Current Affairs search results for tag: national-news
By admin: Jan. 6, 2022

1. रूस के नेतृत्व वाला सैन्य गठबंधन सीएसटीओ कजाकिस्तान में शांति सेना भेजेगा

Tags: International News

रूसी नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन, सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) ने कहा है कि कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट टोकायव द्वारा कजाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में बढ़ते हिंसा और दंगों कोनियंत्रित करने में मदद के लिए कहने के बाद, वह कजाकिस्तान को अपनी शांति सेना भेजेगा ।

  • यह अपील कजाकिस्तान के राष्ट्रपति के द्वारा तब की गई, जब हिंसक प्रदर्शनकारियों  ने कजाकिस्तानके सबसे बड़े शहर अल्माटी में राष्टपति निवास पर धावा बोला और आगजनी की ।
  • सरकार द्वारा वाहनों में इस्तेमाल होने वाली सस्ती तरलीकृत पेट्रोलियम गैस की कीमत दोगुनी करने के बाद विरोध शुरू हुआ।कजाखस्तान में लोग व्यापक तोर पर तरलीकृत पेट्रोलियम गैस का उपयोग वाहन ईधन के रूप में करते हैं क्योकि यह अन्य ईधन के मुकाबले सस्ता है ।
  • यह विरोध बाद में देश के कई हिस्सों में फैल गया, जिसमें राजनीतिक प्रतिनिधित्व बढ़ाने और सामाजिक लाभ में सुधार की व्यापक मांग थी।
  • विरोध के बीच प्रधानमंत्री अस्कर मामिन ने इस्तीफा दे दिया और सरकार ने देश में आपातकाल लगा दिया है।
  • अलीखान स्माइलोव को कार्यवाहक प्रधान मंत्री नियुक्त किया गया है।
  • कजाकिस्तान एक तेल समृद्ध देश है लेकिन इसके शासकों को भ्रष्ट और निरंकुश माना जाता है।

कजाखस्तान

कजाकिस्तान की राजधानी - नूर-सुल्तान है|

मुद्रा :- तेंगे

राष्ट्रपति :- कसीम-जोमार्ट टोकायेव

सीएसटीओ (सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन)

  • यह पूर्व सोवियत संघ के देशों का एक सैन्य गठबंधन है।
  • इसे 1992 में एकीकृत सशस्त्र बलों के रूप में स्थापित किया गया था, जिसे बाद में 2002 में सीएसटीओ के रूप में बदल दिया गया था।
  • वर्तमान में सदस्य देश रूस, बेलारूस, आर्मेनिया, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान हैं।

सीएसटीओ का मुख्यालय मास्को, रूस है|

By admin: Jan. 6, 2022

2. 25वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लोगो और शुभंकर का अनावरण किया गया

Tags: National News

केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री, श्री अनुराग ठाकुर और पुडुचेरी के उपराज्यपाल डॉ. तमिलिसाई सुंदरराजन ने 5 जनवरी 2021 को पुडुचेरी में 25 वें राष्ट्रीय युवा महोत्सव के लोगो और शुभंकर का अनावरण किया।


  • 25वें राष्ट्रीय युवा खेल 12-16 जनवरी 2022 तक पुडुचेरी में आयोजित किए जाएंगे।
  • महोत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
  • राष्ट्रीय युवा महोत्सव की टैग-लाइन या थीम है, सशक्त युवा अर्थात सक्षम युवा- सशक्त युवा, सक्षम युवा- मजबूत युवा

राष्ट्रीय युवा महोत्सव

  • स्वामी विवेकानंद की जयंती यानि 12 जनवरी को मनाने के क्रम में भारत सरकार द्वारा हर साल किसी एक राज्य के सहयोग से राष्ट्रीय युवा महोत्सव का 12 से 16 जनवरी तक आयोजन किया जाता है।
  • इसे 1995 में राष्ट्रीय एकता शिविर (एनआईसी) के कार्यक्रम के तहत एक प्रमुख गतिविधि के रूप में शुरू किया गया था।
  • 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद का जन्मदिन हमेशा राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है और उस दिन से शुरू होने वाले सप्ताह को राष्ट्रीय युवा सप्ताह के रूप में जाना जाता है।

