • कुल आने वाले यात्रियों में से 39.2 प्रतिशत श्रमिक थे, 39.1 प्रतिशत पेशेवर थे, 5.9 प्रतिशत छात्र थे, 7.8 प्रतिशत आगंतुक थे और 4.8 प्रतिशत भारतीय पर्यटक विदेशों में फंसे थे।

  • सबसे ज्यादा लोग संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से लाए गए। जिसमें 2.54 मिलियन भारतीयों को यूएई से लाया गया था।

  • यूएई  के बाद क्रमशः सऊदी अरब, अमेरिका, कतर और ओमान का स्थान है।

  • भारत में लाए गए अधिकतम लोग केरल (1.41 मिलियन) से थे, उसके बाद दिल्ली (1.33 मिलियन) थे।

  • एयर इंडिया और निजी वाहक दोनों ने इस मिशन के लिए कुल 88,000 से अधिक इनबाउंड उड़ानें और 87,600 से अधिक आउटबाउंड उड़ानें संचालित कीं, जिसके लिए यात्रियों को टिकट खरीदना था।

1 मिलियन = 10 लाख

वंदे भारत मिशन

  • इसे भारत सरकार द्वारा 7 मई 2020 को कोविड-19 महामारी के कारण अन्य देशों में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए आरंभ किया गया था।

  • आरंभ में उड़ानें एयर इंडिया द्वारा संचालित की जाती थीं, लेकिन बाद में प्राइवेट एयर लाइन्स भी ऑपरेशन में शामिल हो गईं।

  • वंदे भारत मिशन के तहत परिचालन एयरलाइनों द्वारा वाणिज्यिक संचालन था और हवाई किराए का भुगतान यात्रियों द्वारा किया जाता था। केंद्र सरकार द्वारा इस मिशन के लिए कोई सब्सिडी या अनुदान नहीं दिया है।

Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -

Date Wise Search

Test Your Learning

DAILY CURRENT AFFAIRS (26 MARCH QUIZ)

Go To Quiz