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By admin: Dec. 5, 2022

1. सिटी ऑफ़ जॉय' के लेखक डॉमिनिक लैपिएरे का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया

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Dominique Lapierre dies at the age of 91

भारत पर आधारित "फ्रीडम एट मिडनाइट" और "सिटी ऑफ़ जॉय" जैसे प्रसिद्ध पुस्तकों के सह लेखक  डॉमिनिक लैपिएरे का 4 दिसंबर 2022 को निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।

डोमिनिक लैपिएरे और लैरी कोलिन्स द्वारा लिखित पुस्तकें

अमेरिकी लेखक लैरी कोलिन्स के साथ साझेदारी में फ्रांसीसी लेखक डॉमिनिक लापिएरे ने छह किताबें लिखीं, जिनकी दुनिया भर में 50 मिलियन से अधिक प्रतियां बिकी हैं।

डोमिनिक लैपिएरे और लैरी कोलिन्स द्वारा लिखित पुस्तकें

  • इज़ पेरिस बर्निंग?, 
  • ओ जेरूसलम, 
  • द फिफ्थ हॉर्समैन, 
  • इज़ न्यूयॉर्क बर्निंग?,
  • सिटी ऑफ़ जॉय और
  • फ्रीडम एट मिडनाइट।

ऑर आई विल ड्रेस यू इन मोरिंग", केवल डॉमिनिक लैपिएरे द्वारा लिखा गया था।

सिटी ऑफ जॉय कोलकाता में एक रिक्शा चालक की कठिनाइयों के बारे में था। फ्रीडम एट मिडनाइट  पुस्तक भारत में स्वतंत्रता आंदोलन पर थी।


By admin: Dec. 4, 2022

2. भारत ने बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप में 5 पदक जीते,उन्नति हुड्डा को रजत पदक

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Unnati Hooda settles for a silvers as India wins 5 medals

शीर्ष वरीयता प्राप्त उन्नति हुड्डा को 4 दिसंबर 2022 को थाईलैंड के नॉनथाबुरी में आयोजित बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप के अंडर 17 महिला एकल के फाइनल में थाईलैंड की सरुनरक वितिदसन से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा। उन्नति हुड्डा ने इससे पहले एशिया जूनियर चैंपियनशिप में अंडर-17 महिला एकल फाइनल में प्रवेश करने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रचा था।

भारत ने बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप 2022 को 5 पदक -3 रजत और 2 कांस्य पदक के साथ समाप्त किया।

चैंपियनशिप के आखिरी दिन भारत ने दो और रजत पदक जीते।

अनीश थोपनाई अंडर-15 पुरुष एकल में चीनी ताइपे के चुंग-सियांग यिह से हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

अर्श मोहम्मद और संस्कार सारस्वत पुरुष अंडर-17 युगल में चीनी ताइपे के लाई पो यू और यी-हाओ लिन से हार गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

भारत के लिए कांस्य पदक विजेता

ब्योर्न जैसन और आतिश श्रीनिवास पीवी की भारत की अंडर-15 पुरुष युगल जोड़ी को भी सेमीफाइनल में शीर्ष वरीयता प्राप्त मुहम्मद मुबारक और इंडोनेशिया के रेहान प्रामोनो से हारने के बाद कांस्य पदक मिला ।

भारत के ज्ञान दत्त को अंडर-15 पुरुषों के सेमीफाइनल में चीनी ताइपे के चुंग-सियांग यिह से हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

2019 में सूज़ौ, चीन में आयोजित अंतिम संस्करण में, भारत की तस्नीम मीर और तारा शाह ने U-15 महिला एकल स्पर्धा में क्रमशः स्वर्ण और रजत पदक जीते थे।

बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप 2022

बैडमिंटन एशिया जूनियर चैंपियनशिप 2022 का आयोजन बैडमिंटन एशिया द्वारा 29 नवंबर से 4 दिसंबर 2022 तक नॉनथबुरी, थाईलैंड में किया गया था।

चैंपियनशिप पुरुषों और महिलाओं की अंडर 15 और अंडर 17 वर्ग के लिए आयोजित की गई थी। इसमें एकल, युगल और मिश्रित युगल खिताब शामिल थे।

यह पहली बार 1997 में आयोजित किया गया था और हर साल आयोजित किया जा रहा है। कोविड महामारी के कारण 2020 और 2021 संस्करण आयोजित नहीं किया गया था।


