1. सिटी ऑफ़ जॉय' के लेखक डॉमिनिक लैपिएरे का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया
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भारत पर आधारित "फ्रीडम एट मिडनाइट" और "सिटी ऑफ़ जॉय" जैसे प्रसिद्ध पुस्तकों के सह लेखक डॉमिनिक लैपिएरे का 4 दिसंबर 2022 को निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।
डोमिनिक लैपिएरे और लैरी कोलिन्स द्वारा लिखित पुस्तकें
अमेरिकी लेखक लैरी कोलिन्स के साथ साझेदारी में फ्रांसीसी लेखक डॉमिनिक लापिएरे ने छह किताबें लिखीं, जिनकी दुनिया भर में 50 मिलियन से अधिक प्रतियां बिकी हैं।
डोमिनिक लैपिएरे और लैरी कोलिन्स द्वारा लिखित पुस्तकें
- इज़ पेरिस बर्निंग?,
- ओ जेरूसलम,
- द फिफ्थ हॉर्समैन,
- इज़ न्यूयॉर्क बर्निंग?,
- सिटी ऑफ़ जॉय और
- फ्रीडम एट मिडनाइट।
ऑर आई विल ड्रेस यू इन मोरिंग", केवल डॉमिनिक लैपिएरे द्वारा लिखा गया था।
सिटी ऑफ जॉय कोलकाता में एक रिक्शा चालक की कठिनाइयों के बारे में था। फ्रीडम एट मिडनाइट पुस्तक भारत में स्वतंत्रता आंदोलन पर थी।
2. धर्मेन्द्र प्रधान ने आईसीएचआर द्वारा प्रकाशित ‘इंडियाः दी मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ का विमोचन किया
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केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 24 नवंबर को नई दिल्ली में भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) द्वारा तैयार और प्रकाशित पुस्तक 'इंडिया: द मदर ऑफ डेमोक्रेसी' का विमोचन किया।
महत्वपूर्ण तथ्य
इस अवसर पर आईसीएचआर के अध्यक्ष प्रो. रघुवेन्द्र तंवर और आईसीएचआर के सदस्य सचिव प्रो. उमेश अशोक कदम भी उपस्थित थे।
इस पुस्तक में दिखाया गया है कि सभ्यता के उदय के समय से ही भारत लोकतांत्रिक लोकाचार से ओतप्रोत रहा है।
पुस्तक में बताया गया है कि लोकतंत्र का उद्गम भारत में चौथी शताब्दी में ही हो गया था। तंजौर के शिलालेख इस बात के जीते-जागते प्रमाण हैं।
कलिंग और लिच्छवी कालखंड के दौरान सामाजिक व्यवस्था के जो प्रमाण मिलते हैं, उनसे भी भारत के लोकतांत्रिक डीएनए का पता चलता है।
यह पुस्तक भारत की लोकतांत्रिक धरोहर पर स्वस्थ्य चर्चा को प्रोत्साहित करेगी तथा हमारे शाश्वत लोकतांत्रिक मल्यों पर गर्व करने के लिए अगली पीढ़ी को प्रेरणा देगी।
3. शेन वॉटसन की किताब "विनिंग द इनर बैटल"
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नवंबर 2022 में शेन वॉटसन ने “विनिंग द इनर बैटल ब्रिंगिंग द बेस्ट वर्जन ऑफ यू टू क्रिकेट” नामक एक नई किताब लिखी है।
महत्वपूर्ण तथ्य:
शेन वॉटसन की नई किताब, विनिंग द इनर बैटल, जो 2015 में सेवानिवृत्ति पर विचार करने के बाद अपने करियर को पुनर्जीवित करने के अपने स्वयं के अनुभवों के माध्यम से खेल के मानसिक पक्ष की पड़ताल करती है।
शेन वॉटसन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक हैं, जिन्होंने 298 बार अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है।
शेन रॉबर्ट वॉटसन
शेन वॉटसन एक ऑस्ट्रेलियाई पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज और दाएं हाथ के मध्यम तेज गति के स्विंग गेंदबाज रहे हैं।
उन्होंने 2002 और 2016 के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला।
वह रिकॉर्ड 150 हफ्तों के लिए दुनिया के नंबर 1 टी20I ऑलराउंडर थे।
शेन वॉटसन का जन्म 17 जून 1981 को इप्सविच, क्वींसलैंड, ऑस्ट्रेलिया में हुआ था। उन्होंने 21 साल की उम्र में, 24 मार्च 2002 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में वनडे मैच खेला।
उन्होंने अपने वनडे करियर में, 190 मैचों में 40.54 की औसत से 5757 रन बनाए और 168 विकेट लिए।
वॉटसन ने करियर का पहला टेस्ट मैच 2 जनवरी 2005 को पाकिस्तान के खिलाफ सिडनी में खेला।
वॉटसन के नाम T20I, ODI और T20 में कई रिकॉर्ड हैं. फोर्ब्स के अनुसार, वॉटसन 2011 और 2015 के बीच लगातार पांच वर्षों तक दुनिया में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले गैर-भारतीय क्रिकेटर थे।
2 नवंबर 2020 को, उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की।
2017 में, वाटसन ने बच्चों के लिए एक स्पोर्ट्स क्लिनिक, लेट्स एक्टिवेट, लॉन्च किया। वॉटसन का अपना पॉडकास्ट है जिसका नाम लेसन्स लर्न्ड विद द ग्रेट्स है।
4. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने दुबई में पीएम मोदी पर दो पुस्तकों का विमोचन किया
