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By admin: Dec. 1, 2022

1. सेबी की मंजूरी के बाद आईडीएफसी एएमसी का नाम बदलकर बंधन म्युचुअल फंड किया जाएगा

Tags: Economy/Finance

IDFC AMC to be renamed as Bandhan Mutual Fund

आईडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (एएमसी), जो आईडीएफसीके म्यूचुअल फंड व्यवसाय का प्रबंधन करती है, का नाम  बदलकर बंधन एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड कर दिया जाएगा।

आईडीएफसी म्युचुअल फंड (एमएफ) का नाम बदलकर बंधन म्युचुअल फंड करने का प्रस्ताव है और बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड (बीएफएचएल)  अब म्युचुअल फंड का प्रायोजक बन गया है। बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स (बीएफएचएल) निजी क्षेत्र के बैंक बंधन बैंक की प्रमोटर कंपनी  है।

यह भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा आईडीएफसी एएमसी में स्वामित्व में परिवर्तन को मंजूरी देने के बाद किया गया है। सेबी भारत में म्यूचुअल फंड का नियामक है

आईडीएफसी एएमसी की स्थापना 2010 में आईडीएफसी  वित्तीय कंपनी द्वारा की गई थी। यह भारत में 9वां सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड है।

अप्रैल 2022 में बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स (बीएफएचएल), निजी इक्विटी फर्म क्रिसकैपिटल और सिंगापुर के सॉवरेन फंड जीआईसी के एक कंसोर्टियम  ने 4,500 करोड़ रुपये में आईडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के अधिग्रहण की घोषणा की थी।

इस सौदे को पहले ही भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है।

बंधन फाइनेंशियल होल्डिंग्स के पास आईडीएफसी एएमसी में 60% शेयर होंगे, और क्रिसकैपिटल और जीआईसी में से प्रत्येक के पास 20% शेयर होंगे।

बंधन बैंक

बंधन बैंक एक एनजीओ के रूप में शुरू हुआ और बाद में इसे एनबीएफसी-एमएफआई (माइक्रो फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन) में बदल दिया गया।

इसे 2015 में एक निजी क्षेत्र के बैंक में परिवर्तित कर दिया गया था।

बैंक का मुख्यालय: कोलकाता

एमडी और सीईओ: चंद्र शेखर घोष

टैगलाइन: आपका भला, सबकी भलाई


By admin: Nov. 26, 2022

2. सेबी ने म्युचुअल फंड के लिए रिकॉर्ड तिथि से 7 दिनों के भीतर निवेशकों को लाभांश का भुगतान करना अनिवार्य कर दिया

Tags: Economy/Finance

SEBI: Mutual fund investors to get dividend payments within 7 days

म्यूचुअल फंड नियामक सेबी ने 25 नवंबर 2022 को जारी एक दिशानिर्देश मेंम्यूचुअल फंड यूनिटधारकों को लाभांश से प्राप्त राशि के ट्रांसफर के लिए 15 दिन की समयसीमा को घटाकर 7  कार्य दिवस कर दिया है। डिविडेंड म्यूचुअल फंड द्वारा अर्जित लाभ का वह हिस्सा है जो म्यूचुअल फंड योजना के यूनिट धारकों के बीच वितरित किया जाता है।

लाभांश प्राप्त करने की रिकॉर्ड तिथि

सेबी के अनुसार म्यूचुअल फंड को , रिकॉर्ड तिथि के बाद 7 दिन के  भीतर लाभांश (डिविडेंड) भुगतान करना होगा।

रिकॉर्ड तिथि वह तिथि है जो म्यूचुअल फंड द्वारा निर्धारित की जाती है औरजो यह निर्धारित करता  है कि कौन से यूनिट धारक लाभांश प्राप्त करने के पात्र हैं

साथ ही यूनिट बेचने से प्राप्त रकम के ट्रांसफर के लिये समय सीमा मौजूदा 10  कार्य दिवस   से घटाकर तीन कार्य दिवस कर दी गई है।

म्युचुअल फंड जो विदेशी संपत्ति में निवेश करते हैं

जिन म्यूचुअल फंड  के योजनाओं में कुल संपत्ति में से कम-से-कम 80 प्रतिशत राशि विदेशों में स्वीकृत उत्पादों में लगी है तो इस परिस्थिति में यूनिट बेचने से प्राप्त रकम को 5 कार्य दिवस के अंदर निवेशक के खाते में  ट्रांसफर करना होगा। यहाँ पर म्यूचुअल फंड के निवेशक  अपनी म्यूचुअल फंड स्कीम की यूनिट्स को सिर्फ म्यूचुअल फंड की एसेट मैनेजमेंट कंपनी को हीवापस बेच सकते हैं ।

म्युचुअल फंड पर जुर्माना

यदि फंड हाउस निर्धारित समय अवधि के भीतर लाभांश या यूनिट बेचने से प्राप्त रकम के भुगतान करने में विफल रहता है, तो फंड हाउस लाभांश यायूनिट बेचने से प्राप्त रकम के  भुगतान के साथ-साथ प्रति वर्ष 15 प्रतिशत की दर से ब्याज का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा ।

सेबी अध्यक्ष: माधबी पुरी बुच


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