By admin: Dec. 4, 2022

3. विश्व चैंपियन रुद्राक्ष पाटिल ने मिस्र में आयोजित आईएसएसएफ प्रेसिडेंट कप जीता

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Rudrankksh Patil wins ISSF President’s Cup held in Egypt

मौजूदा विश्व चैंपियन ,भारत के रुद्राक्ष पाटिल ने 2 दिसंबर 2022 को काहिरा, मिस्र में अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) प्रेसिडेंट्स कप 2022 में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में दुनिया के नंबर 1 डेनिलो सोलाज़ो को हराकर स्वर्ण पदक जीता।

आईएसएसएफ  प्रेसिडेंट्स कप इंटरनेशनल शूटिंग, आईएसएसएफ की साल भर चलने वाली प्रतियोगिता का सीजन फिनाले है, जहां साल के शीर्ष रैंक के निशानेबाजों को आमंत्रित किया जाता है।

रुद्राक्ष पाटिल को अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) द्वारा श्रेणी में वर्ष के सर्वश्रेष्ठ एथलीट को दिए जाने वाले गोल्डन टारगेट पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

टोक्यो ओलंपियन और दुनिया की नंबर 4 अंजुम मोदगिल को महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन के फाइनल में जर्मनी की एना जानसेन से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

भारत ने आईएसएसएफ  प्रेसिडेंट कप 2022 में दो पदक - एक स्वर्ण और एक रजत के साथ समाप्त किया। आईएसएसएफ प्रेसिडेंट कप के 2021 संस्करण में, भारत ने  दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य सहित कुल पांच पदक जीते थे।

इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ)

यह एक अंतरराष्ट्रीय निकाय है जो अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग को नियंत्रित करता है।

इसकी स्थापना 1907 में इंटरनेशनल शूटिंग यूनियन के रूप में हुई थी और बाद में 1998 में इसका नाम बदलकर आईएसएसएफ कर दिया गया।

मुख्यालय: म्यूनिख, जर्मनी

अध्यक्ष : व्लादिमीर लिसिन


By admin: Dec. 4, 2022

4. "जे सी बोस: एक सत्याग्रही वैज्ञानिक" पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन नई दिल्ली में आयोजित किया गया

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International conference on “J C Bose

केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने महान भारतीय वैज्ञानिक आचार्य जगदीश चंद्र बोस की 164वीं जयंती के अवसर पर 3 दिसंबर 2022 को इंटर-यूनिवर्सिटी एक्सेलेरेटर सेंटर, नई दिल्ली में "जे सी बोस: एक सत्याग्रही वैज्ञानिक के योगदान पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन" का आयोजन किया।

सम्मेलन का उद्देश्य आचार्य जगदीश चंद्र बोस के योगदान को स्वीकार करना और लोकप्रिय बनाना था।

जगदीश चंद्र बोस

जगदीश चंद्र बोस का जन्म 30 नवंबर 1858 को मैमनसिंह (बांग्लादेश) में हुआ था और उनकी मृत्यु 23 नवंबर 1937 को झारखंड के गिरिडीह में हुई थी।

वह एक प्लांट फिजियोलॉजिस्ट और भौतिक विज्ञानी थे जिन्होंने क्रेस्कोग्राफ का आविष्कार किया था, जो पौधों की वृद्धि को मापने के लिए एक उपकरण है। उन्होंने पहली बार यह प्रदर्शित किया कि पौधों में भावनाएँ होती हैं

उन्होंने बेतार संचार की खोज की और इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग संस्थान द्वारा उन्हें रेडियो विज्ञान का जनक नामित किया गया।

उनके सम्मान में चंद्रमा पर एक गड्ढे का नाम रखा गया है।

उन्होंने 1917 में कोलकाता में बोस इंस्टीट्यूट की स्थापना की जो एशिया का पहला अंतःविषय अनुसंधान केंद्र है।


By admin: Dec. 3, 2022

5. 3 भारतीय मूल की महिला वैज्ञानिक ऑस्ट्रेलिया की "एसटीईएम की सुपरस्टार" में शामिल

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"Superstars of STEM"

60 वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों, इंजीनियरों और गणितज्ञों में तीन भारतीय मूल की महिलाओं को ऑस्ट्रेलिया के 'एसटीईएम के सुपरस्टार' के रूप में चुना गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह एक पहल है जिसका उद्देश्य वैज्ञानिकों के बारे में समाज की लैंगिक धारणाओं को तोड़ना है।

