Current Affairs search results for tag: defence
By admin: Feb. 27, 2023

1. भारतीय वायु सेना, ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के साथ करेगी अभ्यास कोबरा वारियर

Tags: Defence


भारतीय वायु सेना, ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स के वैडिंगटन एयर फोर्स बेस में अभ्यास कोबरा वॉरियर में भाग लेने के लिए प्रस्थान किया। इस अभ्यास का आयोजन 06 मार्च 2023 से लेकर 24 मार्च 2023 तक प्रस्तावित है।

खबर का अवलोकन:

  • अभ्यास कोबरा वॉरियर एक बहुपक्षीय वायु सैन्य अभ्यास है, जिसमें फिनलैंड, स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, अमरीका और सिंगापुर की वायु सेनाएं भी रॉयल एयर फोर्स तथा भारतीय वायु सेना के साथ भाग ले रही हैं।

  • भारतीय वायु सेना इस वर्ष पांच मिराज 2000 लड़ाकू विमानों, दो सी-17 ग्लोबमास्टर III और एक आईएल-78 मिड एयर रिफ्यूलर विमान के साथ इस अभ्यास में भाग ले रही है।

  • इस अभ्यास का उद्देश्य भिन्न-भिन्न लड़ाकू विमानों की विविध गतिविधियों में शामिल होना और अलग-अलग वायु सेनाओं की सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों से सीखना है।


By admin: Feb. 27, 2023

2. आईएएफ ने विकसित किया स्वदेशी डेटा लिंक संचार: वायुलिंक

Tags: Defence Science and Technology


भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने एक उपलब्धि के तौर पर स्वदेश निर्मित जैमर-प्रूफ कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म 'वायुलिंक' का शुभारंभ किया है। यह खराब मौसम में भी बेस स्टेशन के साथ संपर्क बनाये रखने में सहायक होगा। 

खबर का अवलोकन

  • यह आईएएफ द्वारा विकसित किया एक बेहद सुरक्षित कम्युनिकेशन सिस्टम है।

  • एयरो इंडिया 2023 में, आईएएफ ने इसके सन्दर्भ में जानकारी दी है और अपने इस वायलिंक प्लेटफार्म के बारें में विस्तृत जानकारी हेतु एक गैलरी का भी आयोजन किया।

प्लेटफॉर्म वायुलिंक: 

  • वायुलिंक एक एड-हॉक डेटा लिंक कम्युनिकेशन सिस्टम है, जो एक विमान में स्थापित होने पर, सुरक्षित चैनल पर एन्क्रिप्टेड ट्रैफ़िक डेटा के साथ-साथ अन्य विमानों की स्थिति को बताने में मदद करता है। 

  • जैमर-प्रूफ प्लेटफॉर्म 'वायुलिंक' डेटा लिंक संचार भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (आईआरएनएसएस) का उपयोग करता है, जिसे नाविक भी कहा जाता है।

 वायुलिंक से होने वाले लाभ: 

  • इस प्लेटफॉर्म से कमजोर सिग्नल की स्थिति में भी आधार स्टेशन पर रेडियो संचार भेजा जा सकता है। 

  • यह सिस्टम आईएएफ के लिए काफी सहायक है। क्योंकि युद्ध की स्थिति के दौरान जब विमान किसी मित्र सेना के करीब उड़ान भर रहे होते हैं, तो यह सिस्टम विमान की वास्तविक स्थिति को बताने में सहायक होता है।  

  • इससे पायलटों को मौसम के बारे में सही और सटीक जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलती है। विशेष रूप से यह पहाड़ियों के ऊपर उड़ान भर रहे विमानों को भी सही संचार प्रदान करने में मदद करता है।    

  • यह युद्ध की स्थिति में फ्रेट्रिकाइड को रोकने में मदद करता है। साथ ही यह पता करने में मदद करता है की हमारी थल सेना कहां मौजूद है। 

  • इसके द्वारा फाइटर विमानों की आपसी टक्कर को भी रोका जा सकता है। जो एक सटीक टीमिंग सिस्टम सर्विस प्रदान करती है। यह रियल टाइम लक्ष्यों को निर्धारित करने में भी मदद करती है जिसकी सहायता  से कई टीमें एक साथ मिलकर लक्ष्य पर हमला कर सकती है।