24वां राष्ट्रीय युवा महोत्सव कोविड के कारण वर्चुअल मोड में आयोजित किया गया था ।

By admin: Jan. 6, 2022

3. भारत सरकार ने एसएएआर जारी किया

Tags: National News

देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव (एकेएएम) समारोह के हिस्से के रूप में, स्मार्ट सिटीज मिशन, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (एमओएचयूए) ने "स्मार्ट सिटीज एंड एकेडेमिया टुवार्ड्स एक्शन एंड रिसर्च (एसएएआर)" कार्यक्रम शुरू किया है।

  • यह एमओएचयूए, राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान (एनआईयूए) और देश के 15 प्रमुख भारतीय शैक्षणिक संस्थानों की एक संयुक्त पहल है ।
  • कार्यक्रम के तहत, देश के 15 प्रमुख वास्तुकला और योजना संस्थान स्मार्ट शहरों के साथ मिलकर स्मार्ट सिटीज मिशन द्वारा शुरू की गई ऐतिहासिक परियोजनाओं का दस्तावेजीकरण करेंगे। 
  • संग्रह क्षेत्र में भविष्य के अनुसंधान के लिए संदर्भ के पहले बिंदु के रूप में कार्य करेगा, मिशन के तहत परियोजनाओं से सीखने में मदद करेगा, शहरी परियोजनाओं के लिए एक भंडार के रूप में कार्य करेगा, और सर्वोत्तम प्रथाओं और पीयर-टू-पीयर सीखने के प्रसार में योगदान देगा। 
  • संग्रह में शामिल 75 परियोजनाओं को 47 स्मार्ट शहरों में वितरित किया गया है। परियोजनाओं का दस्तावेजी करण करने वाले भागीदार संस्थानों में अन्य बातों के साथ-साथ भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की, पर्यावरण योजना और प्रौद्योगिकी केंद्र, अहमदाबाद, जामिया मिल्लिया इस्लामिया, दिल्ली और स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, भोपाल शामिल हैं।

एसएएआर परियोजना में 47 स्मार्ट शहरों में वितरित 75 शहरी परियोजनाएं शामिल हैं।

शहरों में शामिल हैं :- आगरा, अजमेर, चंडीगढ़, देहरादून, धर्मशाला, फरीदाबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, सहारनपुर, शिमला, श्रीनगर, बेलगावी, बेंगलुरु, चेन्नई, कोयंबटूर, इरोड, काकीनाडा, कोच्चि, मंगुलुरु, शिवमोग्गा, तंजावुर, थिरुचिरापल्ली, तिरुवनंतपुरम, तुमकुरु, अहमदाबाद, दाहोद, नागपुर, नासिक, पुणे, सूरत, ठाणे, वडोदरा, भुवनेश्वर, न्यू टाउन कोलकाता, रांची, विशाखापत्तनम, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, रायपुर, सागर, उज्जैन, जबलपुर, अगरतला, गंगटोक और नामची .

By admin: Jan. 6, 2022

4. पीएमएफएमई योजना के तहत छह वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट ब्रांड शुरू किये

Tags: National News

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, श्री पशुपति कुमार पारस और राज्य मंत्री, श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों (पीएमएफएमई) योजना के औपचारिक करण के तहत छह वन जिला वन उत्पाद (ओडीओपी) ब्रांड जारी किए।

  • खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय ने पीएमएफएमई  योजना के ब्रांडिंग और विपणन घटक के तहत चयनित ओडीओपीके 10 ब्रांड विकसित करने के लिए नेफेड के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इनमें से अमृत फल, कोरी गोल्ड, कश्मीरी मंत्र, मधुमंथरा, सोमदाना और दिल्ली बेक्स के होल व्हीट कुकीज नाम के छह ब्रांड 5 जनवरी 2022 को लॉन्च किए गए थे।

