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By admin: Oct. 14, 2022

1. 2025 तक 1,800 बांग्लादेशी सिविल सेवकों को एनसीजीजी में प्रशिक्षित किया जाएगा

Tags: National National News

बांग्लादेश के सिविल सेवकों के लिए 53 वें क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन 11 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG) मसूरी, उत्तराखंड में  में किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • इसके अंतर्गत 2025 तक 1,800 बांग्लादेशी सिविल सेवकों को क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत भारत द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।

  • 2019 से पहले, बांग्लादेश के 1500 सिविल सेवकों को NCGG में प्रशिक्षण दिया गया है।

  • यह देश का एकमात्र संस्थान है जिसने बांग्लादेश सिविल सेवा के लगभग 1,700 क्षेत्रीय स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है जिसमें सहायक आयुक्त, एसडीएम और अतिरिक्त उपायुक्त आदि शामिल हैं।

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG) के बारे में

  • इसकी स्थापना 2014 में भारत सरकार द्वारा देश में एक शीर्ष संस्थान के रूप में की गई थी।

  • यह सुशासन, नीति सुधार, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करता है, और एक थिंक टैंक के रूप में भी काम करता है।

  • यह कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक शासी निकाय द्वारा शासित होता है।

  • इसके अन्य सदस्यों में भारत सरकार के विभिन्न विभागों के सचिव शामिल हैं।

  • इसने विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में कई देशों के सिविल सेवकों की क्षमता निर्माण का कार्य हाथ में लिया है।

  • इसने बांग्लादेश, केन्या, तंजानिया, ट्यूनीशिया, सेशेल्स, गाम्बिया, मालदीव, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाओस, वियतनाम, भूटान, म्यांमार और कंबोडिया जैसे 15 देशों के सिविल सेवकों को प्रशिक्षण दिया है।

  • यह अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान साझा करने और अच्छे विचारों को बढ़ावा देने के माध्यम से शासन सुधारों को शुरू करने में सहायता करता है।

By admin: Oct. 14, 2022

2. 2025 तक 1,800 बांग्लादेशी सिविल सेवकों को एनसीजीजी में प्रशिक्षित किया जाएगा

Tags: National National News

बांग्लादेश के सिविल सेवकों के लिए 53 वें क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन 11 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG) मसूरी, उत्तराखंड में  में किया गया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • इसके अंतर्गत 2025 तक 1,800 बांग्लादेशी सिविल सेवकों को क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत भारत द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा।

  • 2019 से पहले, बांग्लादेश के 1500 सिविल सेवकों को NCGG में प्रशिक्षण दिया गया है।

  • यह देश का एकमात्र संस्थान है जिसने बांग्लादेश सिविल सेवा के लगभग 1,700 क्षेत्रीय स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है जिसमें सहायक आयुक्त, एसडीएम और अतिरिक्त उपायुक्त आदि शामिल हैं।

राष्ट्रीय सुशासन केंद्र (NCGG) के बारे में

  • इसकी स्थापना 2014 में भारत सरकार द्वारा देश में एक शीर्ष संस्थान के रूप में की गई थी।

  • यह सुशासन, नीति सुधार, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करता है, और एक थिंक टैंक के रूप में भी काम करता है।

  • यह कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक शासी निकाय द्वारा शासित होता है।

  • इसके अन्य सदस्यों में भारत सरकार के विभिन्न विभागों के सचिव शामिल हैं।

  • इसने विदेश मंत्रालय के साथ साझेदारी में कई देशों के सिविल सेवकों की क्षमता निर्माण का कार्य हाथ में लिया है।

  • इसने बांग्लादेश, केन्या, तंजानिया, ट्यूनीशिया, सेशेल्स, गाम्बिया, मालदीव, श्रीलंका, अफगानिस्तान, लाओस, वियतनाम, भूटान, म्यांमार और कंबोडिया जैसे 15 देशों के सिविल सेवकों को प्रशिक्षण दिया है।

