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By admin: Oct. 18, 2022

1. गुजरात के लोथल में समुद्री विरासत परिसर की साइट कार्य प्रगति की समीक्षा

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प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 अक्टूबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के लोथल में राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर की साइट कार्य प्रगति की समीक्षा की।

राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर के बारे में

  • इसे गुजरात के लोथल (सिंधु घाटी सभ्यता) क्षेत्र में विकसित किया जा रहा है।

  • यह परियोजना न केवल भारत की समृद्ध और विविध समुद्री विरासत को प्रदर्शित करती है बल्कि लोथल को विश्व स्तरीय अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में उभरने में भी मदद करती है।

  • इस परियोजना की आधारशिला प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई थी और मार्च 2019 में मास्टर प्लान के लिए सहमति दी गई थी।

  • इस परियोजना पर मार्च 2022 में काम शुरू हुआ था, इसे लगभग 3500 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है।

  • यह हेरिटेज थीम पार्क, नेशनल मैरीटाइम हेरिटेज म्यूजियम, लाइटहाउस म्यूजियम, मैरीटाइम इंस्टीट्यूट, इको-रिसॉर्ट्स जैसी संरचनाओं के साथ 400 एकड़ के क्षेत्र को कवर करेगी।

  • यह संस्कृति मंत्रालय (MoC) और बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) की सागरमाला योजना के तहत प्रमुख परियोजनाओं में से एक है।

लोथल के बारे में

  • लोथल गुजरात राज्य के भील क्षेत्र में स्थित प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे दक्षिणी स्थलों में से एक था।

  • माना जाता है कि लोथल शहर का निर्माण 2200 ईसा पूर्व के आसपास शुरू हुआ था।

  • भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने 1954 में लोथल की खोज की थी।

  • लोथल को सबसे पुराने मानव निर्मित पोत की खोज के लिए जाना जाता है।

  • यह प्राचीन काल में एक महत्वपूर्ण और संपन्न व्यापार केंद्र था, इसके मोतियों, रत्नों और बहुमूल्य गहनों का व्यापार पश्चिम एशिया और अफ्रीका के सुदूर कोनों तक पहुँचता था।

सिंधु घाटी सभ्यता के बारे में

  • इसे हड़प्पा सभ्यता के रूप में भी जाना जाता है जो लगभग 2,500 ईसा पूर्व दक्षिण एशिया के पश्चिमी भाग में, समकालीन पाकिस्तान और पश्चिमी भारत में विकसित हुआ।

  • यह मूल रूप से एक शहरी सभ्यता थी और लोग सुनियोजित और अच्छी तरह से निर्मित कस्बों में रहते थे, जो व्यापार के केंद्र भी थे।

  • यहाँ चौड़ी सड़कें और एक अच्छी तरह से विकसित जल निकासी व्यवस्था थी और घर पकी हुई ईंटों से बने थे और दो या दो से अधिक मंजिल होते थे।

By admin: Oct. 18, 2022

2. उल्फ क्रिस्टर्सन स्वीडन के नए प्रधान मंत्री चुने गए

Tags: Person in news International News

स्वीडन की संसद ने 17 अक्टूबर को कंजर्वेटिव मॉडरेट पार्टी के 59 वर्षीय नेता उल्फ क्रिस्टर्सन को नया प्रधानमंत्री चुना है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • वह ऐसे गठबंधन के प्रमुख होंगे जिसे कभी कट्टरपंथी दक्षिणपंथी रही पार्टी का भी समर्थन प्राप्त है।

  • उनकी सरकार के 18 अक्टूबर को कार्यभार ग्रहण करने की उम्मीद है।

  • उनके गठबंधन में तीन दल शामिल हैं. हालांकि गठबंधन के पास बहुमत नहीं है, लेकिन स्वीडन में, प्रधानमंत्री तब तक शासन कर सकते हैं जब तक कि संसद में उनके खिलाफ बहुमत न हो।

  • स्वीडन के 11 सितंबर के आम चुनाव में उनकी पार्टी बड़ी विजेता बनकर उभरे थे , जो निवर्तमान प्रधान मंत्री मैग्डेलेना एंडरसन के सोशल डेमोक्रेट्स के बाद रिकॉर्ड 20.5 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी।

