1. सुपोषित मां अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत
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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा बूंदी क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को सुपोषित रखने के लिए कोटा में सुपोषित मां अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की I
अभियान के तहत तीन हजार गर्भवती महिलाओं को सुपोषित करने का लक्ष्य रखा गया है जिससे कोटा में 2 हजार व बूंदी में 1 हजार महिलाओं को अभियान का फायदा मिलेगा।
इस अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को 9 महीने तक पोषण किट उपलब्ध कराई जाएगी।
महिलाओं में पोषण की कमी को दूर करने के लक्ष्य के साथ वर्ष 2020 में 1000 गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर सुपोषित मां अभियान प्रारंभ किया गया।
लाभार्थी महिलाओं के लिए हंस फाउंडेशन द्वारा पोषण किट तैयार की गई है तथा मॉनिटरिंग के लिए महिलाओं को स्वास्थ्य कार्ड भी उपलब्ध कराया गया।
वर्तमान में किये जा रहे अन्य प्रयास
पोषण अभियान-
पोषण अभियान (पूर्ववर्ती राष्ट्रीय पोषण मिशन) के तहत 36 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के सभी ज़िलों को चरणबद्ध तरीके से कवर किया गया है।
यह वर्ष 2022 तक कुपोषण मुक्त भारत की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिये एक एकीकृत बहुमंत्रालयी मिशन है।
पोषण अभियान का प्रमुख उद्देश्य आंँगनवाड़ी सेवाओं के उपयोग और गुणवत्ता में सुधार करके भारत के चिह्नित ज़िलों में स्टंटिंग को कम करना है। इसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं और प्रसव के बाद माताओं एवं उनके बच्चों हेतु समग्र विकास तथा पर्याप्त पोषण सुनिश्चित करना है।
राष्ट्रीय पोषण मिशन 2022 के लक्ष्य
जन्म के समय कम वज़न में वर्ष 2017 से 2022 तक प्रतिवर्ष 2 प्रतिशत की कमी लाना।
स्टंटिंग को वर्ष 2022 तक कम करके 25% के स्तर तक लाना।
5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों तथा 15-49 वर्ष की महिलाओं में विद्यमान एनीमिया के स्तर में वर्ष 2017 से 2022 तक 3 प्रतिशत की वार्षिक कमी ला
2. बैटरी से चलने वाले डुअल-मोड लोकोमोटिव 'नवदूत' का विकास
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पश्चिम मध्य रेलवे ने नवदूत (Nav Doot) नाम से बैटरी से चलने वाला डुअल-मोड लोकोमोटिव विकसित किया है।
यह इंजन दोनों मोड यानी बैटरी और बिजली पर चलता है।
वर्तमान में इसका प्रयोग ट्रायल आधार पर जबलपुर, मुदवाड़ा और अन्य स्टेशनों पर ट्रेनों के शंटिंग के दौरान किया जा रहा है।
इस डुअल मोड लोकोमोटिव को रेलवे बोर्ड की ओर से बेस्ट इनोवेशन अवार्ड भी मिला है।
इस नए लोकोमोटिव से रेलवे रोजाना 1000 लीटर डीजल बचाएगा तथा सभी ट्रायल्स को क्लियर करने के बाद इसका और ज्यादा इस्तेमाल किया जाएगा।
नवदूत के बारे में
यह ई-इंजन 30 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 18 कोच खींच सकता है।
इसमें 84 बैटरियां हैं और वर्तमान में इसकी क्षमता 400 टन खींचने की है।
इसे न्यू कटनी जंक्शन के विद्युत विभाग द्वारा विकसित किया गया है।
सभी परीक्षणों को मंजूरी देने के बाद, अन्य स्टेशनों में माल, कोयला, तेल टैंकर आदि ले जाने जैसे उद्देश्यों के लिए इसका अधिक व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा।
3. सरकार ने कपास क्षेत्र के समग्र विकास के लिए भारतीय कपास परिषद की स्थापना की
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केंद्र सरकार ने सुरेश भाई कोटक की अध्यक्षता में भारतीय कपास परिषद के गठन की घोषणा की है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल ने कपास उद्योग के हितधारकों जिसमें किसानों से लेकर उद्योगों के प्रतिनिधि शामिल थे, के साथ बैठक के बाद घोषणा की।