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6 नवंबर, 2022 को दुबई में कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की उपलब्धियों और विरासत पर दो पुस्तकों का विमोचन किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य
दो किताबों के नाम हैं मोदी@20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी" और "हार्टफेल्ट: द लिगेसी ऑफ फेथ"।
इन पुस्तकों का विमोचन विश्व सद्भावना, एनआईडी फाउंडेशन (दुबई चैप्टर) के एक कार्यक्रम में किया गया ताकि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में लोगों के बीच भाईचारे और एकजुटता के बंधन को बढ़ाया जा सके।
इस अवसर पर भारतीय मूल के 300 से अधिक दिग्गज और विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित थे।
राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए भारत के निर्माता हैं और मोदी के पिछले आठ वर्षों के नेतृत्व से भारत के कई क्षेत्रों में बदलाव आया है।
5. प्रधानमंत्री के चुनिंदा भाषणों का संग्रह 'सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास' का विमोचन
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनिंदा भाषणों का एक संग्रह 23 सितंबर को नई दिल्ली के आकाशवाणी भवन में जारी किया गया।
महत्वपूर्ण तथ्य -
'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्पीक्स' शीर्षक वाली किताब में प्रधानमंत्री के नए भारत के सपने को दर्शाया गया है।
पुस्तक का विमोचन पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा किया गया।
अतिरिक्त जानकारी -
पुस्तक के बारे में :
पुस्तक मई 2019 से मई 2020 तक प्रधान मंत्री द्वारा दिए गए 86 भाषणों का संग्रह है।
भाषणों को दस विषयगत क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
इसके विषयगत क्षेत्र हैं - आत्मानिर्भर भारत-अर्थव्यवस्था, पीपल-फर्स्ट गवर्नेंस, फाइट अगेंस्ट COVID-19, इमर्जिंग इंडिया-फॉरेन अफेयर्स, जय किसान, टेक इंडिया-न्यू इंडिया, ग्रीन इंडिया-रेसिलिएंट इंडिया-क्लीन इंडिया, फिट इंडिया-एफिशिएंट इंडिया, इटरनल इंडिया - मॉडर्न इंडिया, सांस्कृतिक विरासत और 'मन की बात' पर केंद्रित है।
पुस्तक हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में उपलब्ध होगी।
यह मोदी सरकार के विचारों, दृढ़ संकल्प और निश्चितता को दर्शाता है।
पुस्तक नए भारत के प्रधान मंत्री के दृष्टिकोण और भारत को दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए उनके द्वारा दिखाए गए नेतृत्व को चित्रित करती है।
6. 75 भारतीय महिलाओं के सम्मान में 'शी इज़-वुमन इन स्टीम' पुस्तक का विमोचन किया गया
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स्टीम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित के क्षेत्र) में 75 भारतीय महिलाओं को सम्मानित करके भारत की स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को मनाने के लिए, एल्सामेरी डी सिल्वा और सुप्रीत के. सिंह द्वारा लिखित एक पुस्तक, 'शी इज़-वुमन इन स्टीम' 21 सितंबर, 2022 को नई दिल्ली में अनावरण किया गया था।
महत्वपूर्ण तथ्य -
- इस पुस्तक का अनावरण भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो. अजय सूद और ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स एलिस ने किया।
- पुस्तक, रेड डॉट फाउंडेशन, ब्रिटिश उच्चायोग और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) एफएलओ के साथ साझेदारी में भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय की एक सहयोगी परियोजना है।
- पुस्तक श्रृंखला का उद्देश्य युवाओं के लिए अधिक महिला रोल मॉडल प्रदर्शित करना, महिलाओं के नेतृत्व को स्पष्ट करना और सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) में रुचि पैदा करना है।
7. निर्मला सीतारमण ने एन के सिंह की पुस्तक “रीकैलिब्रेट: चेंजिंग पैराडाइम” का विमोचन किया
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 13 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष एन के सिंह और पूर्व कृषि सचिव पी के मिश्रा द्वारा लिखित पुस्तक "रीकैलिब्रेट: चेंजिंग पैराडाइम" का विमोचन किया।
पुस्तक का प्रकाशन रूपा एंड कंपनी ने किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य -
एनके सिंह द्वारा लिखित अन्य पुस्तकें :
- द न्यू बिहार : रीकिन्डलिंग गवर्नेंस एंड डेवलपमेंट
- नॉट बाइ रीज़न अलोन
- द पॉलिटिक्स ऑफ चेंज: ए रिंगसाइड व्यू