  • स्वदेशी जैमर-प्रूफ कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म 'वायुलिंक' देश की तीनों सेनाओं के लिए सहायक है।


By admin: Feb. 26, 2023

3. डेजर्ट फ्लैग VIII अभ्यास में भाग लेने के लिए भारतीय वायु सेना का दल संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा

Tags: Defence International News

110 वायु योद्धाओं वाली एक भारतीय वायु सेना की टुकड़ी 25 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के अल धफरा हवाई अड्डे पर अभ्यास 'डेजर्ट फ्लैग VIII' में भाग लेने के लिए पहुंची।

खबर का अवलोकन 

  • भारत में निर्मित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में एक बहुराष्ट्रीय अभ्यास में पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगा।

  • IAF पांच LCA तेजस और दो C-17 ग्लोबमास्टर III विमानों के साथ भाग लेगा।

एक्सरसाइज डेजर्ट फ्लैग के बारे में

  • यह एक बहुपक्षीय हवाई अभ्यास है जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, कुवैत, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, बहरीन, मोरक्को, स्पेन, कोरिया गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका की वायु सेनाएं भी भाग लेंगी।

  • यह अभ्यास 27 फरवरी से 17 मार्च तक चलेगी।

  • अभ्यास का उद्देश्य विविध लड़ाकू कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ विभिन्न देशों के वायु सेनाओं के सर्वोत्तम अभ्यासों से सीखना है।

तेजस लड़ाकू विमान

  • यह एक 'स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान' है।

  • इसे 'एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए)' और 'हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

  • यह सबसे छोटा-हल्का सिंगल-इंजन 'मल्टीरोल टैक्टिकल फाइटर एयरक्राफ्ट' है।

  • इसे रूस के मिग-21 लड़ाकू विमानों पर भारत की निर्भरता कम करने और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।

  • इसे हवा से हवा, हवा से सतह पर मार करने वाले हथियारों की रेंज ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है।

  • यह यात्रा के दौरान आसमान में ईंधन भरने में सक्षम है और इसकी अधिकतम पेलोड क्षमता 4000 किलोग्राम है।

  • यह मैक 1.8 की अधिकतम गति प्राप्त कर सकता है और इसकी सीमा 3,000 किमी है।

By admin: Feb. 25, 2023

4. जर्मनी 6 पनडुब्बियों के निर्माण के लिए भारत के साथ 5.2 अरब डॉलर का सौदा करेगा

Tags: Defence International News

जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ की 25-26 फरवरी की भारत यात्रा के दौरानजर्मनी भारत के साथ संयुक्त रूप से छह पारंपरिक पनडुब्बियों का निर्माण करने के लिए 5.2 बिलियन डॉलर का सौदा करेगा।

खबर का अवलोकन 

  • नौसैनिक परियोजना पश्चिमी सैन्य निर्माण शक्ति द्वारा भारत को सैन्य हार्डवेयर के लिए रूस पर निर्भरता को समाप्त करने का नवीनतम प्रयास है।

  • भारत अपनी दो दशक से अधिक पुरानी 16 पारंपरिक पनडुब्बियों में से 11 को बदलना चाहता है, और यह हिंद महासागर में चीन की बढ़ती उपस्थिति का मुकाबला करना चाहता है।

  • भारतीय नौसेना के पास दो स्वदेशी परमाणु-संचालित पनडुब्बियां भी हैं।

  • पनडुब्बी परियोजना के लिए जर्मनी की थिसेनक्रुप मरीन सिस्टम्स (टीकेएमएस) दो अंतर्राष्ट्रीय बोलीदाताओं में से एक है बर्लिन सौदे का समर्थन करेगा।

  • सौदे के तहत, एक विदेशी पनडुब्बी निर्माता को भारत में पनडुब्बी बनाने के लिए एक भारतीय कंपनी के साथ साझेदारी करनी होगी।

By admin: Feb. 25, 2023

5. लेफ्टिनेंट जनरल आरएस रीन ने डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस का पदभार संभाला

Tags: Defence Person in news

लेफ्टिनेंट जनरल आरएस रीन ने 24 फरवरी, 2023 को डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस का पदभार संभाला।

खबर का अवलोकन

  • 1986 बैच के अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल रीन भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं।

  • उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, श्रीनगर से अपना बीई (इलेक्ट्रिकल) पूरा किया था। 