  • यह अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान साझा करने और अच्छे विचारों को बढ़ावा देने के माध्यम से शासन सुधारों को शुरू करने में सहायता करता है।

By admin: Oct. 14, 2022

3. लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2022

Tags: International News

हाल ही में लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट 2022 को वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फंड और जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ लंदन द्वारा संयुक्त रूप से जारी किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य 

  • इस रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 1970 और 2018 के बीच वैश्विक वन्यजीव आबादी में 69% की गिरावट दर्ज की गयी है।

  • ‘लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट’ में वर्ष 1970 से वर्ष 2018 के बीच 5,230 से अधिक कशेरुक प्रजातियों के लगभग 32,000 जीवों को ट्रैक करके रिपोर्ट को तैयार किया गया है।

  • लिविंग प्लैनेट रिपोर्ट में कशेरुक प्रजातियों में गिरावट की गणना करने के लिये ‘लिविंग प्लैनेट इंडेक्स’ का उपयोग किया गया है।

‘लिविंग प्लैनेट इंडेक्स’

  • यह स्थलीय, मीठे पानी एवं समुद्री आवासों में कशेरुक प्रजातियों की जनसंख्या के रुझान के आधार पर दुनिया की जैव विविधता की स्थिति का आकलन करता है।

  • यह ‘इंस्टीट्यूट ऑफ ज़ूलॉजी’ (ज़ूलॉजिकल सोसायटी ऑफ लंदन) द्वारा जारी किया जाता है।

रिपोर्ट के अन्य प्रमुख निष्कर्ष 

  • इस रिपोर्ट के अनुसार, अमेज़न वर्षावन की मेजबानी बाले लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र में 1970 और 2018 के बीच 94 प्रतिशत की उच्चतम वन्यजीव गिरावट देखी गई।

  • अफ्रीका में 66 प्रतिशत के साथ दूसरी सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई , इसके बाद प्रशांत क्षेत्र (55 प्रतिशत) का स्थान रहा।

  • उत्तरी अमेरिका और यूरोप में क्रमशः 20 प्रतिशत और 18 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

  • मीठे पानी की प्रजातियों की आबादी में 83 प्रतिशत की गिरावट आई है।

By admin: Oct. 14, 2022

4. 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो

Tags: National National News

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 13 अक्टूबर को पणजी में 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी) और आरोग्य एक्सपो के लिए कर्टन रेजर (एक छोटा सा आयोजन जो बड़े आयोजन से पहले होती है और उसकी तैयारी होती है) का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह आयोजन 8 दिसंबर से 11 दिसंबर, 2022 तक गोवा में होगा।

  • यह आयोजन केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा समर्थित है। 

  • इस चार-दिवसीय कार्यक्रम में 5000 से अधिक आयुर्वेद हितधारकों-उद्योग जगत के दिग्गजों, चिकित्सकों, पारंपरिक चिकित्सकों, शिक्षाविदों, छात्रों, दवा निर्माताओं, औषधीय पौधों के उत्पादकों के साथ-साथ विश्व भर के मार्केटिंग रणनीतिकार भाग लेंगे।

  • भारत सरकार के प्रयासों के कारण पिछले 8 वर्षों में आयुष क्षेत्र के बाजार का कारोबार 3 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 18 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो गया है।

  • आयुष मंत्रालय द्वारा हर साल 23 अक्टूबर को धन्वंतरि जयंती पर आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है।

  • इस वर्ष के उत्सव का आदर्श वाक्य "हर दिन हर घर आयुर्वेद" (आयुर्वेद एवरीडे, आयुर्वेद एवरीवेयर) है।

  • अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी है। 

  • इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा कई पहलों के आधार पर एक प्रमुख आयुर्वेद और हेल्थ टूरिज्म सेंटर बनने की योजना बना रहा है।

