नई पौधों की प्रजाति 'एम्ब्लिका चक्रवर्ती' केरल के जंगलों में पाई गई
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केरल में वैज्ञानिकों की एक टीम ने विशेष रूप से एडमालयार वन क्षेत्र के आदिचिलथोटी से एक नई पौधे की प्रजाति 'एम्ब्लिका चक्रवर्ती' का पता लगाया है।
खबर का अवलोकन
यह नई खोजी गई प्रजाति भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण (बीएसआई) के पूर्व वैज्ञानिक तपस चक्रवर्ती को फिलैंथेसी के अध्ययन में उनके योगदान की मान्यता के लिए समर्पित है।
एम्ब्लिका चक्रवर्ती की विशेषताएं:
वर्गीकरण: आँवला (फिलैंथेसी) परिवार से संबंधित है और उष्णकटिबंधीय वर्षावनों में झाड़ियों के रूप में पनपता है।
वैश्विक उपस्थिति: दुनिया भर में एम्ब्लिका जीनस की 55 प्रजातियाँ हैं, जिसमें यह प्रजाति भारत की 11वीं प्रजाति है।
विशिष्ट विशेषताएं:
आकार: ऊंचाई में लगभग 2 मीटर तक बढ़ता है।
पत्तियाँ: बड़ी, चमकदार, लम्बी अंडाकार पत्तियाँ जिनकी लंबाई 13 सेमी तक होती है।
फूल: छह पंखुड़ियों वाला पीला हरा। फूल और फल दिसंबर से जून तक लगते हैं। नर फूल पुष्पक्रम में पाए जाते हैं, जबकि मादा फूल एकान्त में, पत्ती की धुरी पर स्थित होते हैं।
फल: पकने पर भूरे से काले, बीज का व्यास लगभग 8-9 मिमी होता है।
अभियान विवरण:
अनुसंधान परियोजना: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) प्रायोजित अनुसंधान परियोजना के हिस्से के रूप में संचालित।
जनसंख्या: अभियान के दौरान लगभग 55 पौधों की आबादी की खोज की गई।
केरल के बारे में
राजधानी - तिरुवनंतपुरम
मुख्यमंत्री - पिनाराई विजयन
जिले - 14
राज्यसभा- 9 सीटें
लोकसभा - 20 सीटें
केरल के प्रतीक:-
पक्षी - महान हार्नबिल
फूल - गोल्डन शावर वृक्ष
फल - कटहल
स्तनपायी - भारतीय हाथी
पेड़ - नारियल का पेड़
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