जारी किए गए ब्रांड :-

  • अमृत फल :-   यह एक आंवला जूस का अर्क है जिसे विशेष रूप से गुरुग्राम, हरियाणा के ओडीओपी अवधारणा के तहत विकसित किया गया है। 
  • कोरी ब्रांड :- इसे धनिया पाउडर से विकसित किया गया है जो कोटा, राजस्थान के लिए पहचाना गया ओडीओपी है|
  • कश्मीरी मंत्र ब्रांड :- यह कुलगाम, जम्मू और कश्मीर का एक मसाला ब्रांड है।
  • मधु मंत्र ब्रांड: इसे सहारनपुर, उत्तर प्रदेश से शहद के लिए ओडीओपी अवधारणा के तहत विकसित किया गया है।
  • होल व्हीट कुकीज: यह दिल्ली के लिए दिल्ली बेक्स ब्रांड के तहत विकसित किया गया दूसरा उत्पाद है। 
  • सोमदाना ब्रांड को ठाणे, महाराष्ट्र से मिलेट की ओडीओपी अवधारणा के तहत विकसित किया गया है।

सभी उत्पाद नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (नेफेड) के बाजार ,ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और पूरे भारत के प्रमुख रिटेल स्टोर पर उपलब्ध होंगे।

एक जिला एक उत्पाद योजना के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।

By admin: Jan. 5, 2022

5. श्रीलंका कैबिनेट ने भारत के साथ त्रिंकोमाली तेल टैंक फार्म समझौता को मंजूरी दी

Tags: International News

कोलंबो में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे की सरकार ने द्वीप राष्ट्र के उत्तर-पूर्वी तट पर त्रिंकोमाली में द्वितीय विश्व युद्ध से अपने अधिकांश रणनीतिक पेट्रोलियम भंडारों को विकसित और आधुनिक बनाने के लिए भारत के साथ एक प्रस्तावित सौदे को मंजूरी दे दी है।


  • द्वितीय विश्व युद्ध  से पहले बनी  इस  तेल भंडारण सुविधा में 850 एकड़ का क्षेत्र शामिल है और इसकी क्षमता लगभग 1 मिलियन टन है, जो श्रीलंका में मांग से कहीं अधिक है। त्रिंकोमाली चेन्नई का निकटतम बंदरगाह भी है और इसे छोटे जहाजों के लिए ईंधन भरने की सुविधा के रूप में विकसित कर इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • श्रीलंका के मंत्रियों के मंत्रिमंडल ने कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों के लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की सहायक लंका इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन द्वारा पहले से उपयोग किए जा रहे लोअर ऑयल टैंक कॉम्प्लेक्स के 14 तेल टैंक आवंटित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी।
  • इसने संयुक्त उद्यम कंपनी, ट्रिंको पेट्रोलियम टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड को 61 टैंकों के आवंटन को भी मंजूरी दी, जिसमें 51% हिस्सेदारी सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन के पास और 49% लंका आईओसी के पास होगी। यह व्यवस्था अगले 50 वर्षों के लिए है।
  • 29 जुलाई, 1987 के भारत-श्रीलंका समझौते के अनुबंध के हिस्से के रूप में तत्कालीन प्रधान मंत्री राजीव गांधी और श्रीलंका के राष्ट्रपति जे आर जयवर्धने के बीच समझौते की बात हुई थी उसके बाद से  इस विषय पर बातचीत हो रही है  कि टैंक फार्म को संयुक्त रूप से विकसित किया जाएगा।
  • भारत शुरू में त्रिंकोमाली में भारी निवेश करने के लिए अनिच्छुक था। चीन द्वारा हंबनटोटा बंदरगाह में भारी निवेश के बाद त्रिंकोमाली में भारत की दिलचस्पी बढ़ गई।

