“तरणि के ही संग तरल तरंग में,
तरणि डूबी थी हमारी ताल में।”
प्रस्तुत पंक्ति में कौन सा अलंकार है?
भजन कहयो ताते भज्यौ, भज्यौ न एको बार।
प्रस्तुत पंक्ति में कौन - सा अलंकार है?
शब्द और अर्थ दोनों के द्वारा चमत्कार आधारित अलंकार है-
चरण धरत चिंताकरत, भावत नींद न शोर।
सुबरन को ढूँढ़त फिरत, कवि कामी और चोर ।।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा अलंकार है?
चरण धरत चिंता करत चितवत चारोंहुँ ओर
सुवरन को खोजत फिरे, कवि, व्यभिचारी, चोर।।
'पट-पीत मानहुँ तड़ित रुचि, शुचि नौमि जनक सुतावरं' में कौन-सा अलंकार है?
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