- पोर्ट्रेट्स ऑफ पॉवर
एनके सिंह के बारे में :
नंद किशोर सिंह (एनके सिंह) एक पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी हैं।
वे 15वें वित्त आयोग के अध्यक्ष थे।
8. उपराष्ट्रपति धनखड़ ने दारा शिकोह के पुस्तक का अरबी संस्करण का विमोचन किया
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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 9 सितंबर 2022 को नई दिल्ली में दारा शिकोह के पुस्तक "मजमा उल-बहरीन" के अरबी संस्करण का विमोचन किया।
महत्वपूर्ण तथ्य -
- अमर हसन द्वारा इस पुस्तक का अरबी में अनुवाद किया गया है, और भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) द्वारा प्रकाशित किया गया है।
- मजमा उल-बहरीन (दो महासागरों का संगम), शिकोह द्वारा फारसी में 1654-55 में लिखा गया था।
- पुस्तक में उन्होंने सूफी इस्लाम और वेदांत दर्शन की तुलना की और निष्कर्ष निकाला कि दोनों के बीच अंतर की तुलना में अधिक समानताएं थीं।
- पुस्तक का हिंदी में अनुवाद 'समुद्र संगम ग्रंथ' के रूप में किया गया था।
- दारा शिकोह मुगल सम्राट शाहजहाँ के सबसे बड़े पुत्र थे और उत्तराधिकार के संघर्ष में औरंगजेब से हार गए थे। बाद में उन्हें औरंगजेब ने 1659 में मार डाला था।
9. एक नई पुस्तक "इंडियन बैंकिंग इन रेट्रोस्पेक्ट - 75 इयर्स ऑफ इंडिपेंडेंस" का विमोचन किया गया
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भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आर्थिक और नीति अनुसंधान विभाग (DEPR) के निदेशक, डॉ आशुतोष राराविकर के द्वारा "इंडियन बैंकिंग इन रेट्रोस्पेक्ट - 75 इयर्स ऑफ़ इंडिपेंडेंस" नामक एक नई पुस्तक लिखी गयी है।
महत्वपूर्ण तथ्य -
असवद प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा इस पुस्तक का प्रकाशन किया गया है।
भारत के प्रधान मंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय ने पुस्तक की प्रस्तावना लिखी है।
पुस्तक का सार :
पुस्तक में 1991 के दौरान एलपीजी (उदारीकरण निजीकरण और वैश्वीकरण) सुधार, 1969 में पहली बार बैंकों का राष्ट्रीयकरण, 1991 के बाद नए निजी क्षेत्र के बैंकों का लाइसेंस, भुगतान बैंकों की स्थापना, लघु वित्त बैंक जैसे विभिन्न आर्थिक विकास पर प्रकाश डाला गया है।
इसमें वित्तीय समावेशन, प्रधानमंत्री जन धन योजना का भारत में बैंकिंग प्रणाली पर प्रभाव के बारे में भी उल्लेख किया गया है I
10. प्रसिद्ध लेखिका गीतांजलि श्री को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया गया
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जानी-मानी लेखिका गीतांजलि श्री को उनके उपन्यास 'Tomb of Sand' के लिए उन्हें प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज 2022 से सम्मानित किया गया है।
गीतांजलि श्री अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय लेखिका बन गई हैं।
'टॉम्ब ऑफ सैंड' प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार जीतने वाली किसी भी भारतीय भाषा की पहली किताब बन गई है।
यह पुस्तक मूल रूप से हिंदी भाषा में 'रेत समाधि' के नाम से प्रकाशित हुई थी। जिसका अंग्रेजी अनुवाद 'टॉम्ब ऑफ सैंड' अमेरिकी अनुवादक डेजी रॉकवेल द्वारा किया गया I
"टॉम्ब ऑफ सैंड" पुस्तक का प्रकाशन ब्रिटेन में टिल्टेड एक्सिस प्रेस द्वारा किया जाता है।
कौन हैं गीतांजलि श्री
गीतांजलि श्री मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की रहने वाली हैं। गीतांजलि श्री ने तीन उपन्यास और कई कथा संग्रह लिखी हैं।
इनके प्रमुख अन्य उपन्यासों में में पुरोहित ,हमारा शहर उस बरस, खाली जगह, अनुगूंज आदि है I
उपन्यास 'Tomb of Sand' का सार
इस उपन्यास में 80 वर्षीय बुजुर्ग विधवा की कहानी है, जो 1947 में भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद अपने पति को खो देती है।
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के बारे में
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार प्रतिवर्ष यूके या आयरलैंड में प्रकाशित उपन्यास के अनुवाद के लिए दिया जाता है।
बुकर पुरस्कार की स्थापना सन् 1969 में इंगलैंड की बुकर मैकोनल कंपनी द्वारा की गई थी।
इसके तहत प्राप्त 50 हज़ार पाउंड यानी 44 लाख रुपए की धनराशि को अनुवादक एवं लेखक के मध्य विभाजित किया जाता है।
फ्रांस के उपन्यासकार डेविड डिओप को ‘अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2021’ से सम्मानित किया गया था।