भारत-थाई समन्वित गश्ती (कॉर्पैट) का 32वां संस्करण:
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खबरों में क्यों?
भारतीय नौसेना और रॉयल थाई नौसेना के बीच भारत-थाईलैंड समन्वित गश्ती (इंडो-थाई कॉर्पेट) का 32 वां संस्करण 12-14 नवंबर 2021 तक आयोजित किया गया ।
मुख्य विचार:
- भारतीय नौसेना पोत (आईएनएस) कर्मुक, एक स्वदेश निर्मित मिसाइल कार्वेट और महामहिम का थाईलैंड जहाज (एचटीएमएस) तायनचोन, एक खामरोसिन क्लास एंटी-सबमरीन पेट्रोल क्राफ्ट, दोनों नौसेनाओं के मैरीटाइम पेट्रोल एयरक्राफ्ट के साथ कोरपैट में भाग ले रहे हैं।
इंडो-थाई कॉर्पेट के बारे में:
- इंडो-थाई कॉर्पेट का संचालन 2005 से अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा के साथ किया जा रहा है।
- हिंद महासागर के इस महत्वपूर्ण हिस्से को अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए सुरक्षित और सुदृढ़ रखने के उद्देश्य से, दोनों नौसेनाएं दो साल में CORPAT कर रही हैं।
- देशों का उद्देश्य अभ्यास के माध्यम से समुद्र के कानूनों पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) को लागू करना है।
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वाणिज्यिक शिपिंग के लिए हिंद महासागर को सुरक्षित और सुदृढ़ रखने के लिए अभ्यास आयोजित किया जाता है।
यूएनसीएलओएस(United Nations Conventions on Laws of the Sea):
UNCLOS संरक्षण समुद्री पर्यावरण, समुद्री प्राकृतिक संसाधनों, मादक पदार्थों की तस्करी, अनियमित मछली पकड़ने, अवैध अप्रवास, सूचनाओं के आदान-प्रदान और समुद्र में खोज और बचाव अभियान के संचालन से संबंधित नियमों को निर्दिष्ट करता है।
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