  • उन्होंने रेडियो इंजीनियरिंग में विशेषज्ञता और एमसी ईएमई, सिकंदराबाद से संचार इंजीनियरिंग में स्नातकोत्तर किया था।

  • वह डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ क्वालिटी एश्योरेंस, बेंगलुरु में एक वरिष्ठ संकाय के रूप में कार्य कर चुके हैं।

  • वह भारतीय सांख्यिकी संस्थान, कोलकाता से प्रमाणित सिक्स सिग्मा ब्लैक बेल्ट हैं।

  • उन्होंने आईआईटी, खड़गपुर से रिलायबिलिटी इंजीनियरिंग में प्रमाणन किया है और ब्यूरो वेरिटास, बेंगलुरु से गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली और एकीकृत प्रबंधन प्रणाली में योग्य लीड ऑडिटर हैं।

डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस (डीजीक्यूए)

  • डायरेक्टर जनरल क्वालिटी एश्योरेंस (डीजीक्यूए) रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग के अधीन कार्यरत एक अंतर-सेवा संगठन है।

  • यह भारतीय सेना, भारतीय नौसेना (नौसेना आयुध को छोड़कर) और निजी क्षेत्र और सार्वजनिक क्षेत्र से खरीदे गए भारतीय वायु सेना के लिए आम उपयोग की वस्तुओं के लिए आयातित और स्वदेशी दोनों तरह के रक्षा स्टोर और उपकरणों के दूसरे पक्ष के गुणवत्ता आश्वासन के लिए जिम्मेदार है।



By admin: Feb. 25, 2023

6. पहली बार, दक्षिण चीन सागर संघर्ष के बीच भारतीय पनडुब्बी आईएनएस सिंधुकेसरी इंडोनेशिया पहुंची

Tags: Defence International News

दक्षिण चीन सागर में चीन और जकार्ता, इंडोनेशिया के संघर्ष के बीच पहली बार भारतीय पनडुब्बी आईएनएस सिंधुकेसरी (INS Sindhukesari) इंडोनेशिया पहुंची। 

खबर का अवलोकन

  • इंडोनेशिया उन देशों में शामिल है, जो दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के साथ नौसैनिक विवाद में उलझे हुए हैं।

  • यह भारत और इंडोनेशिया के बीच एक सुरक्षित भारत-प्रशांत की दिशा में समुद्री साझेदारी को मजबूत करने के बारे में है।

  • भारतीय युद्धपोत अक्सर इंडोनेशिया और अन्य आसियान देशों का दौरा करते हैं। यह पहली बार है जब पनडुब्बी को लंबी दूरी के लिए तैनात किया गया है।

  • शी जिनपिंग के शासन में, चीन अपने पड़ोसी देशों में घुसपैठ करके अपने क्षेत्र का विस्तारकरने की कोशिश कर रहा है। 

  • भूमि सीमा पर चीन भारतीय और साथ ही भूटानी क्षेत्रों में प्रवेश करने का प्रयास कर रहा है।

  • पनडुब्बी की यह पहली लंबी दूरी की तैनाती परिचालन क्षमता और देश की पानी के भीतर युद्धक शाखा की पहुंच को भी रेखांकित करती है।

  • आईएनएस सिंधुकेसरी 3,000 टन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है।

By admin: Feb. 20, 2023

7. भारत, उज़्बेकिस्तान ने चौथा संयुक्त सैन्य अभ्यास- 'दस्तलिक' आयोजित किया

Tags: Defence National News

भारतीय सेना और उज्बेकिस्तान सेना के बीच सैन्य-से-सैन्य आदान-प्रदान कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, प्रशिक्षण अभ्यास दस्तलिक (2023) का चौथा संस्करण 20 फरवरी से शुरू हुआ।

खबर का अवलोकन

  • यह अभ्यास 5 मार्च, 2023 तक पिथौरागढ़, उत्तराखंड में आयोजित होगा। 

  • अभ्यास में दोनों देशों के 45-45 जवान प्रतिभाग करेंगे।

  • इस द्विपक्षीय अभ्यास में भारतीय दल का प्रतिनिधित्व 14वीं बटालियन गढ़वाल राइफल्स द्वारा किया जाएगा, जो पश्चिमी कमान का हिस्सा है।

  • उज़्बेकिस्तान सेना का प्रतिनिधित्व उज़्बेकिस्तान सेना के उत्तर पश्चिमी सैन्य जिले के सैनिकों द्वारा किया जाएगा।