  • सोशल डेमोक्रेट्स 1930 के दशक से स्वीडिश राजनीति पर हावी है।

  • नई सरकार ने करों में कटौती करने, नए परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू करने, आव्रजन नियमों को कड़ा करने और स्वीडन डेमोक्रेट्स के साथ नीतिगत समझौते के हिस्से के रूप में पुलिस को अधिक अधिकार देने की योजना बनाई है।

स्वीडन के बारे में

  • यह उत्तरी यूरोप में स्कैंडिनेवियाई प्रायद्वीप पर स्थित है।

  • देश का प्राचीन नाम स्वितियोड था।

  • प्रधान मंत्री - उल्फ क्रिस्टर्सन

  • राजधानी - स्टॉकहोम

  • मुद्रा - स्वीडिश क्रोना

  • राजा - कार्ल सोलहवें गुस्ताफ

By admin: Oct. 18, 2022

3. राजनयिक अपूर्व श्रीवास्तव स्लोवाक गणराज्य में राजदूत नियुक्त की गईं

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भारतीय विदेश सेवा में राजनयिक अपूर्व श्रीवास्तव को स्लोवाक गणराज्य में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • 2001 बैच की अधिकारी अपूर्व वर्तमान में टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास में महावाणिज्य दूत के रूप में कार्य कर रही हैं।

  • इससे पहले, उन्होंने विदेश मंत्रालय में विभिन्न पदों पर कार्य किया और अन्य स्थानों के अलावा काठमांडू और पेरिस में तैनात रहीं।

  • भारत और स्लोवाकिया ने रक्षा और हवाई सेवाओं से लेकर आर्थिक और संस्कृतिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

  • भारत और स्लोवाकिया नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संगठनों में शीर्ष पदों के लिए एक-दूसरे की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।

स्लोवाक गणराज्य

  • स्लोवाक गणराज्य या स्लोवाकिया मध्य यूरोप  का एक भूमि आबद्ध देश है।

  • इसकी सीमा उत्तर में पोलैंड, पूर्व में यूक्रेन, दक्षिण में हंगरी और दक्षिण-पश्चिम में ऑस्ट्रिया से लगती है।

  • इसका पूर्व संघीय भागीदार, चेक गणराज्य, पश्चिम में स्थित है।

  • प्रधान मंत्री - एडुआर्ड हेगेर

  • राजधानी - ब्रातिस्लावा

  • राष्ट्रपति - ज़ुज़ाना कैपुटोवा

  • मुद्रा - यूरो

  • राजभाषा - स्लोवाक

By admin: Oct. 18, 2022

4. भारत-अफ्रीका रक्षा वार्ता

Tags: Defence International News

भारत-अफ्रीका रक्षा संवाद (IADD) 18 अक्टूबर को गुजरात के गांधीनगर में 12वें DefExpo के मौके पर आयोजित किया जा रहा है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • संवाद का विषय 'भारत-अफ्रीका: तालमेल और रक्षा तथा सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने के लिए रणनीति को अपनाना' है।

  • इसका उद्देश्य क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी क्षेत्रों सहित आपसी जुड़ाव के लिए अभिसरण के नए रास्ते तलाशना है।

  • अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में उन्नत अनुसंधान के लिए भारत का प्रमुख थिंक-टैंक, मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (एमपी-आईडीएसए) भारत-अफ्रीका रक्षा वार्ता के लिए ज्ञान भागीदार है।

  • अफ्रीका के प्रति भारत का दृष्टिकोण 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रतिपादित कंपाला सिद्धांतों द्वारा निर्देशित है।

  • 6 फरवरी, 2020 को डेफएक्सपो के संयोजन में लखनऊ, उत्तर प्रदेश में पहली बार भारत-अफ्रीका रक्षा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित किया गया था।

कंपाला सिद्धांत क्या हैं?

