सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया अब आरबीआई के पीसीए में नहीं

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मुंबई स्थित सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 20 सितंबर 2022 को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई (पीसीए) ढांचे से हटा दिया । हालांकि, आरबीआई ने कहा है कि बैंक की अब भी उसके द्वारा निगरानी की जाएगी।

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को जून 2017 में आरबीआई द्वारा इसकी संपत्ति की गुणवत्ता में गिरावट के कारण पीसीए में डाल दिया गया था।

आरबीआई ने निजी क्षेत्र के बैंक आईडीबीआई बैंक और तीन सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों इंडियन ओवरसीज बैंक, यूको बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को रखा था।

आईडीबीआई, इंडियन ओवरसीज बैंक और यूको बैंक को आरबीआई ने 2021 में पीसीए से हटा दिया था।

पीसीए में फिलहाल कोई बैंक नहीं है।


महत्वपूर्ण तथ्य - 

त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई(प्रोम्प्ट करेक्टिव एक्शन) :

  • इसे 2017 में RBI द्वारा लाया गया था ताकि वह  उन बैंकों में हस्तक्षेप कर सके जो वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे हैं और उन बैंकों की माली हालत सुधारा जा सके और लोगों का विश्वास बैंकिंग व्यवस्था में बना रहे ।
  • आरबीआई उन बैंकों की पहचान करने के लिए तीन मापदंडों का उपयोग करता है।
  • वे हैं सीआरएआर (कैपिटल टू रिस्क वेटेड एसेट रेशियो),गैर निष्पादित संपत्ति (Non-Performing Assets/NPA), रिटर्न ऑन एसेट्स (आरओए)।
  • यदि कोई बैंक आरबीआई द्वारा निर्धारित आवश्यक सीआरएआर, एनपीए, आरओए मानदंडों को पूरा करने में विफल रहता है, तो आरबीआई बैंक को जोखिम भरा मानता है, और इसे तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई  ढांचे में डाल देता है।

क्या होता है जब किसी बैंक को पीसीए में डाल दिया जाता है ?

  • जब बैंक को पीसीए में डाल दिया जाता है तो आरबीआई बैंक के लिए दिशानिर्देश जारी कर सकता है और बैंक पर कुछ प्रतिबंध लगा सकता है।
  • आरबीआई बैंक पर बाजार से ऋण लेने पर प्रतिबंध लगा सकता है और बैंक को अपने संचालन में पूंजी लगाने के लिए कह सकता है।
  • आरबीआई बैंक में  नई भर्ती  नई शाखाएं खोलने  , नया व्यवसाय करने पर रोक लगा सकता है।
  • वो बैंक को  लाभांश देना कम करने या बंद करने का दिशानिर्देश दे सकता है , अपना प्रबंधन बदलने लिए कह सकता है या अंततः बैंक को अन्य बैंकों के साथ विलय कर सकता है या बंद कर सकता है ।

अतिरिक्त जानकारी -

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया :

  • इसकी स्थापना 1911 में हुई थी। यह भारतीयों के स्वामित्व और प्रबंधन वाला पहला भारतीय वाणिज्यिक बैंक था।
  • बैंक का 1969 में राष्ट्रीयकरण किया गया था और अब यह भारत सरकार के स्वामित्व में है।
  • बैंक की टैगलाइन: 1911 से आपके लिए केंद्रीय
  • मुख्यालय: मुंबई, महाराष्ट्र
  • प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ): एम वी राव

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