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By admin: Dec. 7, 2022

1. मल्लिका साराभाई केरल कलामंडलम डीम्ड यूनिवर्सिटी की चांसलर बनीं

Tags: Person in news

Mallika Sarabhai became the Chancellor of Kerala

केरल सरकार ने 6 दिसंबर को प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना मल्लिका साराभाई को केरल कलामंडलम डीम्ड विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नियुक्त किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • पिछले महीने सरकार ने राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को कुलाधिपति के पद से हटाने के लिए विश्वविद्यालय के नियमों में संशोधन किया था।

  • चूंकि यह एक डीम्ड विश्वविद्यालय है, इसलिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के मानदंड इस पर लागू नहीं होंगे।

  • डीम्ड विश्वविद्यालय के संशोधित नियमों में यह भी कहा गया है कि केरल कलामंडलम की शासन प्रणाली और प्रबंधन संरचना राज्य सरकार के निर्णय के अनुसार होगी।

  • प्रसिद्ध नृत्यांगना मृणालिनी साराभाई और अंतरिक्ष वैज्ञानिक विक्रम साराभाई की बेटी के रूप में जन्मी मल्लिका साराभाई एक विश्व प्रसिद्ध भरतनाट्यम औकुचिपुड़ी कलाकार हैं।

  • एक नर्तकी होने के अलावा, उन्होंने रंगमंच, फिल्म और टेलीविजन के क्षेत्रों में भी अपनी क्षमता को साबित किया है और एक लेखक, प्रकाशक और निर्देशक के रूप में भी खुद को स्थापित किया है।


By admin: Nov. 26, 2022

2. पंचायती राज मंत्रालय के ईग्राम स्वराज और ऑडिट ऑनलाइन ने ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार के तहत स्वर्ण पुरस्कार जीता

Tags: Awards

EGramSwaraj and Audit Online of Ministry of Panchayati Raj wins Gold Award

पंचायती राज मंत्रालय के ई-पंचायत मिशन मोड प्रोजेक्ट (ईग्रामस्वराज और ऑडिटऑनलाइन) ने ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों के "डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया री-इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता" श्रेणी के तहत स्वर्ण पुरस्कार जीता है।

यह पुरस्कार टीम ई-गवर्नेंस द्वारा किए गए उत्कृष्ट और अनुकरणीय कार्य की मान्यता है और टीम एनआईसी-एमओपीआर द्वारा समर्थित है।

26 नवंबर 2022 को जम्मू में  ई-गवर्नेंस पर 25वें राष्ट्रीय सम्मेलन  के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह द्वारा एमओपीआर के संयुक्त सचिव श्री आलोक प्रेम नागर को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया।


By admin: Nov. 21, 2022

3. सरकार जम्मू में 25वें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन का आयोजन करेगी

Tags: place in news National Summits


25वां राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन 25 और 26 नवंबर 2022 को जम्मू क्षेत्र के रियासी जिले के कटरा शहर के ककरियाल में श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा। 24वां राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन 7 और 8 जनवरी 2021 को हैदराबाद, तेलंगाना में आयोजित किया गया था। 

केंद्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन, परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।

26 नवंबर को भारत के संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में देश में  संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। समारोह के हिस्से के रूप में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह 26 नवंबर, 2022 को सभी प्रतिभागियों के साथ संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराएंगे।

सम्मेलन का आयोजन कौन कर रहा है?

प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) , इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार तथा केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर सरकार के सहयोग से सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

इस दो दिवसीय सम्मेलन में देश भर से लगभग 2000 अधिकारियों के भाग लेने की संभावना है।

सम्मेलन का विषय

25वें राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस सम्मेलन का विषय "नागरिकों, उद्योग और सरकार को करीब लाना" है।

शासन में सूचना प्रौद्योगिकी और संचार (आईसीटी) के अनुप्रयोग और उपयोग को ई-गवर्नेंस के रूप में जाना जाता है। यह शासन को पारदर्शी और कुशल बनाता है। ई-गवर्नेंस का उदाहरण डिजिटल इंडिया, आधार , भारत का राष्ट्रीय पोर्टल है।


