मन रे तन कागद का पुतला।
लागै बूँद बिनसि जाय छिन में, गरब करै क्या इतना ।।
उपर्युक्त पंक्ति में कौन - सा रस है ?
हाय राम कैसे झेलें हम अपनी लज्जा अपना शोक।
गया हमारे ही हाथों से अपना राष्ट्र पिता परलोक।
'अद्भुत रस' का स्थायी भाव क्या है ?
निम्नलिखित में से किस रस का संचारी भाव उग्रता, गर्व, हर्ष आदि होते हैं?
वीर रस का स्थायी भाव है -
Enter Your Mobile No. To Login/Register
⇐ Go Back to change the mobile no.
Didn't receive OTP? Resend OTP -OR- Voice call Call Again/Resend OTP in 30 Seconds