  • 2022 में, एसटीईएम के सुपरस्टार के रूप में पहचाने जाने वालों में तीन भारतीय मूल की महिलाएं शामिल हैं- नीलिमा कादियाला, डॉ. एना बाबूरामनी और डॉ. इंद्राणी मुखर्जी।

  • इसमें भारतीयों के अलावा श्रीलंकाई मूल की महिला वैज्ञानिकों को भी चुना गया है।

ऑस्ट्रेलिया के 'एसटीईएम के सुपरस्टार' के बारे में

  • प्रत्येक वर्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी ऑस्ट्रेलिया (STA), जो इस क्षेत्र में देश का शीर्ष निकाय है और 105,000 से अधिक वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकीविदों का प्रतिनिधित्व करता है, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में कार्यरत 60 ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों का चुनाव करता है।

नीलिमा कादियाला

  • कडियाला चैलेंजर लिमिटेड में एक आईटी प्रोग्राम मैनेजर हैं और उनके पास वित्तीय सेवाओं, टेल्को और एफएमसीजी सहित कई उद्योगों में 15 वर्ष का अनुभव है।

  • सूचना प्रणाली में मास्टर ऑफ बिजनेस करने के लिए वह 2003 में एक अंतरराष्ट्रीय छात्र के रूप में ऑस्ट्रेलिया चली गईं।

डॉ एना बाबूरामनी

  • बाबूरामनी रक्षा विभाग - विज्ञान और प्रौद्योगिकी समूह में वैज्ञानिक सलाहकार हैं और मस्तिष्क कैसे विकसित होता है और कैसे काम करता है, इस बात से हमेशा आकर्षित रही हैं।

  • बाबूरामनी ने मोनाश विश्वविद्यालय में अपनी पीएचडी पूरी की और यूरोप में पोस्ट-डॉक्टोरल शोधकर्ता के रूप में 10 साल बिताए हैं।

डॉ. इंद्राणी मुखर्जी

  • सुश्री मुखर्जी तस्मानिया विश्वविद्यालय में भूविज्ञानी हैं और इस बात पर ध्यान केंद्रित करती हैं कि जैविक संक्रमण को किसने प्रेरित किया।

  • वह तस्मानिया में एक पोस्टडॉक्टोरल शोधकर्ता के रूप में काम कर रही हैं, साथ ही सार्वजनिक आउटरीच, भूविज्ञान संचार और विविधता की पहल के क्षेत्र में भी काम कर रही हैं।


By admin: Dec. 3, 2022

6. देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की 138वीं जयंती मनाई गई

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The 138th birth anniversary of Dr. Rajendra Prasad

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 3 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 138वीं जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

  • उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी डॉ. राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर याद किया।

डॉ राजेंद्र प्रसाद के बारे में

  • डॉ राजेंद्र प्रसाद स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति थे। वह भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे। 

  • उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपना वकालत का पेशा छोड़ दिया था। वह एक भारतीय स्वतंत्रता कार्यकर्ता, वकील और विद्वान भी थे।

  • उन्होंने 1946 के चुनावों के बाद केंद्र सरकार में खाद्य और कृषि मंत्री के रूप में भी कार्य किया।

  • उन्होंने भारत की संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।

  • उनका जन्म 3 दिसंबर 1884 को बिहार के सीवान जिले के जीरादाई में हुआ था।

  • उन्होंने 1907 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से एमए (अर्थशास्त्र) किया और डॉन सोसाइटी और सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी में शामिल हो गए।

  • उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से कानून में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।

  • उन्होंने 1916 में पटना उच्च न्यायालय में वकालत शुरू की और बिहार लॉ वीकली की स्थापना की।

  • वह 1911 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए और बाद में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के लिए चुने गए जिसके बाद उनकी मुलाकात महात्मा गांधी से हुई।

  • वह स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में शामिल हुए और 1920 में असहयोग आंदोलन में भाग लिया।


By admin: Dec. 2, 2022

7. हंसराज गंगाराम अहीर ने राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया

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Hansraj Gangaram Ahir assumed charge as Chairperson, National Commission for Backward Classes