By admin: Nov. 20, 2022

4. नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2022 में भारत ने 61वां स्थान प्राप्त किया

Tags: INDEX National Science and Technology

India moves up 6 place to be ranked 61st

हाल ही में जारी नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स 2022 (एनआरआई 2022) में भारत ने अपनी रैंक में 6 स्थानों का सुधार कर 61वें स्थान पर पहुंच गया है। अमेरिका स्थित गैर-लाभकारी संस्था पोर्टुलन्स इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में भारत की तारीफ की गई है और कहा गया है कि "भारत के पास अपनी आय के स्तर को देखते हुए उम्मीद से कहीं अधिक नेटवर्क तत्परता है"।

नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स के अलग-अलग चार स्तंभ; प्रौद्योगिकी, लोग, शासन और प्रभाव में 58 वेरिएबल पर 131 देशों की रैंक की जाती है ।

भारत का प्रदर्शन

  • भारत ने अपना स्कोर 2021 में 49.74 से सुधार कर 2022 में 51.19 कर लिया।
  • भारत ने "एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) प्रतिभा एकाग्रता" में पहला स्थान, "देश के भीतर मोबाइल ब्रॉडबैंड इंटरनेट ट्रैफिक" व "अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट बैंडविड्थ" में दूसरा स्थान और "दूरसंचार सेवाओं में वार्षिक निवेश" व "घरेलू बाजार आकार" में तीसरा स्थान, "आईसीटी सेवा निर्यात" में चौथा स्थान और "एफटीटीएच बिल्डिंग इंटरनेट सब्सक्रिप्शन" व "एआई वैज्ञानिक प्रकाशन" में 5वां स्थान प्राप्त किया है।
  • यूक्रेन (50) और इंडोनेशिया (59) के बाद भारत निम्न-मध्यम-आय वाले देशों के समूह में 36 में से तीसरे स्थान पर है

नेटवर्क रेडीनेस इंडेक्स पर शीर्ष तीन रैंक वाले देश

संयुक्त राज्य अमेरिका 80.3 के समग्र स्कोर के साथ सूची में सबसे ऊपर है। इसके बाद 79.35 के स्कोर के साथ सिंगापुर दूसरे और 78.91 के स्कोर के साथ स्वीडन का स्थान रहा।

एशिया प्रशांत क्षेत्र में, सूची का नेतृत्व सिंगापुर ने किया, उसके बाद दक्षिण कोरिया दूसरे और जापान का स्थान तीसरा  रहा।

फुल फॉर्म

एफटीटीएच/FTTH : फाइबर टू द होम( Fiber to  the Home) 

आईसीटी /ICT:  इनफार्मेशन  कम्युनिकेशन  टेक्नोलॉजी (Information  Communication Technology )

एआई/ AI: आर्टिफीसियल  इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) 

By admin: Nov. 16, 2022

5. ब्लैकस्टोन ने भारत से अपना एशियन डाटा सेंटर कारोबार शुरू किया

Tags: place in news Economy/Finance Science and Technology

Blackstone launches Asian Data center

अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निजी इक्विटी निवेशक ब्लैकस्टोन ने भारत से अपना एशियन डाटा सेंटर कारोबार शुरू किया है। देश में पांच स्थानों पर उपस्थिति के माध्यम से अगले दो वर्षों में इसे बढ़ाकर 600 मेगावाट करने की योजना है।

ब्लैकस्टोन ने 15 नवंबर 2022 को अपना डेटा सेंटर प्लेटफॉर्म लुमिना क्लाउड इन्फ्रा लॉन्च किया। लुमिना क्लाउड इन्फ्रा का स्वामित्व और प्रबंधन ब्लैकस्टोन के रियल एस्टेट और टैक्टिकल ऑपर्च्युनिटीज फंड द्वारा किया जाता है।

शुरुआत में डेटा सेंटर मुंबई और चेन्नई में स्थापित किया जाएगा, और बाद में इसे दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद और पुणे में स्थापित किया जाएगा।

