Question 9:
निर्देश - निम्नलिखित गद्यांश के रिक्त-स्थान की पूर्ति गद्यांश के नीचे दिए गए प्रश्न के अनुसार कीजिए ।
सच्चे वीर अपने……………….(1) के जोर से लोगों को सदा के लिए बाँध देते हैं। वीरता की…………….(2)कई प्रकार से होती है, कभी लड़ने -मरने से,खून बहाने से,तोप तलवार के सामने बलिदान करने से होती है ,तो कभी जीवन के गूढ़ तत्व और……………….(3) की तलाश में बुद्ध जैसे राजा विरक्त होकर वीर हो जाते हैं। वीरता एक प्रकार की अन्तःप्रेरणा है जब कभी उसका विकास हुआ तभी एक रौनक,एक रंग,एक बहार संसार में छा गई । वीरता हमेशा निराली और नई होती है।……………..(4) को बनाने के कारखाने नहीं होते। वे तो देवदार के वृक्ष की भाँति जीवन रुपी वन में स्वयं पैदा होते हैं और बिना किसी के पानी दिये,बिना किसी के दूध पिलाए बढ़ते हैं। जीवन के केंद्र में निवास करो और सत्य की चट्टान पर दृढ़ता से खड़े हो जाओ। बाहर की सतह छोड़कर जीवन के अंदर की तहों में पहुँचे तब नए रंग खिलेंगे। यही वीरता का…………..(5) है।
गद्यांश में सांकेतिक रिक्त स्थान(1) के लिए उपयुक्त शब्द क्या होगा?
निर्देश - निम्नलिखित गद्यांश के रिक्त-स्थान की पूर्ति गद्यांश के नीचे दिए गए प्रश्न के अनुसार कीजिए ।
सच्चे वीर अपने……………….(1) के जोर से लोगों को सदा के लिए बाँध देते हैं। वीरता की…………….(2)कई प्रकार से होती है, कभी लड़ने -मरने से,खून बहाने से,तोप तलवार के सामने बलिदान करने से होती है ,तो कभी जीवन के गूढ़ तत्व और……………….(3) की तलाश में बुद्ध जैसे राजा विरक्त होकर वीर हो जाते हैं। वीरता एक प्रकार की अन्तःप्रेरणा है जब कभी उसका विकास हुआ तभी एक रौनक,एक रंग,एक बहार संसार में छा गई । वीरता हमेशा निराली और नई होती है।……………..(4) को बनाने के कारखाने नहीं होते। वे तो देवदार के वृक्ष की भाँति जीवन रुपी वन में स्वयं पैदा होते हैं और बिना किसी के पानी दिये,बिना किसी के दूध पिलाए बढ़ते हैं। जीवन के केंद्र में निवास करो और सत्य की चट्टान पर दृढ़ता से खड़े हो जाओ। बाहर की सतह छोड़कर जीवन के अंदर की तहों में पहुँचे तब नए रंग खिलेंगे। यही वीरता का…………..(5) है।
गद्यांश में सांकेतिक रिक्त स्थान(1) के लिए उपयुक्त शब्द क्या होगा?