हंसराज गंगाराम अहीर ने 2 दिसंबर 2022 को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। वह महाराष्ट्र से संबंधित हैं और पेशे से एक कृषक हैं। हंसराज गंगाराम अहीर चार बार सांसद चुने जा चुके हैं और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं।

वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग

राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1993 में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग अधिनियम, 1993 के तहत की गई थी।

आयोग को 102 संविधान संशोधन अधिनियम, 2018 द्वारा एक संवैधानिक दर्जा दिया गया था और , संविधान में एक नया अनुच्छेद 338 बी डाला गया जिसके तहत राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के गठन का प्रावधान है ।

आयोग के कार्य

आयोग केंद्र सरकार को पिछड़े वर्ग की सूची में किसी भी समुदाय को शामिल करने की सिफारिश करता है।

यह संविधान या किसी अन्य कानून के तहत सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए प्रदान किए गए सुरक्षा उपायों से संबंधित सभी मामलों की जांच और निगरानी करता है।

यह सरकार को सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर सलाह देता है और संघ और किसी राज्य के तहत उनके विकास की प्रगति का मूल्यांकन करता है।

एनसीबीसी के सदस्यों की संरचना और योग्यता

एनसीबीसी में 5 सदस्य होते हैं; अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और तीन सदस्य।

अध्यक्ष सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों से संबंधित एक प्रतिष्ठित सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता होना चाहिए।

उपाध्यक्ष और अन्य सभी सदस्य जिनमें से कम से कम दो सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों से सम्बंधितहों ।

आयोग में कम से कम एक सदस्य महिला होगी

सदस्यों का कार्यकाल

उन्हें भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया जाता है और उनका कार्यकाल 3 वर्ष का होता है। वे दो से अधिक कार्यकाल के लिए नियुक्ति के पात्र नहीं होते हैं।


By admin: Dec. 2, 2022

8. संजय मल्होत्रा ने राजस्व सचिव का पदभार ग्रहण किया

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Sanjay Malhotra assume charge as Revenue Secretary

वरिष्ठ नौकरशाह संजय मल्होत्रा ने 1 दिसंबर 2022 को राजस्व विभागवित्त मंत्रालय में सचिव के रूप में पदभार ग्रहण किया। संजय मल्होत्रा ने तरुण बजाज की जगह ली, जो 30 नवंबर 2022 को सेवानिवृत्त हुए थे।

राजस्थान कैडर के 1990 बैच के आईएएस अधिकारी मल्होत्रा इस साल अक्टूबर से राजस्व विभाग में विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) के तौर पर कार्यरत थे।

मल्होत्रा ने राजस्व विभाग में शीर्ष नौकरशाह के रूप में ऐसे समय में कार्यभार संभाला है जब सरकार 1 फरवरी 2023 को संसद में पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2023-24 की तैयारी कर रही है।

केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन विभाग

केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन 6 विभाग हैं। प्रत्येक विभाग विशिष्ट कार्य करता है। ये विभाग इस प्रकार हैं:

व्यय विभाग

व्यय विभाग केंद्र सरकार में सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली की निगरानी करने और राज्य वित्त से जुड़े मामलों के लिए नोडल विभाग है। यह वित्त आयोग और केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन, लेखापरीक्षा टिप्पणियों/अभ्युवक्ति यों की निगरानी, केंद्र सरकार के लेखाओं को तैयार करने के लिए जिम्मेदार है।

सचिव : डॉ. टी. वी. सोमनाथन (वह वर्तमान में वित्त सचिव भी हैं।)

आर्थिक मामलों का विभाग (डीईए)

आर्थिक मामलों का विभाग ,  केंद्र सरकार को मजबूत आर्थिक नीतियों को विकसित करने और भविष्य की आर्थिक चुनौतियों और अवसरों की तैयारी करने और भारत के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय और वित्तीय संबंधों का नेतृत्व करने के लिए मजबूत सार्वजनिक वित्त बनाए रखने में सहायता करता है।

सचिव : अजय सेठ

राजस्व विभाग

यह  विभाग दो वैधानिक बोर्डों, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड  के माध्यम से सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संघ करों से संबंधित मामलों के संबंध में नियंत्रण रखता है।

सचिव: संजय मल्होत्रा

वित्तीय सेवाओं का विभाग

वित्तीय सेवा विभाग के अधिदेश में बैंकों, वित्तीय संस्थानों, बीमा कंपनियों और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के कामकाज शामिल हैं।