एक अनुमान के अनुसार भारत की डाटा सेंटर बाजार  2027 तक 10 अरब डॉलर की होनी की उम्मीद है।

राष्ट्रीय डेटा केंद्र

सरकारी डेटा केंद्र की स्थापना और प्रबंधन राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) द्वारा किया गया है।पहला डेटा सेंटर 2008 में हैदराबाद में, उसके बाद 2010 में एनडीसी पुणे, 2011 में एनडीसी दिल्ली और 2018 में एनडीसी भुवनेश्वर में लॉन्च किया गया था।

यह सभी स्तरों पर सरकार को सेवाएं प्रदान करने के लिए विभिन्न राज्यों की राजधानियों में 37 छोटे डेटा केंद्रों का संचालन करता है।

भुवनेश्वर में राष्ट्रीय डेटा केंद्र (एनडीसी) एक क्लाउड-सक्षम डेटा केंद्र है जो अपनी स्थापना के बाद से सरकारी विभागों को क्लाउड सेवाएं प्रदान कर रहा है।

राष्ट्रीय डेटा केंद्र भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न ई-शासन पहलों के लिए सेवाएं प्रदान करके भारत में ई-शासन अवसंरचना का मूल है।

डेटा सेंटर एक ऐसी सुविधा है जो डेटा और अनुप्रयोगों के भंडारण, प्रसंस्करण और प्रसार के उद्देश्यों के लिए एक संगठन के साझा आईटी संचालन और उपकरणों को केंद्रीकृत करती है। क्योंकि वे एक संगठन की सबसे महत्वपूर्ण और मालिकाना संपत्ति रखते हैं इसलिए  दैनिक संचालन की निरंतरता के लिए डेटा केंद्र महत्वपूर्ण हैं।


By admin: Nov. 16, 2022

6. आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा के लिए मध्य प्रदेश में लागू हुआ अनुसूचित क्षेत्रों के लिए पंचायत विस्तार (पीईएसए) अधिनियम

Tags: State News

(PESA) Act

मध्य प्रदेश सरकार ने 15 नवंबर को राज्य में अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत विस्तार (पेसा) अधिनियम लागू किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर शहडोल जिले में राज्य सरकार द्वारा आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इसकी औपचारिक घोषणा की गई।

  • इस अवसर पर मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित राज्य और केंद्र के कई आदिवासी मंत्री उपस्थित थे।

  • इसका उद्देश्य ग्राम सभाओं की सक्रिय भागीदारी के साथ जनजातीय आबादी को शोषण से बचाना है।

अनुसूचित क्षेत्रों के लिए पंचायत विस्तार अधिनियम, 1996

  • संसद ने 1996 में अनुसूचित क्षेत्रों के लिए पंचायत विस्तार अधिनियम (PESA) नामक एक विशेष कानून बनाया और 24 दिसंबर 1996 को लागू हुआ।

  • यह अधिनियम वर्तमान में संविधान की पांचवीं अनुसूची में शामिल क्षेत्रों में लागू है, जो आदिवासी समुदायों के प्रभुत्व वाले जिलों के प्रशासन से संबंधित है, और देश के 10 राज्यों में लागू है।

  • ये 10 राज्य झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना हैं।

  • अधिनियम का उद्देश्य अनुसूचित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए ग्राम सभाओं के माध्यम से स्वशासन सुनिश्चित करना है।


By admin: Nov. 11, 2022

7. डीएवाई-एनआरएलएम के तहत प्रभावी शासन प्रणाली स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन

Tags: National National News

effective governance systems under DAY-NRLM

ग्रामीण विकास मंत्रालय (एमओआरडी) ने 10 नवंबर, 2022 को दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम) के तहत प्रभावी शासन प्रणाली की स्थापना का समर्थन करने के लिए गुरुग्राम स्थित वेदीस फाउंडेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • MoRD और वेदिस फाउंडेशन के साथ साझेदारी तीन साल के लिए है और यह गैर-वित्तीय साझेदारी है।