  • कंपाला सिद्धांत भागीदार देशों द्वारा विकास सहयोग के माध्यम से निजी क्षेत्र की भागीदारी (पीएसई) के स्वामित्व को बढ़ावा देते हैं।  

  • ये सिद्धांत राष्ट्रीय सतत विकास प्राथमिकताओं के साथ पीएसई परियोजनाओं और कार्यक्रमों के संरेखण को सुनिश्चित करते हैं।

अफ्रीकी महाद्वीप के बारे में

  • यह दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप (एशिया के बाद) है, जो पृथ्वी की कुल भूमि की सतह का लगभग पांचवां हिस्सा कवर करता है।

  • यह पश्चिम में अटलांटिक महासागर, उत्तर में भूमध्य सागर, पूर्व में लाल सागर और हिंद महासागर तथा दक्षिण में अटलांटिक और हिंद महासागरों से घिरा है।

  • अफ्रीका के तटों से जुड़ा मेडागास्कर द्वीप दुनिया के सबसे बड़े द्वीपों में से एक है।

  • अफ्रीकी महाद्वीप की आबादी एक अरब से अधिक है, जिसकी संयुक्त जीडीपी 2.5 ट्रिलियन डॉलर है, जो इसे एक विशाल संभावित बाजार बनाती है।

  • अफ्रीका एक संसाधन संपन्न महाद्वीप है जिसमें कच्चे तेल, गैस, दालें और मसूर, चमड़ा, सोना और अन्य धातुएं प्रचुर मात्रा में पाई जाती है, जिनमें से सभी की भारत में पर्याप्त मात्रा में कमी है।

By admin: Oct. 18, 2022

5. नागर विमानन सचिवों का सम्मेलन

Tags: National Summits National News

नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के नागरिक उड्डयन सचिवों के सम्मेलन का आयोजन 17 अक्टूबर 2022 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में किया गया। 

महत्वपूर्ण तथ्य

  • उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता राजीव बंसल, सचिव, नागर विमानन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा की गई।

  • उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए राजीव बंसल ने कहा कि पिछले साल विमानन क्षेत्र में काफी प्रगति हुई है।

  • उन्होंने कहा, घरेलू हवाई यातायात लगभग पूर्व-कोविड स्तर के करीब है, कई नए हवाई अड्डों का उद्घाटन किया गया है और नए मार्ग शुरू किए गए हैं।

  • उन्होंने कहा, सरकार ने ड्रोन, हेलीकॉप्टर मेडिकल इमरजेंसी सर्विसेज और फ्रैक्शनल ओनरशिप को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं।

  • सम्मेलन के दौरान,  राज्यों से एविएशन टर्बाइन फ्यूल, एटीएफ पर वैट कम करने का अनुरोध किया और उन राज्यों की सराहना की जो पहले ही ऐसा कर चुके हैं।

  • नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सम्मेलन को संबोधित किया।

सम्मेलन का उद्देश्य

  • सम्मेलन का उद्देश्य नागरिक उड्डयन क्षेत्र के विकास को बढ़ाने के लिए राज्य नागरिक उड्डयन विभागों और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच अधिक सहयोग और तालमेल को बढ़ावा देना है।

नागरिक उड्डयन क्षेत्र में सरकार की पहल

  • राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016

  • उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना

  • सरकार ने केंद्रीय बजट 2022-23 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिए 10,667 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

  • सरकार ने ग्रीनफील्ड परियोजनाओं के लिए स्वचालित मार्ग के तहत 100% एफडीआई की अनुमति दी है, जबकि ब्राउनफील्ड परियोजनाओं के लिए स्वचालित मार्ग के तहत 74% एफडीआई की अनुमति है।

By admin: Oct. 17, 2022

6. इराक के मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने नई सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया है

Tags: Person in news International News

इराकी तेजतर्रार शिया नेता मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने घोषणा की है  कि वे नामित प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी द्वारा बनाई जा रही नई सरकार में शामिल नहीं होंगे ।इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ने की संभावना है।

13 अक्टूबर 2022 को इराकी संसद द्वारा 78 वर्षीय इराकी कुर्द अब्दुल लतीफ राशिद को इराक के नए राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के बाद मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने यह की घोषणा की है ।