सचिव : विवेक जोशी

दीपम (निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग)

यह केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में केंद्र सरकार के द्वारा इक्विटी में निवेश या विनिवेश  के प्रबंधन के सभी मामलों को देखता है ।

सचिव : तुहिन कांता पाण्डेय

लोक उद्यम विभाग

लोक उद्यम विभाग सभी केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों (सीपीएसईज़) का नोडल विभाग है और सीपीएसई से संबंधित नीतियां तैयार करता है।

सचिव : अली रजा रिजवी

 केंद्रीय वित्त मंत्री: निर्मला सीतारमण


By admin: Dec. 2, 2022

9. प्रसिद्ध उड़िया अभिनेत्री झरना दास का निधन

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Odia actress Jharna Das passed away

प्रसिद्ध उड़िया अभिनेत्री झरना दास का 2 दिसंबर को 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों से पीड़ित थी।

महत्वपूर्ण तथ्य 

  • राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।

  • दास, ओडिया फिल्म उद्योग में अपने जीवन भर के योगदान के लिए राज्य सरकार के प्रतिष्ठित 'जयदेव पुरस्कार' की विजेता हैं।

  • 1945 में जन्मी झरना दास ने 60 के दशक में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी और 'श्री जगन्नाथ', 'नारी', 'आदिनामेघ', 'हिसाबनिकस', 'पूजाफुला', 'अमादाबता', 'अभिनेत्री', 'मलजान्हा' और 'हीरा नैलाजैसी ऐतिहासिक फिल्मों में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए कई पुरस्कार जीते थे।

  • दास ने ऑल इंडिया रेडियो (AIR), कटक के साथ एक बाल कलाकार और उद्घोषक के रूप में भी काम किया था।

  • उन्होंने कटक में दूरदर्शन के सहायक स्टेशन निदेशक के रूप में भी काम किया था।

  • ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री हरेकृष्ण महताब पर जीवनी संबंधी वृत्तचित्र में उनके निर्देशन की कई लोगों ने सराहना की।

  • ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने उनके अंतिम संस्कार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किए जाने का निर्णय लिया है।


By admin: Dec. 2, 2022

10. भारत सरकार ने भारत में सामान्य मानक चार्जर को अपनाने के लिए एक समयरेखा निर्धारित करने के लिए एक पैनल का गठन किया

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panel to set a timeline for adoption of common standard charger in India

केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत उपभोक्ता मामले विभाग ने स्मार्टफोन, टैबलेट और लैपटॉप सहित इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए यूएसबी टाइप-सी को मानक चार्जिंग पोर्ट के रूप में अपनाने के लिए एक समयरेखा निर्धारित करने के लिए एक समिति का गठन किया है।

समिति की अध्यक्षता उपभोक्ता मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव निधि खरे करेंगी।

सिंगल चार्जर की जरूरत क्यों?

एक ग्राहक को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों जैसे फीचर फोन, स्मार्ट फोन, लैपटॉप, टैबलेट आदि के लिए विभिन्न प्रकार के चार्जर खरीदने पड़ते हैं। जब ग्राहक फोन या लैपटॉप का नया मॉडल खरीदता है तो बहुत सारा ई-कचरा उत्पन्न होता है क्योंकि उन्हें एक नया चार्जर खरीदना पड़ता है और पुराना  फेंकना पड़ता है ।

ई-कचरे को कम करने के लिए सरकार चाहती है की इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए सिर्फ एक ही चार्जर हो ताकि ग्राहकों को हर बार नया इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद खरीदते समय चार्जर न बदलना पड़े।

यूएसबी टाइप सी चार्जर क्यों?

यूएसबी (यूनिवर्सल सीरियल बस) टाइप सी चार्जर में तेज चार्जिंग क्षमता होती है और इसका उपयोग कई इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के लिए भी किया जा सकता है, जिनके लिए 65 वाट या उससे कम की चाग्रिन क्षमता की आवश्यकता होती है।इससे लगभग हर इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों जैसे फीचर फोन, स्मार्ट फोन, लैपटॉप, टैबलेट आदि को आराम से चार्ज किया जा सकता है ।

हाल ही में यूरोपीय संघ ने 2024 तक छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए एक सामान्य चार्जर अपनाने की घोषणा की है।

भारत दुनिया में चार्जर्स के सबसे बड़े निर्माताओं और निर्यातकों में से एक है।


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