By admin: Jan. 5, 2022

6. केंद्र ने राज्यों से सामान्य ग्रिड पर इंटेल साझा करने को कहा

Tags: National News

केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में हाल ही में सभी राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक में, केंद्र सरकार ने राज्यों से मल्टी-एजेंसी सेंटर (मैक) के माध्यम से अधिक खुफिया जानकारी साझा करने के लिए कहा है।


  • मल्टी एजेंसी सेंटर (मैक), इंटेलिजेंस ब्यूरो के तहत एक सामान्य आतंकवाद-रोधी ग्रिड है जिसे कारगिल समीक्षा समिति की रिपोर्ट और मंत्रियों के समूह (जीओएम) की रिपोर्ट के सुझावों के अनुसार 2001 में कारगिल युद्ध के बाद चालू किया गया था।
  • मल्टी-एजेंसी सेंटर (मैक) इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के तहत कार्य करता है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
  • राज्य कार्यालयों को सहायक एमएसी (एसएमएसी) के रूप में नामित किया गया है।
  • रक्षा खुफिया एजेंसी (डीआईए), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ), सशस्त्र बल और राज्य पुलिस सहित 28 संगठन मंच का हिस्सा हैं।
  • विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां मैक पर रीयलटाइम इंटेलिजेंस इनपुट साझा करती हैं।
  • मैक स्तर पर, इन सभी एजेंसियों की बैठक लगभग हर दिन बुलाई जाती है जहां पिछले 24 घंटों की खुफिया जानकारी को लाया जाता है, चर्चा और सहमति से  अनुवर्ती कार्रवाई तैयार की जाती है|
  • 2020 में संसदीय स्थायी समिति की रिपोर्ट के अनुसार, मैक के कामकाज में एक बड़ी बाधा यह है कि राज्य अक्सर इस मंच पर जानकारी साझा करने के लिए अनिच्छुक होते हैं, इस प्रकार महत्वपूर्ण जानकारी को सही समय पर साझा नहीं करते हैं।
  • केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी के साथ, चरणबद्ध तरीके से जिलों में एसएमएसी की कनेक्टिविटी का विस्तार करने पर विचार कर रहा था।

By admin: Jan. 5, 2022

7. आईसीएमआर ने ओमाइक्रोन का पता लगाने के लिए स्वदेशी किट को दी मंजूरी

Tags: National News

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एसएआरएससीओवी-2 के ओमाइक्रोन प्रकार का पता लगाने के लिए एक स्वदेशी परीक्षण किट को मंजूरी दी है।


  • किट का निर्माण टाटा मेडिकल एंड डायग्नोस्टिक्स द्वारा किया गया है और इसे 'ओमीस्योर(OmiSure)' नाम दिया गया है।
  • किट आरटी-पीसीआर परीक्षणों के दौरान नासॉफिरिन्जियल / ऑरोफरीन्जियल नमूनों में एसएआरएससीओवी-2 के ऑमिक्रॉन संस्करण के साथ-साथ एसएआरएससीओवी-2 के अन्य प्रकारों का भी पता लगा सकती है।
  • परीक्षण किट सभी मानक रीयल-टाइम पीसीआर मशीनों के साथ संगत है। पहला लक्ष्य एस-जीन ड्रॉपआउट या एस-जीन लक्ष्य विफलता (एसजीटीएफ) पर आधारित है, और दूसरा लक्ष्य एस-जीन उत्परिवर्तन प्रवर्धन (एसजीएमए) पर आधारित है।
  • कंपनी ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के साथ लाइसेंस के लिए आवेदन किया है, सीडीएससीओ द्वारा लाइसेंस को मंजूरी मिलने के बाद, किट का निर्माण टाटा के एमडी द्वारा तमिलनाडु में अपनी श्रीपेरंबुदूर सुविधा में किया जाएगा।

वर्तमान में भारत में ऑमिक्रॉन संस्करण का पता लगाने के लिए जिस किट का उपयोग किया जा रहा है, उसे अमेरिका स्थित वैज्ञानिक उपकरण कंपनी थर्मो फिशर द्वारा विकसित किया गया है। यह वेरिएंट का पता लगाने के लिए एस जीन टारगेट फेल्योर (एसजीटीएफ) रणनीति का उपयोग करता है।