  • इसका उद्देश्य दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ते सैन्य और राजनयिक संबंधों को गति देना है।

  • यह अभ्यास आतंकवाद से निपटने के लिए दोनों देशों के मजबूत संकल्प को दर्शाता है।

पिछला अभ्यास- ‘दस्तलिक'

  • इस अभ्यास का पहला संस्करण नवंबर 2019 में उज्बेकिस्तान में आयोजित किया गया था।

  • दूसरा संस्करण भारत में 2021 में 10 से 19 मार्च तक चौबटिया, रानीखेत में आयोजित किया गया था।

  • अभ्यास का तीसरा संस्करण 2022 में 22 से 29 मार्च तक उज्बेकिस्तान के यांगियारिक जिले में आयोजित किया गया था।

महत्व

  • चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को ध्यान में रखते हुए यह अभ्यास काफी महत्वपूर्ण है।

  • दोनों सेनाओं ने संयुक्त राष्ट्र शासनादेश के तहत पर्वतीय/ग्रामीण/शहरी परिदृश्यों में आतंकवाद-रोधी अभियानों को साझा करना।

  • मध्य एशिया से जुड़ने के लिए सैन्य कूटनीति।

By admin: Feb. 18, 2023

8. लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार नए थल सेना उप प्रमुख होंगे

Tags: Defence Person in news


भारतीय सेना ने लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार को नए भारतीय सेना उप प्रमुख के रूप में नामित किया है, जबकि वर्तमान उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू को सेना कमांडर के रूप में दक्षिण पश्चिमी सेना कमान (जयपुर) में स्थानांतरित किया गया है।

खबर का अवलोकन 

  • फिलहाल सुचिंद्र कुमार सेना मुख्यालय में डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ (सामरिक) के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं।

  • बीएस राजू लेफ्टिनेंट जनरल एएस भिंडर का स्थान लेंगे, जो 28 फरवरी को दक्षिण पश्चिमी सेना कमान के प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।

  • लेफ्टिनेंट जनरल एनएसआर सुब्रमणि को सेना के कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया है। वह लखनऊ में सेना की मध्य कमान के नए कमांडर होंगे। वह वर्तमान में उत्तरी कमान में चीफ ऑफ स्टाफ हैं।

एमवी सुचिंद्र कुमार के बारे में

  • लेफ्टिनेंट जनरल एमवी सुचिंद्र कुमार, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला, पुणे के पूर्व छात्र हैं।

  • उन्होंने वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, महू में हायर कमांड कोर्स और नई दिल्ली में नेशनल डिफेंस कॉलेज सहित कई पाठ्यक्रम पूरे किए हैं।

  • उन्होंने श्रीलंका में 'कोऑपरेटिव सिक्योरिटी इन साउथ एशिया' और मिस्र में 'यूनाइटेड नेशंस सीनियर मिशन लीडर्स कोर्स' जैसे विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग लिया है।

  • उन्हें जून 1985 में पहली बार असम रेजिमेंट में नियुक्त किया गया था और भारतीय सेना में उनका शानदार करियर रहा है।

By admin: Feb. 16, 2023

9. भारत जापान संयुक्त प्रशिक्षण अभ्यास "धर्म गार्जियन" शिगा प्रांत, जापान में कैंप इमाजू में शुरू होगा

Tags: Defence International News

भारत और जापान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास, "एक्स धर्म गार्डियन" का चौथा संस्करण 17 फरवरी से 2 मार्च 2023 तक जापान के शिगा प्रांत के कैंप इमाजू में आयोजित किया जाएगा।

खबर का अवलोकन

  • भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स रेजिमेंट के सैनिक और जापान ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स (JGSDF) की एक इन्फैंट्री रेजिमेंट इस वर्ष अभ्यास में भाग ले रहे हैं।

  • वे नियोजन और निष्पादन में अंतर-संचालनीयता बढ़ाने के लिए संचालन के दौरान प्राप्त अनुभवों को साझा करेंगे।

  • भारतीय सेना की टुकड़ी 12 फरवरी 2023 को अभ्यास स्थल पर पहुंची।

प्रशिक्षण का फोकस क्षेत्र

  • यह प्रशिक्षण मुख्य रूप से उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस और सामरिक स्तर पर अभ्यासों को साझा करने पर केंद्रित होगा।

  • अभ्यास के दौरान, प्रतिभागी संयुक्त योजना, संयुक्त सामरिक अभ्यास, एकीकृत निगरानी ग्रिड सहित विभिन्न मिशनों में शामिल होंगे।

  • संयुक्त अभ्यास से दोनों सेनाओं को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जानने, अपने व्यापक अनुभव साझा करने और स्थितिजन्य जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी।

अभ्यास धर्म गार्जियन क्या है?