समन्वय फ्रेमवर्क गठबंधन दलों द्वारा समर्थित मोहम्मद शिया अल-सुदानी जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है ,को सरकार बनाने के लिए एक महीने का समय मिला है।

इराक में राजनीतिक अस्थिरता

  • 2003 के अमेरिकी नेतृत्व वाले आक्रमण,जिसने तानाशाह सद्दाम हुसैन को सत्ता से बेदखल कर दिया था, के बाद से तेल-समृद्ध इराक में निर्मित लोकतांत्रिक संस्थान, बेहद नाजुक बने हुए हैं। पड़ोसी  देश ईरान जो अपने आप को विश्व में शिया मुसलमानों का नेता मानता है, इराक के शिया बहुल इलकों में प्रमुख प्रभाव रखता है।
  • सद्दाम हुसैन के तख्तापलट के बाद कुर्द, सुन्नी, शिया समूहों में विभाजित इराकी आबादी के बीच तीखा संघर्ष शुरू हो गया है।
  • सांप्रदायिक समस्या से निपटने के लिए इराक में एक नई सत्ता साझा प्रणाली विकसित की गई है। परंपरा  के अनुसार राष्ट्रपति कुर्द समुदाय से होते हैं , प्रधान मंत्री एक शिया अरब और संसद अध्यक्ष एक सुन्नी अरब होते  हैं।
  • पिछले अक्टूबर में चुनावों के बाद से इराक में कोई नई सरकार नहीं  बन पाई है।
  • इस चुनाव में मुक्तदा अल-सदरके प्रति वफादार उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा सीट जीता लेकिन बहुमत से दूर रहे। ईरान नहीं चाहता  की मुक्तदा अल-सदर की सरकार बने और वह अपने  समर्थित शिया राजनीतिक दलों को सत्ता में देखना चाहता  है  । मुक्तदा अल-सदर के ईरान के साथ उसके संबंध अच्छे नहीं हैं।
  • एक ट्वीट से अपने हजारों समर्थकों को एकजुट करने की क्षमता रखने वाले मुक्तदा अल-सदर ने बार-बार जल्द चुनाव की मांग की है, जबकि समन्वय ढांचा गठबंधन दल किसी भी चुनाव से पहले एक नई सरकार चाहता है।
  • 29 अगस्त को इन दो प्रतिद्वंद्वी शिया शिविरों के बीच तनाव तब बढ़ गया जब ईरान समर्थित गुटों और सेना के साथ संघर्ष में अल-सदर के 30 से अधिक समर्थक मारे गए थे।

इराक का  गणराज्य

प्राचीन काल में जिस क्षेत्र मेंआज का आधुनिक इराक है उसे मेसोपोटामिया (नदियों के बीच की भूमि) के रूप में जाना जाता था।

आधुनिक देश इराक,1921 में ब्रिटेन द्वारा बनाया गया था।

इसने 1932 में ब्रिटेन से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की।

यह एक तेल समृद्ध अरब देश है और यह भारत को कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।

राजधानी: बगदाद

मुद्रा: इराकी दिनारी

राष्ट्रपति : अब्दुल लतीफ रशीद

By admin: Oct. 17, 2022

7. प्रधानमंत्री ने 600 प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र का उद्घाटन किया

Tags: Government Schemes National News

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 अक्टूबर, 2022 को नई दिल्ली में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में पीएम किसान सम्मान सम्मेलन 2022 का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • प्रधान मंत्री ने रसायन और उर्वरक मंत्रालय के तहत 600 प्रधान मंत्री किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेके) का भी उद्घाटन किया।

  • प्रधान मंत्री ने प्रधान मंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना - एक राष्ट्र एक उर्वरक की भी शुरुआत की।

  • वन नेशन, वन फर्टिलाइजर से किसान को खाद की गुणवत्ता और उसकी उपलब्धता को लेकर हर तरह के भ्रम से मुक्ति मिलेगी।

  • आयोजन के दौरान, प्रधान मंत्री ने प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत 16,000 करोड़ रुपये की 12 वीं किस्त भी जारी की।

