भारतीय हीरा उद्योग पर रूसी-यूक्रेनी युद्ध का प्रभाव

Tags: Economics/Business

यूक्रेन पर रूसी आक्रमण और रूस पर संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों द्वारा परिणामी प्रतिबंधों ने भारत में हीरा क्षेत्र में अनिश्चितता पैदा कर दी है।

  • भारत वैश्विक हीरा व्यापार के केंद्रों में से एक है और दुनिया में लगभग 90% कच्चे हीरे भारत में विशेषकर गुजराती शहर सूरत में कटिंग और पॉलिश किए जाते हैं।  

  • भारत विश्व में कटिंग और पॉलिश किए गए हीरों का सबसे बड़ा निर्यातक है। अप्रैल से जनवरी 2021-22 की अवधि के दौरान कटे और पॉलिश किए गए हीरे का निर्यात $20.06 बिलियन था जो भारत से कुल व्यापारिक निर्यात का लगभग 6% है।

  • भारत पूर्णतः आयातित हीरों पर निर्भर है और अप्रैल से जनवरी 2021-22 की अवधि के दौरान 14.83 अरब डॉलर के कच्चे हीरे का आयात किया।

  • भारत को हीरे का प्रमुख आपूर्तिकर्ता विश्व की सबसे बड़ी हीरा कंपनी, रूस की अलरोसा है जो विश्व के प्राकृतिक उत्पादन में लगभग 30% का योगदान करती है। 

  • रूस के प्रमुख बैंकों को अंतरराष्ट्रीय भुगतान के लिए स्विफ्ट (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरनेशनल फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन) वित्तीय संदेश प्रणाली से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इससे भारतीय आयातकों द्वारा रूस को अमेरिकी डॉलर और यूरो में भुगतान की समस्या पैदा कर दी है और यूरो में भुगतान लगभग असंभव हो रहा है। 

  • इससे भारत में हीरा उद्योग के लिए एक बड़ी समस्या उत्पन्न होने की संभावना है जो भारत में लाखों रोजगार पैदा करता है। 

 

हीरा के सन्दर्भ में महत्वपूर्ण तथ्य

विश्व में कच्चे हीरों के शीर्ष उत्पादक

  • विश्व में प्राकृतिक हीरे का सबसे बड़ा उत्पादक रूस है जिसके बाद बोत्सवाना और कांगो (वर्ष 2016 के आंकड़े) हैं। ये तीन कंपनियां दुनिया के प्राकृतिक हीरे के उत्पादन के 60% से अधिक को नियंत्रित करती हैं।

  • दुनिया की सबसे बड़ी हीरा व्यापारिक कंपनियां रूस की अलरोसा हैं, इसके बाद लक्जमबर्ग की डी बीयर्स और ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन की रियो टिंटो कंपनी हैं।

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