कपास परिषद में भारतीय कपास निगम और कपास अनुसंधान संस्थान के साथ कपड़ा, कृषि, वाणिज्य और वित्त मंत्रालयों का प्रतिनिधित्व होगा।
परिषद इस क्षेत्र में एक ठोस सुधार लाने के लिए चर्चा, विचार-विमर्श और एक मजबूत कार्य योजना तैयार करेगी।
भारत में कपास
भारत को कपास की खेती के तहत सबसे बड़ा क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है जो कपास की खेती के तहत विश्व क्षेत्र का लगभग 37% है।
भारत में 12.0 मिलियन हेक्टेयर से 13.5 मिलियन हेक्टेयर पर कपास की खेती होती है।
भारत विश्व में कपास का सबसे बड़ा उत्पादक है, जो विश्व कपास उत्पादन का लगभग 24% हिस्सा है।
प्रति किलोग्राम उपज जो वर्तमान में 469 किलोग्राम/हेक्टेयर है, दुनिया की औसत उपज लगभग 808 किलोग्राम किलोग्राम/हेक्टेयर की तुलना में अभी भी कम है।
कॉटन काउंसिल ऑफ इंडिया का सबसे बड़ा काम भारत में कपास की उत्पादकता बढ़ाना होगा ताकि वह कपड़ा उद्योगों की जरूरतों को पूरा कर सके और किसानों की आय में वृद्धि कर सके।
4. डीआरडीओ और भारतीय नौसेना ने नई एनएएसएम- एसआर मिसाइल का परीक्षण किया
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने स्वदेशी रूप से विकसित “नौसेना रोधी जहाज मिसाइल-शॉर्ट रेंज" या एनएएसएम- एसआर का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया।
इसे 18 मई 2022 को ओडिशा के बालासोर के डीआरडीओ के अंतरिम परीक्षण रेंज से भारतीय नौसेना के हेलीकॉप्टर सीकिंग 42बी से लॉन्च किया गया था।
डीआरडीओ के अनुसार,एनएएसएम- एसआर 380 किलोग्राम का प्रक्षेप्य होगा जिसकी मारक छमता 55 किलोमीटर होगी जिसे भारतीय नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टरों पर तैनात सी ईगल मिसाइलों के जगह पर तैनात किया जाएगा।
एक ट्वीट में, भारतीय नौसेना ने कहा, यह फायरिंग आला मिसाइल प्रौद्योगिकी में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और स्वदेशीकरण के लिए भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
नेवल एंटी-शिप मिसाइल-शॉर्ट रेंज को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन, डीआरडीओ के सहयोग से विकसित किया गया है।
यह भारतीय नौसेना के लिए पहली स्वदेशी एयर-लॉन्च एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम है।
मिसाइल ने कई नई तकनीकों को नियोजित किया, जिसमें हेलीकॉप्टर के लिए स्वदेशी रूप से विकसित लॉन्चर, अत्याधुनिक नेविगेशन सिस्टम और एकीकृत एवियोनिक्स शामिल हैं।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ):
यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान और विकास एजेंसी है।
इसका उद्देश्य भारत को महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकी और प्रणालियों में आत्मनिर्भर बनाना है।
इसकी स्थापना 1958 में हुई थी।
मुख्यालय: नई दिल्ली
अध्यक्ष: जी सतीश रेड्डी
5. देश का पहला ‘5G टेस्टबेड’ लॉन्च
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले 5G टेस्टबेड का उद्घाटन किया जिससे इंडस्ट्री प्लेयर्स और स्टार्टअप्स अपने प्रोडक्ट्स को स्थानीय स्तर पर टेस्ट और वैलिडेट कर पाएंगे।
इस टेस्टबेड को 220 करोड़ रुपये की लागत से सेटअप किया गया है।
इस 5G टेस्टबेड को IIT मद्रास के नेतृत्व में 8 संस्थानों द्वारा एक मल्टी-इंस्टिट्यूट सहयोगी परियोजना के रूप में विकसित किया गया है।
अभी तक 5G टेस्टबेड नहीं होने की वजह से स्टार्टअप्स और इंडस्ट्री प्लेयर्स को अपने प्रोडक्ट्स की टेस्टिंग और उन्हें वैलिडेट करने के लिए विदेश जाना पड़ता था।
यह टेस्टबेड भारतीय इंडस्ट्री और स्टार्टअप्स के लिए एक सपोर्टिव इकोसिस्टम तैयार करेगा, जिससे उन्हें 5G और नेक्स्ट जेन टेक्नॉलजीज में अपने प्रोडक्ट्स, प्रोटोटाइप, सॉल्यूशन और एल्गोरिदम को वैलिडेट करने में मदद मिलेगी।
इस प्रोजेक्ट में जो अन्य इंस्टिट्यूट शामिल हैं, उनमें IIT दिल्ली, IIT हैदराबाद, IIT बॉम्बे, IIT कानपुर, IISc बैंगलोर, सोसायटी फॉर एप्लाइड माइक्रोवेव इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग एंड रिसर्च (SAMEER) और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन वायरलेस टेक्नोलॉजी (CEWiT) हैं।
