अँखिया हरि दरसन की भूखी। कैसे रहें रूप रस राँची, ए बतियाँ सुनि रूखीं। उपर्युक्त पंक्तियों में कौन-सा रस है?
एक ओर अजगरहिं लखि एक ओर मृगराय।
विकल बटोही बीच ही परयो मूरछा खाय।।
इन पंक्तियों में प्रयुक्त रस है
रिपु-आंतन की कुंडली करि जोगिनी चबात।
पीबहि में पागी मनो, जुबति जलेबी खात।।' यहाँ कौन-सा रस है?
स्थायी भावों के उद्बोधन के कारणों को क्या कहते हैं?
आचार्य भरत ने रसों की संख्या कितनी मानी है?
क्रोध किस रस का स्थायीभाव है?
सात्विक अनुभाव कितने प्रकार के होते हैं?
हृदय में मूलरूप से विद्यमान रहने वाले भावों को क्या संज्ञा दी जाती है?
प्रत्येक 'रस' में संचरण करने वाले 'भाव' को क्या कहते हैं?
वीर रस का स्थायी भाव कौन-सा होता है?
Enter Your Mobile No. To Login/Register
⇐ Go Back to change the mobile no.
Didn't receive OTP? Resend OTP -OR- Voice call Call Again/Resend OTP in 30 Seconds