2021 में 4.12 लाख सड़क हादसों में 1.53 लाख लोगों की मौत: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 28 दिसंबर 2022 को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 कैलेंडर वर्ष में कुल 4,12,432 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिसमें 1,53,972 लोगों की जान गई, जबकि 3,84,448 लोग घायल हुए।
'भारत में सड़क दुर्घटनाएं- 2021' शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया है कि दुर्घटनाओं से संबंधित प्रमुख संकेतकों ने 2019 की तुलना में 2021 में बेहतर प्रदर्शन किया है।
रिपोर्ट के अनुसार, "2019 की तुलना में 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में 8.1 प्रतिशत की कमी और चोटों में 14.8 प्रतिशत की कमी आई। हालांकि, 2019 की समान अवधि की तुलना में 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
सड़क हादसों की वजह सीट बेल्ट और हेलमेट नहीं लगाना है
- रिपोर्ट के अनुसार सीट बेल्ट नहीं लगाने के कारण 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 16,397 लोग मारे गए, जिनमें से 8,438 चालक थे और शेष 7,959 यात्री थे।
- हेलमेट न पहनने के कारण कुल 46,593 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए, जिनमें 32,877 चालक और 13,716 यात्री थे।
- रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के दौरान हेलमेट नहीं पहनने से 93,763 लोगों को चोटें आईं और सीट बेल्ट नहीं लगाने से 39,231 लोगों को चोटें आईं।
- हेलमेट और सीट बेल्ट जैसे सुरक्षा उपकरणों का उपयोग न करने से दुर्घटनाएं नहीं होती हैं, लेकिन सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति में घातक और गंभीर चोटों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- केंद्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) के नियम 138 (3) के तहत पिछली सीट पर बैठे यात्रियों द्वारा सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 1,000 रुपये का जुर्माना लगता है, लेकिन ज्यादातर लोग या तो इस अनिवार्य नियम से अनजान हैं या इसे अनदेखा कर देते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार देश ने दुर्घटनाओं, मौतों और चोटों में अभूतपूर्व कमी देखी।यह कोविड-19 महामारी के असामान्य प्रकोप और विशेष रूप से मार्च-अप्रैल, 2020 के दौरान इसके परिणामस्वरूप कड़े राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन और धीरे-धीरे अनलॉकिंग और नियंत्रण उपायों को कम करने के बाद ऐसा संभव हुआ।
रिपोर्ट कैलेंडर वर्ष 2021 के दौरान देश में सड़क दुर्घटनाओं के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह रिपोर्ट एशिया प्रशांत सड़क दुर्घटना डेटा (एपीआरएडी) आधार परियोजना के तहत एशिया और प्रशांत के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) द्वारा मानकीकृत प्रारूप में प्रदान किए गए कैलेंडर वर्ष के आधार पर एकत्रित राज्यों/संघ शासित प्रदेशों के पुलिस विभागों से प्राप्त आंकड़ों/सूचनाओं पर आधारित है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री: नितिन गडकरी
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