  • ग्रामीण विकास सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा की अध्यक्षता में हुई बैठक में ग्रामीण आजीविका मंत्रालय की संयुक्त सचिव नीता केजरीवाल और वेदीस फाउंडेशन के सीईओ मुरुगन वासुदेवन ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

  • समझौता ज्ञापन के अनुसार, वेदीस फाउंडेशन अगले पांच वर्षों के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय के ग्रामीण आजीविका (आरएल) प्रभाग में एक पीएमयू स्थापित करेगा।

  • समझौता ज्ञापन राज्य की क्षमताओं को भी मजबूत करेगा, अभिनव मॉडल स्थापित करेगा और पंचायती राज संस्थानों (पीआरआई) और एसएचजी अभिसरण के लिए राष्ट्रीय रणनीति को लागू करेगा।

  • समझौता ज्ञापन के हिस्से के रूप में प्रारंभिक फोकस में से एक एसआरएलएम की स्थिति पर एक वार्षिक रिपोर्ट है जिसमें विभिन्न एसआरएलएम का मूल्यांकन 'गवर्नेंस इंडेक्स' के आधार पर किए जाने की उम्मीद है।

वेदीस फाउंडेशन के बारे में

  • वेदिस फाउंडेशन ने हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और मणिपुर के राज्य ग्रामीण आजीविका मिशनों (एसआरएलएम) में परियोजना प्रबंधन इकाइयों-पीएमयू की स्थापना की है।

  • यह भविष्य में राजस्थान में सरकार की शीर्ष स्तरीय प्राथमिकताओं का प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक 360-डिग्री दृष्टिकोण पर काम करेगा। 

दीनदयाल अंत्योदय योजना - राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (डीएवाई-एनआरएलएम)

  • इसे जून 2011 में ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था।

  • इसका उद्देश्य देश में ग्रामीण गरीब परिवारों हेतु कौशल विकास और वित्तीय सेवाओं तक बेहतर पहुँच के माध्यम से आजीविका के अवसरों में वृद्धि कर ग्रामीण गरीबी को कम करना है।

  • 13,000 करोड़ रुपए से अधिक के वार्षिक बजट परिव्यय के साथ, इस कार्यक्रम में 723 जिलों के 7.15 लाख गांवों को शामिल किया गया है, और 8.6 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को इसके दायरे में लाया गया है।


By admin: Nov. 9, 2022

8. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने केंद्रीय सूचना आयोग के वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन किया

Tags: National Summits National News

LS Speaker Om Birla inaugurated

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 9 नवंबर, 2022 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना आयोग के वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • केंद्रीय सूचना आयोग हर साल अक्टूबर-नवंबर के दौरान एक वार्षिक सम्मेलन आयोजित करता है।

  • सम्मेलन का शीर्षक आजादी का अमृत महोत्सव : आरटीआई के माध्यम से नागरिक केंद्रित शासन है।

  • यह सम्मेलन आरटीआई शासन को व्यापक और गहन बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।

  • सूचना के अधिकार का अर्थ है शासन और प्रशासन की प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी जो अपरिहार्य हो जाती है।

सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005

  • यह अधिनियम सरकारी सूचना के लिए नागरिकों के प्रश्नों का समय पर जवाब देना अनिवार्य बनाता है।

  • इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को सशक्त बनाना, सरकार के कामकाज में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार को रोकना तथा लोकतंत्र में लोगों के लिए कार्य करना है।

केंद्रीय सूचना आयोग (CIC)

  • इसकी स्थापना सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के प्रावधानों के तहत वर्ष 2005 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी। यह संवैधानिक निकाय नहीं है।

  • इसमें एक मुख्य सूचना आयुक्त होता है और अधिकतम दस सूचना आयुक्त होते हैं।

  • आयुक्तों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा एक समिति की सिफारिश पर किया जाता है जिसमें अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष का नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल होते हैं।

  • आयोग सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत किसी विषय पर प्राप्त शिकायतों के मामले में संबंधित व्यक्ति से पूछताछ करता है।