By admin: Oct. 14, 2022

5. 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस और आरोग्य एक्सपो

Tags: National National News

केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने 13 अक्टूबर को पणजी में 9वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (डब्ल्यूएसी) और आरोग्य एक्सपो के लिए कर्टन रेजर (एक छोटा सा आयोजन जो बड़े आयोजन से पहले होती है और उसकी तैयारी होती है) का उद्घाटन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह आयोजन 8 दिसंबर से 11 दिसंबर, 2022 तक गोवा में होगा।

  • यह आयोजन केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के साथ-साथ केंद्रीय आयुष मंत्रालय द्वारा समर्थित है। 

  • इस चार-दिवसीय कार्यक्रम में 5000 से अधिक आयुर्वेद हितधारकों-उद्योग जगत के दिग्गजों, चिकित्सकों, पारंपरिक चिकित्सकों, शिक्षाविदों, छात्रों, दवा निर्माताओं, औषधीय पौधों के उत्पादकों के साथ-साथ विश्व भर के मार्केटिंग रणनीतिकार भाग लेंगे।

  • भारत सरकार के प्रयासों के कारण पिछले 8 वर्षों में आयुष क्षेत्र के बाजार का कारोबार 3 बिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 18 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक हो गया है।

  • आयुष मंत्रालय द्वारा हर साल 23 अक्टूबर को धन्वंतरि जयंती पर आयुर्वेद दिवस मनाया जाता है।

  • इस वर्ष के उत्सव का आदर्श वाक्य "हर दिन हर घर आयुर्वेद" (आयुर्वेद एवरीडे, आयुर्वेद एवरीवेयर) है।

  • अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली इस कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए नोडल एजेंसी है। 

  • इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा कई पहलों के आधार पर एक प्रमुख आयुर्वेद और हेल्थ टूरिज्म सेंटर बनने की योजना बना रहा है।

By admin: Oct. 14, 2022

6. राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 70वीं स्थायी समिति की बैठक

Tags: National National News

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने 13 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 70वीं स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • बैठक में वन्यजीव संरक्षण और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण से संबंधित विभिन्न नीतिगत मामलों पर विचार-विमर्श किया गया।

  • बैठक के दौरान गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया कि वे अपने-अपने राज्यों में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड्स के लिए संरक्षण प्रजनन केंद्रों की स्थापना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें।

  • गुजरात के नर्मदा और वडोदरा जिलों के नौ आदिवासी गांवों और उत्तर प्रदेश में कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के पास के गांवों में निर्बाध मोबाइल कनेक्टिविटी की आवश्यकता पर विचार करते हुए, स्थायी समिति ने दूरसंचार टावरों के निर्माण और ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की सिफारिश की।

  • समिति ने उत्तराखंड में रामबाड़ा से गरुड़ चट्टी तक ब्रिजल ट्रैक के निर्माण की भी सिफारिश की।

  • समिति ने केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच रोपवे के विकास की भी सिफारिश की है।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) के बारे में

  • यह वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत 2003 में गठित एक वैधानिक बोर्ड है।

  • इसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री द्वारा किया जाता है।

  • यह वन्यजीवों और वनों के संरक्षण और विकास को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है।

  • यह बोर्ड 'सलाहकार' की भूमिका निभाता है और राज्य सरकारों को वन्यजीवों के संरक्षण के लिए नीति बनाने पर सलाह देता है।

  • NBWL की स्थायी समिति की अध्यक्षता पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री द्वारा किया जाता है।

By admin: Oct. 14, 2022

7. राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 70वीं स्थायी समिति की बैठक

Tags: National National News

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने 13 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 70वीं स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता की।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • बैठक में वन्यजीव संरक्षण और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड के संरक्षण से संबंधित विभिन्न नीतिगत मामलों पर विचार-विमर्श किया गया।

  • बैठक के दौरान गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य सरकारों से अनुरोध किया गया कि वे अपने-अपने राज्यों में ग्रेट इंडियन बस्टर्ड्स के लिए संरक्षण प्रजनन केंद्रों की स्थापना के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करें।