  • यह 2018 से भारत और जापान के बीच आयोजित एक वार्षिक संयुक्त सैन्य अभ्यास है।

  • इसका उद्देश्य संबंधित देशों में विभिन्न आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान प्राप्त अनुभव को साझा करना है।

  • यह अभ्यास वर्तमान वैश्विक स्थिति की पृष्ठभूमि में दोनों देशों द्वारा सामना की जाने वाली सुरक्षा चुनौतियों के संदर्भ में बेहद महत्वपूर्ण है।

  • इस अभ्यास के दायरे में जंगल और अर्ध शहरी/शहरी इलाकों में संचालन पर प्लाटून स्तर का संयुक्त प्रशिक्षण शामिल है।

भारत और जापान के बीच अन्य अभ्यास

  • शिन्यू मैत्री- भारतीय वायु सेना और जापानी वायु आत्मरक्षा बल (JASDF) के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास।

  • JIMEX- भारत और जापान के बीच एक द्विपक्षीय समुद्री अभ्यास।

  • सहयोग-काइजिन - भारतीय तट रक्षक और जापान तट रक्षक के बीच संयुक्त द्विपक्षीय अभ्यास।



By admin: Feb. 15, 2023

10. भारत-अमेरिका अभ्यास तरकश

Tags: National Defence National News

Indo-US exercise TARKASH

संयुक्त अभ्यास तारकश का छठा संस्करण हाल ही में चेन्नई में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और यूएस स्पेशल ऑपरेशंस फोर्स (SOF) द्वारा संपन्न हुआ।

तरकश अभ्यास के बारे में

  • यह अभ्यास का छठा संस्करण है जो 16 जनवरी से शुरू हुआ और 14 फरवरी को समाप्त हुआ।

  • यह राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) और यूएस स्पेशल ऑपरेशंस फोर्स (SOF) द्वारा एक संयुक्त अभ्यास है।

  • इस अभ्यास में पहली बार "रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (CBRN) आतंक प्रतिक्रिया" को शामिल किया गया है।

  • इस अभ्यास में आतंकवादियों द्वारा रासायनिक और जैविक हमलों से निपटने के लिए एक अभ्यास भी शामिल किया गया था।

  • रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में रासायनिक और जैविक हमलों को अभ्यास का हिस्सा बनाया गया है।

  • पिछले साल, रूस ने यूक्रेन पर पश्चिमी देशों से सहायता प्राप्त करने और खार्किव में रासायनिक हमला करने का आरोप लगाया था।

अभ्यास के उद्देश्य

  • इस अभ्यास का उद्देश्य आतंकवादियों को बेअसर करना, बंधकों को सुरक्षित छुड़ाना और आतंकवादियों द्वारा ले जाए जा रहे रासायनिक हथियारों को निष्क्रिय करना है।

रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु (CBRN) हथियार

  • इन हथियारों को सामूहिक विनाश के हथियारों (WMD) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

  • अतीत में इन हथियारों का उपयोग राज्यों और आतंकवादी समूहों द्वारा किया गया है।

  • 2017 में सीरिया में सरीन गैस हमले के रूप में CBRN का सबसे हालिया उपयोग हुआ था जिसमें 100 से अधिक लोग मारे गए थे।

  • ये हथियार अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।

रासायनिक, जैविक और रेडियोलॉजिकल हथियार

  • रासायनिक हथियारों में मस्टर्ड गैस और नर्व एजेंट शामिल हैं।

  • एंथ्रेक्स, बोटुलिनम विष और प्लेग जैसे जैविक कारक जैव रासायनिक हथियारों के कुछ उदाहरण हैं।

  • रेडियोलॉजिकल हथियारों में हथियारयुक्त रेडियोधर्मी अपशिष्ट और गंदे बमों के साथ-साथ परमाणु हथियार भी शामिल हैं।







Date Wise Search