“सुनहु राम जेहिं सिवधनु तोरा। सहसबाहु सम सो रिपु मोरा।” प्रस्तुत पंक्तियों में कौन - सा रस है?
“सुनहु राम जेहिं सिवधनु तोरा। सहसबाहु सम सो रिपु मोरा।” प्रस्तुत पंक्तियों में कौन -सा रस है?
“हे खग मृग हे मधुकर श्रेणी, तुम देखी सीता मृगनैनी।”
उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है?
निम्नलिखित में से शृंगार रस का स्थायी भाव होता है-
"काव्य को पढ़ने या सुनने से जिस आनंद की अनुभूति होती है", उसे क्या कहा जाता है ?
अखिल भुवन चर अचर सब , हरिमुख में लखि मात। चकित भई गदगद वचन , विकसित दृग पुलकात। ।
प्रस्तुत पंक्तियों में कौन-सा रस प्रयुक्त हुआ है?
करुण रस का स्थायी भाव है -
या मुरली मुरलीधर की अधरा न धरी अधरान धरोगी पंक्ति में कौन रस है ?
"विस्मय" स्थायी भाव किस रस में होता है?
विभाव के दो प्रकार कौन-से हैं?
जो व्यक्ति, वस्तु या परिस्थितियाँ स्थायी भावों को उद्दीपन या जागृत करती हैं उन्हें कौन-सी संज्ञा दी जाती है?
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