  • गुजरात के नर्मदा और वडोदरा जिलों के नौ आदिवासी गांवों और उत्तर प्रदेश में कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के पास के गांवों में निर्बाध मोबाइल कनेक्टिविटी की आवश्यकता पर विचार करते हुए, स्थायी समिति ने दूरसंचार टावरों के निर्माण और ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की सिफारिश की।

  • समिति ने उत्तराखंड में रामबाड़ा से गरुड़ चट्टी तक ब्रिजल ट्रैक के निर्माण की भी सिफारिश की।

  • समिति ने केदारनाथ यात्रा के दौरान केदारनाथ धाम जाने वाले हजारों तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच रोपवे के विकास की भी सिफारिश की है।

राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) के बारे में

  • यह वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत 2003 में गठित एक वैधानिक बोर्ड है।

  • इसकी अध्यक्षता प्रधान मंत्री द्वारा किया जाता है।

  • यह वन्यजीवों और वनों के संरक्षण और विकास को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार है।

  • यह बोर्ड 'सलाहकार' की भूमिका निभाता है और राज्य सरकारों को वन्यजीवों के संरक्षण के लिए नीति बनाने पर सलाह देता है।

  • NBWL की स्थायी समिति की अध्यक्षता पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री द्वारा किया जाता है।

By admin: Oct. 13, 2022

8. विदेश मंत्री एस. जयशंकर अपने पहले आधिकारिक मिस्र दौरे पर जाएंगे

Tags: International News

विदेश मंत्रालय के अनुसार, विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर 15-16 अक्टूबर 2022 तक मिस्र की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर होंगे। वह मिस्र के विदेश मंत्री समीह हसन शौकरी के निमंत्रण पर वहां जा रहे हैं।  मंत्रालय के अनुसार दोनों नेता आपसी हित के कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

भारत और मिस्र के बीच पारंपरिक रूप से ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं । भारत मिस्र के साथ अपने संबंध और गहरा करने की कोशिश कर रहा है।

 हाल ही में सितंबर के महीने में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रक्षा संबंधों को और मज़बूत करने के लिए  मिस्र के दौरे पर थे।

दोनों देश इस वर्ष राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं

भारत ने 2022-23 में जी-20 ,जिसकी अध्यक्षता भारत करेगा , मिस्र को 'अतिथि देश' के रूप में आमंत्रित किया है।

आर्थिक संबंध

मिस्र अफ्रीका में भारत के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक रहा है और यात्रा के दौरान द्विपक्षीय व्यापार, वाणिज्य और निवेश को बढ़ावा देना फोकस क्षेत्रों में से एक होगा। 

भारत-मिस्र का द्विपक्षीय व्यापार वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 7.26 बिलियन अमेरिकी डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया।

मिस्र में भारतीय निवेश 3.15 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक है । मिस्र में विनिर्माण, रसायन, ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, खुदरा आदि जैसे क्षेत्रों में 50 से अधिक भारतीय कंपनियां सक्रिय रूप से मौजूद हैं।

अरब गणराज्य मिस्र

यह एक अरब देश है जो अफ्रीकी महाद्वीप पर स्थित है।

राष्ट्रपति: अब्देल फतह अल-सिसी

राजधानी: काहिरा

मुद्रा: मिस्र पाउंड


By admin: Oct. 13, 2022

9. 17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन 2023 के ऑनलाइन पंजीकरण के लिए वेबसाइट का शुभारंभ

Tags: National Summits State News

17वें प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) सम्मेलन के लिए वेबसाइट संयुक्त रूप से 13 अक्टूबर 2012 को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लॉन्च की गई ।

पीबीडी वेबसाइट (pbdindia.gov.in) का शुभारंभ पीबीडी कन्वेंशन 2023 में भाग लेने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की शुरुआत का प्रतीक है।

प्रवासी उन भारतीयों को संदर्भित करता है जो विदेशों में काम कर रहे हैं (अनिवासी भारतीय) या भारतीय मूल के व्यक्ति जिन्होंने अन्य देशों की नागरिकता ले ली है।

17वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन

  • 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का आयोजन मध्य प्रदेश सरकार के सहयोग से 08-10 जनवरी 2023 तक इंदौर, मध्य प्रदेश में किया जा रहा है। 17वां पीबीडी कन्वेंशन चार साल के अंतराल के बाद भौतिक प्रारूप में आयोजित किया जाएगा। 2021 में पिछला पीबीडी सम्मेलन वस्तुतः कोविड महामारी के दौरान आयोजित किया गया था।
  • पीबीडी कन्वेंशन 2023 का विषय "डायस्पोरा: अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार" (Diaspora: Reliable partners for India’s progress in Amrit Kaal”)है।
  • पीबीडी कन्वेंशन 2023 का उद्घाटन 09 जनवरी 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
  • युवा पीबीडी, युवा मामले और खेल मंत्रालय के साथ साझेदारी में 08 जनवरी 2023 को आयोजित किया जाएगा।
  • 10 जनवरी 2023 को राष्ट्रपति  द्रौपदी मुर्मू, प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रदान करेंगी और समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।

प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन कौन करता है

प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा एक राज्य सरकार और एक उद्योग निकाय,भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) या फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की)) की साझेदारी में किया जाता है। यह आमतौर पर 9 जनवरी को आयोजित किया जाता है।

9 जनवरी का महत्व

इस  दिन, 1915 में भारत के सबसे महान प्रवासी, महात्मा गांधी ,दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे।

उनका जहाज, एसएस अरब 9 जनवरी 1915 को बॉम्बे (अब मुंबई) में डॉक किया गया। इस अवसर का सम्मान करने और जश्न मनाने के लिए भारत सरकार ने 2003 से  प्रवासी भारतीय दिवस शुरू करने का फैसला किया।

By admin: Oct. 13, 2022

10. मीनाक्षी लेखी ने अस्ताना में छठी सीआईसीए शिखर बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया

Tags: place in news Summits International News

केंद्रीय विदेश मंत्री मीनाक्षी लेखी ने 12-13 अक्टूबर 2022 को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में आयोजित एशिया में सहभागिता और विश्वास निर्माण उपायों (सीआईसीए) शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।

कश्मीर पर पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ के बयान का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारत के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण प्रचार के लिए सीआईसीए का दुरुपयोग कर रहा है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है।

एशिया में सहभागिता और विश्वास निर्माण उपायों (सीआईसीए)

एशिया में सहभागिता और विश्वास निर्माण उपायों (सीआईसीए) एशिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा देने की दिशा में सहयोग बढ़ाने के लिए एक बहुराष्ट्रीय मंच है।

सीआईसीए का विचार पहली बार कजाकिस्तान गणराज्य के राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव द्वारा 5 अक्टूबर 1992 को संयुक्त राष्ट्र महासभा के 47 वें सत्र में प्रस्तावित किया गया था।

भारत, चीन, पाकिस्तान सहित 27 देश सीआईसीए के सदस्य हैं।

सीआईसीए की शिखर बैठक

पहली शिखर बैठक 4 जून 2022 को कजाकिस्तान के अल्माटी में आयोजित की गई थी। इसमें प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भाग लिया था।

दूसरा सीआईसीए शिखर सम्मेलन 17 जून, 2006 को अलमाटी, कजाकिस्तान में आयोजित किया गया था

तीसरा सीआईसीए शिखर सम्मेलन 8 जून 2010 को इस्तांबुल, तुर्की में आयोजित किया गया था

चौथा सीआईसीए शिखर सम्मेलन, 21 मई 2014 को शंघाई, चीन में आयोजित किया गया था

पांचवां सीआईसीए शिखर सम्मेलन 15 जून 2019 को ताजिकिस्तान के दुशांबे में आयोजित किया गया था।

फुल फॉर्म

सीआईसीए/ CICA : कॉन्फिडेंस बिल्डिंग मेजर्स एंड इंटरेक्शन इन एशिया (Conference on Interaction and Confidence Building Measures in Asia )

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