  • प्रधानमंत्री ने कृषि स्टार्टअप कॉन्क्लेव और प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।

  • कार्यक्रम के दौरान, प्रधान मंत्री ने उर्वरक पर एक ई-पत्रिका 'इंडियन एज' का भी शुभारंभ किया।

प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र

  • प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र (पीएमकेएसके) के रूप में देश भर में 3.25 लाख खाद की दुकानें विकसित की जाएंगी।

  • ये ऐसे केंद्र होंगे जहां किसान न केवल उर्वरक और बीज खरीद सकते हैं बल्कि मृदा परीक्षण भी कर सकते हैं और कृषि तकनीकों के बारे में उपयोगी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

  • इस योजना के तहत देश में खुदरा खाद की दुकानों को चरणबद्ध तरीके से पीएमकेएसके में बदला जाएगा।


By admin: Oct. 17, 2022

8. गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस

Tags: International News

गरीबी, भूख और हिंसा के मुद्दों को उजागर करने के लिए 17 अक्टूबर को प्रतिवर्ष दुनिया भर में गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह दिन गरीबी को कम करने और मिटाने के तरीके खोजने का इरादा रखता है।

  • हर साल इस दिन सभी पृष्ठभूमि, सामाजिक मूल और मान्यताओं से जुड़े लोग गरीबों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए एक साथ इकट्ठा होते हैं।

  • इसका उद्देश्य गरीबी में जीवन यापन करने वाले लोगों के संघर्षों के बारे में जागरूकता फैलाना है।

  • संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) का मानना है कि गरीबी के खिलाफ स्थायी लड़ाई को शिक्षा, विज्ञान और रचनात्मक अर्थव्यवस्था के समर्थन के माध्यम से लड़ा जा सकता है।

2022 की थीम 

  • गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2022 का विषय - 'डिग्निटी फॉर आल इन प्रैक्टिस'।

  • इस वर्ष की थीम मनुष्य की गरिमा पर आधारित है, जो न केवल एक मौलिक अधिकार है बल्कि अन्य सभी मौलिक अधिकारों का आधार है।

इस दिवस की पृष्ठभूमि

  • 17 अक्टूबर 1987 को पेरिस के ट्रोकाडेरो में एक लाख से अधिक लोग एकत्रित हुए।

  • उन्होंने घोषणा की कि गरीबी एक व्यक्ति के मानवाधिकारों का उल्लंघन है और इन अधिकारों का सम्मान सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।

  • ट्रोकाडेरो वह स्थान है जहाँ 1948 में मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा पर हस्ताक्षर किए गए थे।

  • 22 दिसंबर 1992 को, संयुक्त राष्ट्र (यूएन) महासभा ने 17 अक्टूबर को गरीबी उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में घोषित किया।

गरीबी का वैश्विक परिदृश्य

  • दुनिया भर में लगभग 689 मिलियन लोग अत्यधिक गरीबी में रहते हैं और प्रत्येक दिन $1.9 से कम पर जीवित रहते हैं।

  • 107 विकासशील देशों के लगभग 1.3 बिलियन लोग बहुआयामी गरीबी में हैं। वे वैश्विक आबादी का 22 प्रतिशत हिस्सा हैं।

  • बहुआयामी गरीब व्यक्तियों में से लगभग 84.3 प्रतिशत उप-सहारा अफ्रीका और दक्षिण एशिया में रहते हैं।

भारत में गरीबी

  • 2011 में राष्ट्रीय गरीबी रेखा के अनुसार, भारत में लगभग 21.9% जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे है।

  • वर्तमान में गरीबी रेखा ग्रामीण क्षेत्रों में 1,059.42 रुपए प्रति माह और शहरी क्षेत्रों में 1,286 रुपए प्रति माह है।

  • भारत में गरीबी का आकलन नीति आयोग की टास्क फोर्स द्वारा सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय द्वारा प्राप्त आंकड़ों के आधार पर गरीबी रेखा की गणना के माध्यम से किया जाता है।