By admin: Jan. 4, 2022

8. पीएम मोदी ने 4,800 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए मणिपुर और त्रिपुरा का दौरा

Tags: National News

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 जनवरी 2022 को मणिपुर और त्रिपुरा का दौरा किया।

प्रधानमंत्री के मणिपुर दौरे की मुख्य विशेषताएं:

  • पीएम ने लगभग 1,850 करोड़ रुपये की 13 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और लगभग 2,950 करोड़ रुपये की 9 परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
  • ये परियोजनाएं विविध क्षेत्रों से संबंधित हैं जैसे:
    • सड़क अवसंरचना
    • पीने के पानी की सप्लाई
    • स्वास्थ्य
    • शहरी विकास
    • आवास
    • सूचान प्रौद्योगिकी
    • कौशल विकास,अन्य

 इम्फाल के हट्टा कांगजीबंग में उद्घाटन और शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया।

प्रधानमंत्री की अगरतला (त्रिपुरा) यात्रा की मुख्य विशेषताएं:

  • प्रधान मंत्री ने लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित महाराजा बीर बिक्रम (एमबीबी) हवाई अड्डे के नए एकीकृत टर्मिनल भवन का उद्घाटन किया, 
  • शुरू की गई प्रमुख पहल :-
    • मुख्यमंत्री त्रिपुरा ग्राम समृद्धि योजना- जिसका उद्देश्य ग्राम स्तर पर मुख्य विकास क्षेत्रों में सेवा वितरण के लिए बेंचमार्क मानकों को प्राप्त करना है।
    • विद्याज्योति विद्यालयों का प्रोजेक्ट मिशन 100- जिसका उद्देश्य राज्य में 100 मौजूदा उच्च/उच्च माध्यमिक विद्यालयों को अत्याधुनिक सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ विद्याज्योति विद्यालयों में परिवर्तित करके शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है। यह परियोजना नर्सरी से बारहवीं कक्षा तक के लगभग 1.2 लाख छात्रों को कवर करेगी और अगले तीन वर्षों में लगभग 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

प्रधान मंत्री ने विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, जिसमें गुड़गांव में मणिपुर इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स, पीएम जन विकास कार्यक्रम के तहत 72 परियोजनाएं, विविध क्षेत्रों से संबंधित 13 परियोजनाएं,  एक सौ दस किलोमीटर से अधिक कुल लंबाई वाली पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं शामिल हैं।, एक कोविड अस्पताल के साथ एक कैंसर अस्पताल भी है।

By admin: Jan. 4, 2022

9. सूडान के प्रधानमंत्री का इस्तीफा

Tags: International News

  • सूडान के 15 वें प्रधान मंत्री (2019-2022) अब्दुल्ला हमदोक अल-किनानी ने राजनीतिक सहमति की कमी और सेना के साथ संघर्ष के कारणों का हवाला देते हुए प्रदर्शनकारियों पर एक बड़ी कार्रवाई के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
  • हमदोक ने 2019 सूडानी संक्रमण के दौरान लोकतंत्र में संक्रमणकालीन सैन्य परिषद से सूडान की संप्रभुता परिषद में सत्ता के हस्तांतरण में प्रमुख भूमिका निभाई।
  • हमदोक ने अफ्रीका के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक आयोग (यूनेका)के उप कार्यकारी सचिव के रूप में भी कार्य किया।

सूडान गणराज्य

क्षेत्रफल के हिसाब से यह अफ्रीका का तीसरा सबसे बड़ा देश है|

राजधानी - खार्तूम

मुद्रा - सूडानी पाउंड

वर्तमान में एक सैन्य जुंटा के तहत।

By admin: Jan. 4, 2022

10. इसरो ने वर्ष 2022 में कई मिशनों के लिए तैयार

Tags: Science and Technology National News

2022 में इसरो के सबसे प्रत्याशित प्रक्षेपणों में से एक गगनयान का पहला मानव रहित मिशन है जो निचली पृथ्वी की कक्षा (LEO) में है। इस मिशन के लिए जीएसएलवी एमके III का इस्तेमाल किया जाएगा। ग्लेवकोस्मोस जो रूसी अंतरिक्ष निगम रोस्कोस्मोस की सहायक कंपनी है, इस मिशन में इसरो को समर्थन कर रही है।

अन्य उल्लेखनीय लॉन्च में शामिल हैं-

  • पृथ्वी प्रेक्षण उपग्रह ईओएस-4 और ईओएस-6 ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी)  के द्वारा भेजा जायेगा|
  • अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट ईओएस-02 स्माल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (एसएसएलवी) की पहली उड़ान के द्वारा भेजा जायेगा 
  • चंद्रयान 03 - यह भारत का तीसरा नियोजित चंद्र अन्वेषण मिशन होगा। यह चंद्रयान-2 का मिशन फिर से होगा लेकिन इसमें केवल चंद्रयान-2 के समान लैंडर और रोवर शामिल होंगे लेकिन इसमें ऑर्बिटर नहीं होगा। इस मिशन के लिए जीएसएलवी एमके III का इस्तेमाल किया जाएगा।
  • आदित्य एल-1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला भारतीय मिशन। यह सौर वातावरण का अध्ययन करने के लिए एक नियोजित कोरोनोग्राफी अंतरिक्ष यान है। आदित्य-एल1 को 'लाइब्रेशन ऑर्बिट' में स्थापित किया जाएगा, जो पृथ्वी से करीब 15 लाख किलोमीटर दूर है। यह सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी का लगभग 1% है जहां दो खगोलीय पिंडों का गुरुत्वाकर्षण बराबर होता है। इसे इस तरह की कक्षा में रखने से अंतरिक्ष यान पृथ्वी के साथ चक्कर लगाता है, जिससे लगातार सूर्य का सामना करना पड़ता है।
  • एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट (एक्सपोसैट) कॉस्मिक एक्स-रे के ध्रुवीकरण का अध्ययन करने के लिए एक नियोजित अंतरिक्ष वेधशाला है। इसे छोटे उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी) से प्रक्षेपित किया जाएगा। यह पांच साल का मिशन होगा, जिसमें ब्रह्मांडीय विकिरण को मापने के लिए रमन रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा बनाया गया एक पोलीमीटर उपकरण होगा। अंतरिक्ष यान को 500-700 किमी की गोलाकार कक्षा में स्थापित किया जाएगा।

आईआरएनएसएस - भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन उपग्रह प्रणाली

इसरो के अन्य उल्लेखनीय भविष्य के मिशन हैं-

  • शुक्र मिशन,
  • दिशा (उच्च ऊंचाई पर परेशान और शांत-प्रकार की प्रणाली) - 450 किमी की ऊंचाई पर जुड़वां एरोनॉमी (पृथ्वी के वायुमंडल की सबसे ऊपरी परत) उपग्रह मिशन।
  • तृष्णा (उच्च-रिज़ॉल्यूशन प्राकृतिक संसाधन आकलन के लिए थर्मल इन्फ्रारेड इमेजिंग सैटेलाइट), एक इसरो-सीएनईएस (सेंटर नेशनल डी'एट्यूड्स स्पेशियल्स फ्रांस) मिशन 2024 में दुनिया भर में भूमि की सतह के तापमान की सटीक मैपिंग के लिए होगा।इसे 5 साल के मिशन जीवन के साथ 750 किमी की ऊंचाई पर सूर्य-तुल्यकालिक कक्षा में भेजा जाएगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो)

मुख्यालय - बेंगलुरु, कर्नाटक

अध्यक्ष - कैलासवादिवू सिवानो

नोडल प्राधिकरण - भारत के प्रधान मंत्री के अधीन अंतरिक्ष विभाग

मुख्य लॉन्चपैड - सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश

Date Wise Search