छत्तीसगढ़ में देश का 56वाँ टाइगर रिजर्व अधिसूचित
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छत्तीसगढ़ में देश का 56वाँ टाइगर रिजर्व अधिसूचित
चर्चा में क्यों?
- केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने देश को छत्तीसगढ़ के गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को देश के 56वें टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित किए जाने की जानकारी दी।
गुरु घासीदास-तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व के बारे में:
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) की सलाह पर छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में गुरु घासीदास तमोर पिंगला टाइगर रिजर्व को अधिसूचित किया।
- कुल 2829.38 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इस टाइगर रिजर्व में 2049.2 वर्ग किलोमीटर का कोर/क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट शामिल है, जिसमें गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान और तमोर पिंगला वन्यजीव अभयारण्य शामिल हैं, और इसका बफर एरिया 780.15 वर्ग किलोमीटर है।
- यह आंध्र प्रदेश में नागार्जुनसागर-श्रीशैलम टाइगर रिजर्व और असम में मानस टाइगर रिजर्व के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व है।
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए):
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) एक वैधानिक निकाय है जो भारत में बाघ संरक्षण को मजबूत करने के लिए काम करता है।
- एनटीसीए पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का हिस्सा है और इसकी स्थापना वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 के तहत की गई थी।
- एनटीसीए की अध्यक्षता केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री करते हैं, और पर्यावरण और वन राज्य मंत्री इसके उपाध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
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