By admin: Oct. 17, 2022

9. रेल मंत्री ने भारत के पहले एल्युमीनियम फ्रेट रेक का उद्घाटन किया

Tags: National National News

16 अक्टूबर 2022 को, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर भारत के पहले एल्यूमीनियम माल ढुलाई रैक का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • पहला एल्युमिनियम फ्रेट रेक - 61 BOBRNHSM1, मंत्री द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया गया जिसका गंतव्य बिलासपुर है।

  • यह मेक इन इंडिया कार्यक्रम का एक समर्पित प्रयास है, इसे आरडीएसओ, हिंडाल्को और बेस्को वैगन के सहयोग से स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।

  • मालगाड़ियों के अलावा, भारतीय रेलवे निकट भविष्य में एल्यूमीनियम यात्री डिब्बे भी पेश कर रहा है।

एल्यूमिनियम रेक की विशेषताएं

  • यह पूरी तरह से लॉकबोल्टेड निर्माण है जिसमें अधिरचना पर कोई वेल्डिंग नहीं है।

  • टेयर सामान्य स्टील रेक से 3.25 टन कम है, 180 टन अतिरिक्त वहन क्षमता है जिसके परिणामस्वरूप प्रति वैगन उच्च थ्रूपुट है।

  • उच्च पेलोड टू टेयर अनुपात 2.85 है।

महत्व 

  • यह कार्बन फुटप्रिंट को कम करेगा क्योंकि ईंधन की कम खपत और माल का अधिक परिवहन होगा। 

  • एक एकल रेक अपने जीवनकाल में 14,500 टन से अधिक CO2 बचा सकता है।

  • इसकी लागत सामान्य लागत से 35% अधिक है क्योंकि इसकी सभी संरचना एल्यूमीनियम की बनी है।

  • उच्च संक्षारण और घर्षण प्रतिरोध के कारण कम रखरखाव लागत।

By admin: Oct. 17, 2022

10. भारत इंटरपोल की 90वीं महासभा की मेजबानी करेगा

Tags: National Summits National News

भारत 18 से 21 अक्टूबर, 2022 तक नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन, इंटरपोल की 90वीं महासभा की मेजबानी करेगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • महासभा इंटरपोल का सर्वोच्‍च शासी निकाय है जिसमें 195 सदस्‍य देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसकी बैठक वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है।

  • भारत में 25 साल बाद महासभा की बैठक हो रही है, आखिरी बार 1997 में भारत के 75 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित की गई थी।

  • अगस्त 2019 में नई दिल्ली की आधिकारिक यात्रा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इंटरपोल के महासचिव जुर्गन स्टॉक को इस आयोजन का प्रस्ताव दिया था।

बैठक का एजेंडा 

  • एजेंडे में निम्नलिखित विषयों पर प्रस्तुतियाँ, कार्यशालाएँ और चर्चाएँ शामिल होने की उम्मीद है -

  1. पुलिसिंग का भविष्य

  2. पुलिस और आज के अपराध

इंटरपोल क्या है?

  • अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन, या इंटरपोल, 194 सदस्यों वाला एक अंतरसरकारी संगठन है।

  • इसका गठन 1923 में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग के रूप में किया गया था और 1956 में इसका नाम इंटरपोल रखा गया।

  • भारत 1949 में इंटरपोल में शामिल हुआ और इसके सबसे पुराने सदस्यों में से एक है।

  • यह दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है।

  • इसका काम सार्वजनिक सुरक्षा और आतंकवाद का मुकाबला, मानवता के खिलाफ अपराध, नरसंहार, युद्ध अपराध, पर्यावरण अपराध आदि पर केंद्रित है।

  • मुख्यालय - ल्यों, फ्रांस

इंटरपोल महासभा क्या है?

  • यह इंटरपोल का सर्वोच्च शासी निकाय है, और इसमें इसके सभी सदस्य देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं।

  • प्रत्येक देश का प्रतिनिधित्व महासभा में एक या अधिक प्रतिनिधियों द्वारा किया जाता है, जो आम तौर पर कानून प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुख होते हैं।

  • महासभा इंटरपोल कार्यकारी समिति के सदस्यों का भी चुनाव करती है।

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