By admin: Nov. 2, 2022

9. संजीव चोपड़ा ने खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया

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Sanjeev Chopra

संजीव चोपड़ा ने 31 अक्टूबर 2022 से खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया है। वह ओडिशा कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • संजीव चोपड़ा ने एफएमएस, दिल्ली विश्वविद्यालय से बीकॉम ऑनर्स और एमबीए पूरा किया। बाद में, उन्होंने उत्कल विश्वविद्यालय भुवनेश्वर से एलएलबी और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस से एमएससी पूरा किया।

  • उन्होंने बारीपदा (ओडिशा) में उप कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया।

  • उन्होंने 1995 से 1997 तक ओडिशा के कोरापुट में जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया।

  • उन्होंने 1999-2000 के दौरान तकनीकी शिक्षा एवं प्रशिक्षण विभाग में निदेशक/उप सचिव के रूप में कार्य किया।

  • उन्होंने 2000-2004 के दौरान राज्य सहकारी बैंकों के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य किया।

  • उन्होंने उद्योग, सामान्य प्रशासन, कृषि और गृह जैसे विभागों में सचिव के रूप में भी काम किया है।

  • उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2020 और 2021 में डिजिटल परिवर्तन के लिए सरकारी प्रक्रिया री-इंजीनियरिंग में उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है।

By admin: Nov. 1, 2022

10. बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने एडवर्ड एम कैनेडी को 'फ्रेंड्स ऑफ लिबरेशन वॉर' सम्मान से नवाजा

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'Friends of Liberation War'

बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश की मुक्ति में योगदान के लिए 31 अक्टूबर को ढाका में पूर्व अमेरिकी सीनेटर एडवर्ड एम कैनेडी को मरणोपरांत प्रतिष्ठित 'फ्रेंड्स ऑफ लिबरेशन वॉर' सम्मान से सम्मानित किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह सम्मान उनके बेटे एडवर्ड एम टेड कैनेडी जूनियर को सौंपा गया।

  • प्रधान मंत्री शेख हसीना ने एडवर्ड कैनेडी सीनियर के योगदान को आभार के साथ याद किया।

  • उन्होंने कहा कि कैनेडी सीनियर ने 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान अमेरिकी सरकार की भूमिका के बावजूद निर्दोष बंगाली लोगों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए नरसंहार के खिलाफ एक साहसिक कदम उठाया।

  • उन्होंने कहा कि कैनेडी सीनियर ने युद्ध समाप्‍त होने तक पाकिस्‍तान को सैन्‍य और आर्थिक सहायता पर रोक लगाने के लिए कडी मेहनत की थी। 

1971 का मुक्ति संग्राम  

  • 1950 के दशक में पाकिस्तान पर सैन्य-नौकरशाही का राज था जो पूरे देश (पूर्वी एवं पश्चिमी पाकिस्तान) पर अलोकतांत्रिक तरीके से शासन कर रहे थे। 

  • शासन की इस व्यवस्था में बंगालवासियों का कोई राजनीतिक प्रतिनिधित्व नहीं था। 

  • वर्ष 1970 के आम चुनावों के दौरान पश्चिमी पाकिस्तान के इस प्रभुत्व को बंगालवासियों द्वारा चुनौती दी गई।

  • वर्ष 1970 के आम चुनाव में पूर्वी पाकिस्तान के शेख मुज़ीबुर्र रहमान की अवामी लीग को स्पष्ट बहुमत प्राप्त हुआ।

  • पश्चिमी पाकिस्तान पूर्वी पाकिस्तान के किसी नेता को देश पर शासन करने के लिए तैयार नहीं था।

  • 26 मार्च, 1971 को पश्चिम पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान में ऑपरेशन सर्चलाइट शुरू की।

  • इसके परिणामस्वरूप लाखों बांग्लादेशियों को भारत में शरण लेनी पड़ी।

  • बांग्लादेश के स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाली 'मुक्तिवाहिनी सेना' एवं भारतीय सैनिकों की बहादुरी से पाकिस्तानी सेना को हार का सामना करना पड़ा।

  • 6 दिसंबर, 1971 को भारत के हस्तक्षेप से 13 दिनों के युद्ध से एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का जन्म हुआ।

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