6. ग्राम उन्नति ने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा को चेयरमैन बनाया
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पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil Arora) को ग्राम उन्नति बोर्ड के नए गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया है।
सुनील अरोड़ा के बारे में
वह 1980 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं।
उन्होंने दो महत्वपूर्ण मंत्रालयों, सूचना और प्रसारण मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के सचिव के रूप में काम किया है।
वह भारत के 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त भी रहे I
ग्राम उन्नति के बारे में
ग्राम उन्नति एक सामाजिक उद्यम है जो किसानों को मूल्य प्राप्ति, कृषि उत्पादकता बढ़ाने और खेती की लागत कम करके उनकी शुद्ध आय बढ़ाने में मदद करता है।
ग्राम उन्नति कृषि-प्रोसेसर, बैंक, कृषि-इनपुट निर्माताओं, अनुसंधान संस्थानों और अन्य को भौतिक और तकनीकी बुनियादी ढांचे के साथ मदद प्रदान करता है I
ग्राम उन्नति संस्थागत खरीदारों को सीमांत किसानों को परामर्श सेवाएं, कम लागत वाली उच्च गुणवत्ता वाले इनपुट और बाजार कनेक्शन, साथ ही अनुरूप उत्पादन, रसद, और कृषि उत्पादों के अंत तक गुणवत्ता नियंत्रण भी प्रदान करता है।
ग्राम उन्नति का मुख्यालय गुड़गांव में है और वर्तमान में इसका संचालन 6 राज्यों में है।
7. हसन शेख महमूद बने सोमालिया के नए राष्ट्रपति
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अशांत हॉर्न ऑफ अफ्रीका राष्ट्र में लंबे समय से लंबित चुनाव के बाद, सोमाली विधायकों ने पूर्व नेता हसन शेख महमूद को देश का अगला राष्ट्रपति चुना है।
2012 और 2017 के बीच सोमालिया के राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने वाले हसन शेख मोहम्मद ने घातक विद्रोही हमलों को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा लगाए गए सुरक्षा लॉकडाउन के बीच राजधानी मोगादिशु में जीत हासिल की।
उन्होंने इस चुनाव में मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद को हराया।
महमूद ने अंतिम तीसरे दौर में मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद फरमाजो के पक्ष में 110 वोटों के मुकाबले 214 वोट हासिल किए।
66 वर्षीय महमूद यूनियन फॉर पीस एंड डेवलपमेंट पार्टी के नेता हैं, जिसके पास दोनों विधायी चैम्बर्स में बहुमत है।
सोमालिया के बारे में
सोमालिया, अफ्रीका के पूर्वी किनारे पर स्थित एक देश है।
राजधानी- मोगादीशू
राजधानी- मोगादीशू
प्रधान मंत्री- मोहम्मद हुसैन रोबल
मुद्रा- सोमाली शिलिंग (एसओएस)
8. भारत ने एससीओ-आरएटीएस बैठक की मेजबानी की
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भारत, पाकिस्तान और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के आतंकवाद रोधी विशेषज्ञों ने 16 मई को नयी दिल्ली की मेजबानी में आयोजित बैठक में विभिन्न क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों से मुकाबला करने में सहयोग बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।
बैठक एससीओ के क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे के तहत हो रही है।
चर्चा का एक प्रमुख फोकस अफगानिस्तान की स्थिति पर था जहाँ तालिबान शासित देश में सक्रिय आतंकवादी समूहों का खतरा सभी देशों को है।
पाकिस्तान ने बैठक के लिए तीन सदस्यीय टीम भेजी है।
एससीओ की लगभग सभी प्रमुख बैठकों में अफगान मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया है।
एससीओ की क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना परिषद (आरएटीएस एससीओ)
भारत ने पिछले वर्ष 28 अक्टूबर को एक वर्ष की अवधि के लिए SCO (RATS SCO) की अध्यक्षता ग्रहण की।
भारत ने एससीओ और इसके क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी ढांचे (आरएटीएस) के साथ अपने सुरक्षा संबंधी सहयोग को गहरा करने में गहरी दिलचस्पी दिखाई है।
यह विशेष रूप से सुरक्षा और रक्षा से संबंधित मुद्दों से संबंधित है।
एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा ब्लॉक है और सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।
एससीओ के सदस्य देश
रूस, चीन, भारत, पाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उजबेकिस्तान
अफगानिस्तान एससीओ के पर्यवेक्षक राज्यों में से एक है।
9. भारतीय नौसेना के दो युद्धपोतों सूरत और उदयगिरि का लोकार्पण
स्वदेशी युद्धपोत निर्माण के इतिहास में राष्ट्र 17 मई, 2022 को एक ऐतिहासिक घटना का साक्षी बना, जब भारतीय नौसेना के दो अग्रिम मोर्चे के युद्धपोतों का लोकार्पण किया गया।
ये यद्धपोत हैं, सूरत, जो परियोजना 15बी का डिक्ट्रॉयर है और दूसरा है उदयगिरि, जो परियोजना 17ए का फ्रिगेट है।
मुम्बई के मझगांव डॉक्स लिमिटेड (एमडीएल) में एक साथ दोनों का शुभारंभ किया गया। इन दोनों कार्यक्रमों में रक्षामंत्री श्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि थे।
परियोजना 15बी श्रेणी के पोत भारतीय नौसेना के अगली पीढ़ी के स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर हैं, जिन्हें मझगांव डॉक्स लि. मुम्बई में बनाया जाता है।
डिस्ट्रॉयर, सूरत:
‘सूरत’ परियोजना 15बी डिस्ट्रॉर श्रेणी का चौथा पोत है, जिसे पी15ए (कोलकाता श्रेणी) में कई परिवर्तन करके विकसित किया गया है।
इसका नाम गुजरात की वाणिज्यिक राजधानी और मुम्बई के बाद पश्चिमी भारत के दूसरा सबसे बड़े व्यापारिक केंद्र सूरत के नाम पर रखा गया है।
फ्रिगेट, उदयगिरि:
उदयगिरि का नाम आंध्रप्रदेश की पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया है। यह परियोजना 17ए का तीसरा फ्रिगेट है।
इन्हें पी17 फ्रिगेट (शिवालिक श्रेणी) का अनुपालन करते हुये संशोधित स्टेल्थ विशेषताओं, उन्नत हथियारों, संवेदी उपकरणों और प्लेटफार्म प्रबंधन प्रणालियों से लैस किया गया है। ‘उदयगिरि’ दरअसल पुराने ‘उदयगिरि’ का अवतार है, जो लियेंडर क्लास एएसडब्लू फ्रिगेट था।
महत्वपूर्ण तथ्य:
पी17 कार्यक्रम के तहत कुल सात पोतों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें से चार पोत एमडीएल और तीन पोत जीआरएसई में बनाये जा रहे हैं।
15बी और पी17ए, दोनों जहाजों को डायरेक्टोरेट ऑफ नैवल डिजाइन (डीएनडी) में घरेलू स्तर पर डिजाइन किया गया था।
शिपयार्ड में निर्माण गतिविधियों के दौरान उपकरणों और प्रणालियों के लिये लगभग 75 प्रतिशत ऑर्डर स्वदेशी कंपनियों को मिले, जिनमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम शामिल थे।
10. आदिवासी युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च
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केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री द्वारा भोपाल, मध्य प्रदेश से आदिवासी युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया।
इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत छह राज्यों से चुने गए 17 जिलों के 17 क्लस्टर के करीब 250 लाभार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुने गए छह राज्य में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और ओडिशा शामिल है I
इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत पांच विषयों (मल्टीस्किलिंग) में प्रशिक्षण दिया जाएगा-
विद्युत और सौर ऊर्जा
कृषि यंत्रीकरण
ई-शासन
नलसाजी और चिनाई
दोपहिया वाहनों की मरम्मत और रखरखाव।
इन पांच विषयों के तहत प्रशिक्षण से आदिवासी युवाओं को अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करने और अपने इलाके में अन्य युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी।