Current Affairs search results for tag: person-in-news
By admin: Oct. 18, 2022

1. राजनयिक अपूर्व श्रीवास्तव स्लोवाक गणराज्य में राजदूत नियुक्त की गईं

Tags: Person in news International News

भारतीय विदेश सेवा में राजनयिक अपूर्व श्रीवास्तव को स्लोवाक गणराज्य में भारत का राजदूत नियुक्त किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • 2001 बैच की अधिकारी अपूर्व वर्तमान में टोरंटो में भारत के वाणिज्य दूतावास में महावाणिज्य दूत के रूप में कार्य कर रही हैं।

  • इससे पहले, उन्होंने विदेश मंत्रालय में विभिन्न पदों पर कार्य किया और अन्य स्थानों के अलावा काठमांडू और पेरिस में तैनात रहीं।

  • भारत और स्लोवाकिया ने रक्षा और हवाई सेवाओं से लेकर आर्थिक और संस्कृतिक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।

  • भारत और स्लोवाकिया नियमित रूप से अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय और संयुक्त राष्ट्र जैसे बहुपक्षीय संगठनों में शीर्ष पदों के लिए एक-दूसरे की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं।

स्लोवाक गणराज्य

  • स्लोवाक गणराज्य या स्लोवाकिया मध्य यूरोप  का एक भूमि आबद्ध देश है।

  • इसकी सीमा उत्तर में पोलैंड, पूर्व में यूक्रेन, दक्षिण में हंगरी और दक्षिण-पश्चिम में ऑस्ट्रिया से लगती है।

  • इसका पूर्व संघीय भागीदार, चेक गणराज्य, पश्चिम में स्थित है।

  • प्रधान मंत्री - एडुआर्ड हेगेर

  • राजधानी - ब्रातिस्लावा

  • राष्ट्रपति - ज़ुज़ाना कैपुटोवा

  • मुद्रा - यूरो

  • राजभाषा - स्लोवाक

By admin: Oct. 17, 2022

2. इराक के मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने नई सरकार में शामिल होने से इनकार कर दिया है

Tags: Person in news International News

इराकी तेजतर्रार शिया नेता मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने घोषणा की है  कि वे नामित प्रधान मंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी द्वारा बनाई जा रही नई सरकार में शामिल नहीं होंगे ।इससे देश में राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ने की संभावना है।

13 अक्टूबर 2022 को इराकी संसद द्वारा 78 वर्षीय इराकी कुर्द अब्दुल लतीफ राशिद को इराक के नए राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के बाद मुक्तदा अल-सदर के अनुयायियों ने यह की घोषणा की है ।

समन्वय फ्रेमवर्क गठबंधन दलों द्वारा समर्थित मोहम्मद शिया अल-सुदानी जिसे ईरान का समर्थन प्राप्त है ,को सरकार बनाने के लिए एक महीने का समय मिला है।

इराक में राजनीतिक अस्थिरता

  • 2003 के अमेरिकी नेतृत्व वाले आक्रमण,जिसने तानाशाह सद्दाम हुसैन को सत्ता से बेदखल कर दिया था, के बाद से तेल-समृद्ध इराक में निर्मित लोकतांत्रिक संस्थान, बेहद नाजुक बने हुए हैं। पड़ोसी  देश ईरान जो अपने आप को विश्व में शिया मुसलमानों का नेता मानता है, इराक के शिया बहुल इलकों में प्रमुख प्रभाव रखता है।
  • सद्दाम हुसैन के तख्तापलट के बाद कुर्द, सुन्नी, शिया समूहों में विभाजित इराकी आबादी के बीच तीखा संघर्ष शुरू हो गया है।
  • सांप्रदायिक समस्या से निपटने के लिए इराक में एक नई सत्ता साझा प्रणाली विकसित की गई है। परंपरा  के अनुसार राष्ट्रपति कुर्द समुदाय से होते हैं , प्रधान मंत्री एक शिया अरब और संसद अध्यक्ष एक सुन्नी अरब होते  हैं।
  • पिछले अक्टूबर में चुनावों के बाद से इराक में कोई नई सरकार नहीं  बन पाई है।
  • इस चुनाव में मुक्तदा अल-सदरके प्रति वफादार उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा सीट जीता लेकिन बहुमत से दूर रहे। ईरान नहीं चाहता  की मुक्तदा अल-सदर की सरकार बने और वह अपने  समर्थित शिया राजनीतिक दलों को सत्ता में देखना चाहता  है  । मुक्तदा अल-सदर के ईरान के साथ उसके संबंध अच्छे नहीं हैं।
  • एक ट्वीट से अपने हजारों समर्थकों को एकजुट करने की क्षमता रखने वाले मुक्तदा अल-सदर ने बार-बार जल्द चुनाव की मांग की है, जबकि समन्वय ढांचा गठबंधन दल किसी भी चुनाव से पहले एक नई सरकार चाहता है।
  • 29 अगस्त को इन दो प्रतिद्वंद्वी शिया शिविरों के बीच तनाव तब बढ़ गया जब ईरान समर्थित गुटों और सेना के साथ संघर्ष में अल-सदर के 30 से अधिक समर्थक मारे गए थे।

इराक का  गणराज्य

प्राचीन काल में जिस क्षेत्र मेंआज का आधुनिक इराक है उसे मेसोपोटामिया (नदियों के बीच की भूमि) के रूप में जाना जाता था।

आधुनिक देश इराक,1921 में ब्रिटेन द्वारा बनाया गया था।

इसने 1932 में ब्रिटेन से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की।

यह एक तेल समृद्ध अरब देश है और यह भारत को कच्चे तेल का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।

राजधानी: बगदाद

मुद्रा: इराकी दिनारी

राष्ट्रपति : अब्दुल लतीफ रशीद

By admin: Oct. 18, 2022

3. श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलका को उनके उपन्यास ‘सेवन मून्स ऑफ माली अल्मेडा’ के लिए बुकर पुरस्कार 2022 मिला

Tags: Awards Person in news

श्रीलंकाई लेखक शेहान करुणातिलका द्वारा रचित उपन्यास  "सेवन मून्स ऑफ़ माली अल्मेडा" ने बुकर पुरस्कार 2022 जीता है। वह प्रतिष्ठित साहित्य पुरस्कार जीतने वाले दूसरे श्रीलंकाई हैं।

17 अक्टूबर 2022 को यूनाइटेड किंगडम की पटरानी कैमिला द्वारा शेहान करुणातिलक को बुकर पुरस्कार प्रदान किया गया।

"सेवन मून्स ऑफ़ माली अल्मेडा" एक फोटोग्राफर के बारे में है जो मृत्यु के एक सप्ताह के भीतर जागता है और अपने दोस्तों से उसकी तस्वीरें खोजने और युद्ध की क्रूरता को उजागर करने के लिए कहता है।

लेखक ने कहा कि उन्होंने 2009 में श्रीलंकाई गृहयुद्ध की समाप्ति के बाद "एक भूत की कहानी जहां मृतक अपने दृष्टिकोण की पेशकश कर सकते थे" लिखने का फैसला किया, "जब देश मेंइस बात पर एक उग्र बहस  शुरू हुई कि गृहयुद्ध में कितने नागरिक मारे गए और यह किसकी गलती थी"।

इस पुरस्कार के विजेता को £50,000 (ब्रिटिश पाउंड स्टर्लिंग) की पुरस्कार राशी दी जाती और , अन्य पांच लेखकों  जिन्हें अंतिम छह में चुना जाता है ,प्रत्येक को £2,500 दिया जाता है ।

बुकर पुरस्कार

  • बुकर पुरस्कार जिसे पहले मैन बुकर पुरस्कारकहा जाता था, 1968 में एक ब्रिटिश बहुराष्ट्रीय कंपनी बुकर मैककोनेल द्वारा स्थापित किया गया था। पहला पुरस्कार 1969 में दिया गया था। यह पुरस्कार पहली बार  1969 में  पीएच न्यूबी(PH Newby) को उनकी कृति  "समथिंग टू आंसर फॉर" के दिया गया था ।
  • यह पुरस्कार यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में पुरस्कार के लिए नामित वर्ष में  प्रकाशित अंग्रेजी में लिखे गए सर्वश्रेष्ठ उपन्यास को प्रदान किया जाता है ।
  • यह पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय अरुंधति रॉय थी, जिन्हें उनकी रचना द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स के लिए  1997 में  मिली थी ।
  • अन्य भारतीय विजेता हैं; किरण देसाई को 2006 में उनकी रचना   द इनहेरिटेंस ऑफ लॉस के लिए(The Inheritance of Loss  ), और अरविंद अडिगा को 2008 में  उनकी रचना  द व्हाइट टाइगर (The White Tiger) के लिए मिला था ।

अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार

  • यह भी हर साल बुकर फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। 
  • लेकिन बुकर पुरस्कार के विपरीत यह एक उपन्यास को दिया जाता है जिसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया हो और नामितवर्ष में यूनाइटेड किंगडम या आयरलैंड में प्रकाशित किया गया हों ।
  • गीतांजलि श्रीअंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2022 जीतने वाली पहली भारतीय लेखिका हैं । उनके हिंदी उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' (रेत समाधि) के लिए उन्हें अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार  2022 से सम्मानित किया गया था 

By admin: Oct. 17, 2022

4. राष्ट्रपति ने न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया

Tags: National Person in news

17 अक्टूबर 2022 को एक ट्वीट में, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 9 नवंबर 2022 से सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में नियुक्त किया है।

27 अगस्त को भारत के मुख्य न्यायाधीशके रूप में कार्यभार संभालने वाले मौजूदा मुख्य न्यायाधीश उदय उमेश ललितइस साल 8 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे।

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़, जो भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश होंगे, का कार्यकाल दो वर्ष का होगा। वह 10 नवंबर, 2024 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं।

भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 खंड 2 के तहत भारत के राष्ट्रपति को भारत के मुख्य न्यायाधीश को नियुक्त करने की शक्ति प्राप्त है।

सर्वोच्च न्यायालय और उसके मुख्य न्यायाधीश

 भारत का सर्वोच्च न्यायालय 26 जनवरी 1950 को अस्तित्व में आया। भारत सरकार अधिनियम 1935 के तहत स्थापित संघीय न्यायालय को भारत के सर्वोच्च न्यायालय में बदल दिया गया था।

  • इसकी पहली बैठक 28 जनवरी 1950 को हुई थी।
  • भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश हरिलाल जे.कानिया थे।
  • भारत के 16 वें मुख्य न्यायाधीश, यशवंत विष्णु चंद्रचूड़, सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले मुख्य न्यायाधीश हैं। वह 7 वर्षों से अधिक समय तक भारत के मुख्य न्यायाधीश रहे (फरवरी 1978 - जुलाई 1985)।
  • भारत के 22वें मुख्य न्यायाधीश, कमल नारायण सिंह, सबसे कम समय तक रहने वाले मुख्य न्यायाधीश हैं। वह 17 दिनों (25 नवंबर 1991 - 12 दिसंबर 1991) के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश थे।

By admin: Oct. 17, 2022

5. संयुक्त राज्य अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा के बाद भारत लौटीं निर्मला सीतारमण

Tags: Economy/Finance Summits Person in news

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संयुक्त राज्य अमेरिका की 6 दिनों (11-16 अक्टूबर 2022) की सफल यात्रा के बाद भारत लौट आईं। वह 10-16 अक्टूबर 2022 तक वाशिंगटन डीसी में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की 46 वीं वार्षिक बैठक में भाग लेने के लिए अमेरिका में थीं।

मंत्री जी20 के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नरों की बैठक में भी शामिल हुए। भारत नवंबर 2022 में शिखर बैठक के बाद इंडोनेशिया से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा।

उन्होंने अमेरिकी वित्तमंत्री  जेनेट येलेन और विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास से भी मुलाकात की।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक समूह के वार्षिक बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोषऔर विश्व बैंक समूह के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आमतौर पर साल में एक बार अपने-अपने संस्थानों के काम पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं। वार्षिक बैठकें, जो आम तौर पर सितंबर/अक्टूबर में होती हैं, परंपरागत रूप से वाशिंगटन में लगातार दो वर्षों तक और तीसरे वर्ष में किसी अन्य सदस्य देश में आयोजित की जाती हैं।

2023 की वार्षिक बैठक मोरक्को के मार्राकेश में आयोजित की जाएगी।

वार्षिक बैठकों में विकास समिति, अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक और वित्तीय समिति, दस का समूह, चौबीसों का समूह और विभिन्न अन्य निर्वाचन क्षेत्रों की बैठकें शामिल हैं।

मार्च 1946 में सवाना, जॉर्जिया, संयुक्त राज्य अमेरिका में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की उद्घाटन बैठक आयोजित की गई थी। पहली वार्षिक बैठक 1946 में वाशिंगटन में हुई थी।

अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक

1944 में ब्रेटन वुड्स, न्यू हैम्पशायर, संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद 1944 में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की स्थापना की गई थी।

दोनों अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों को ब्रेटन वुड्स जुड़वां या ब्रेटन वुड्स बहनें भी कहा जाता है।

दोनों संस्थानों की स्थापना अलग-अलग कार्यों को करने के लिए की गई थी

भुगतान संतुलन संकट का सामना कर रहे सदस्य देशों को ऋण प्रदान करने के लिए आईएमएफ की स्थापना की गई थी।

विश्व बैंक सदस्य देशों को विकास उद्देश्यों के लिए ऋण प्रदान करता है।

वर्तमान में 189 देश आईएमएफ के सदस्य हैं। जो देश ,आईएमएफ के सदस्य है, वे स्वतः ही विश्व बैंक केसदस्य बन जाते  है।

दोनों संस्थानों का मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी, संयुक्त राज्य अमेरिका में है

विश्व बैंक समूह

विश्व बैंक को शुरू में पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक (आईबीआरडी) कहा जाता था। यह आर्थिक विकास उद्देश्यों के लिए देशों को ऋण प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया था। बाद में विश्व बैंक ने सदस्य देशों की उभरती विभिन्न आवश्यकताओं के अनुसार नए संस्थान बनाए।

वर्तमान में विश्व समूहों में पाँच संस्थाएँ शामिल हैं:

  • पुनर्निर्माण और विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय बैंक (आईबीआरडी) ,
  • अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय निगम (आईएफसी),
  • अंतर्राष्ट्रीय विकास सहायता (आईडीए),
  • बहुपक्षीय निवेश गारंटी एजेंसी (एमआईजीए) और
  • अंतर्राष्ट्रीय विवाद निपटान के लिए अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (आईसीएसआईडी)।

By admin: Oct. 16, 2022

6. एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2022 में हर्षदा गरुड़ एकमात्र भारतीय पदक विजेता

Tags: place in news Sports Person in news

जूनियर विश्व चैंपियन हर्षदा गरुड़ ,एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप 2022 टूर्नामेंट में 12 सदस्यीय भारतीय दल में भारत के एकमात्र पदक विजेता थीं , जो 16 अक्टूबर  2022 को मनामा, बहरीन में संपन्न हुआ था।

उन्होंने महिलाओं के 45 किग्रा वर्ग के स्नैच वर्ग और समग्र वर्ग में कांस्य पदक जीते। हर्षदा गरुड़ का सीनियर स्तर पर यह पहला अंतरराष्ट्रीय पदक था।

एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप का आयोजन एशियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन द्वारा मनामा, बहरीन में 6 से 16 अक्टूबर 2022 तक किया गया था।

एशियाई भारोत्तोलन संघ

इसकी स्थापना 1958 में जापान के टोक्यो में हुई थी।

यह एशिया में भारोत्तोलन खेलों को नियंत्रित करता है।

एशिया के 45 देश इसके सदस्य हैं।

मुख्यालय: बैंकॉक, थाईलैंड

By admin: Oct. 16, 2022

7. अविनाश सेबल ने फोटो फिनिश में दिल्ली हाफ मैराथन 2022 में भारतीय इलीट वर्ग की दौड़ जीती

Tags: Sports Person in news

बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज़ रजत पदक विजेता अविनाश सेबल ने 16 अक्टूबर 2022 को दिल्ली हाफ मैराथन 2022 में कार्तिक कुमार को 0.04 सेकंड के अंतर से हराकर भारतीय इलीट वर्ग की दौड़ जीती।

सेबल और कार्तिक दोनों ने 1:04:00 सेकेंड में दौड़ पूरा किया । लेकिन एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) के तकनीकी अधिकारियों ने फुटेज की समीक्षा के बाद, अविनाश सेबल को विजेता घोषित किया।

अविनाश साबले ने 2020 में हुई पिछली दिल्ली हाफ मैराथन भी जीती थी। दिल्ली हाफ मैराथन में दूरी 21.097 किलोमीटर है, जबकि सामान्य मैराथन में यह दूरी 42.195 किलोमीटर होती है।

भारतीय महिला इलीट  वर्ग की दौड़ में, संजीवनी जाधव ने 1:17:53 के समय के साथ विजेता बनी।

इथियोपिया की चाला रेगासा और केन्या की इरिन चेप्टाई ने क्रमशः अंतरराष्ट्रीय पुरुष और महिला इलीट वर्ग की दौड़ जीती।


By admin: Oct. 16, 2022

8. ईशा सिंह, उदयवीर सिद्धू ने आईएसएसएफ राइफल / पिस्टल विश्व चैम्पियनशिप 2022 में स्वर्ण पदक जीते

Tags: Sports Person in news


उदयवीर सिद्धू और ईशा सिंह ने 15 अक्टूबर 2022 को मिस्र के काहिरा में अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) राइफल/पिस्टल विश्व चैम्पियनशिप 2022 में स्वर्ण पदक जीते। इससे पहले रुद्राक्ष पाटिल ने कल पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

 पदक विजेता

आज भारत ने तीन स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीता।

जूनियर महिला 25 मीटर पिस्टल में ईशा सिंह ने स्वर्ण पदक जीता।

उदयवीर सिद्धू ने दिन में दो स्वर्ण पदक जीते। उन्होंने जूनियर पुरुषों की 25 मीटर पिस्टल में स्वर्ण पदक और जूनियर पुरुषों की 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल खिताब में एक स्वर्ण पदक जीता।

भारत के लिए एक और पदक तेजस्विनी ने जीता। उन्होंने जूनियर महिला 25 मीटर स्टैंडर्ड पिस्टल में कांस्य पदक जीता

फिलहाल भारत सात पदक- चार स्वर्ण और तीन कांस्य के साथ पदक तालिका में दूसरे स्थान पर है। चीन 16 पदकों के साथ तालिका में सबसे आगे है।

इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) विश्व चैंपियनशिप राइफल / पिस्टल का आयोजन मिस्र के काहिरा में 12 -25 अक्टूबर 2022 तक किया जा रहा है।


By admin: Oct. 15, 2022

9. रुद्राक्ष पाटिल ने मिस्र में आयोजित आईएसएसएफ विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता, पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया

Tags: Sports Person in news

18 साल के रुद्राक्ष बालासाहेब पाटिल ने 14 अक्टूबर 2022 को आईएसएसएफवर्ल्ड चैंपियनशिप में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) विश्व चैंपियनशिप राइफल / पिस्टल का आयोजन मिस्र के काहिरा में 12 -25 अक्टूबर 2022 तक किया जा रहा है।

स्वर्ण पदक मैच में, उन्होंने इटली के डैनिलो डेनिस सोलाज़ो को 17-15 से हराया और 2024 पेरिस ओलंपिक में भी जगह बनाई।

वह ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा के बाद उपलब्धि हासिल करने वाले केवल दूसरे भारतीय हैं, जिन्होंने 2006 में क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में इस स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था।

इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ)

यह एक अंतरराष्ट्रीय निकाय है जो अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग को नियंत्रित करता है।

इसकी स्थापना 1907 में इंटरनेशनल शूटिंग यूनियन के रूप में हुई थी और बाद में 1998 में इसका नाम बदलकर आईएसएसएफ कर दिया गया।

मुख्यालय: म्यूनिख, जर्मनी

अध्यक्ष : व्लादिमीर लिसिन

By admin: Oct. 15, 2022

10. ब्रिटिश पीएम लिज़ ट्रस ने वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग को बर्खास्त किया; जेरेमी हंट को नया ट्रेजरी प्रमुख नियुक्त किया गया

Tags: Person in news International News

ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने इकोनॉमिक पैकेज के ऐलान से पहले वित्त मंत्री क्वासी क्वारटेंग को 14 अक्टूबर 2022 को बर्खास्त कर दिया है। 

महत्वपूर्ण तथ्य

  • उनकी जगह अब पूर्व कैबिनेट मंत्री जेरेमी हंट को वित्त मंत्री बनाया गया है।

  • पिछले कई दिनों से क्वार्टेंग को इस पद से हटाने की मांग की जा रही थी, वह करीब एक महीने तक इस पद पर रहे।

  • उनके कार्यकाल में टैक्स में कटौती की घोषणा की गई, जिससे पौंड की विनिमय दर में भारी गिरावट आई।

  • लिज ट्रस सरकार का हाल ही में मिनी बजट पेश हुआ था जो महंगाई पर काबू पाने में विफल साबित होता दिखा।

  • इसके बाद सांसदों ने ट्रस को अल्टीमेटम दे दिया कि वित्त मंत्री क्वासी क्वारटेंग को अगर नहीं हटाया गया तो उन्हें बगावत का सामना करना पड़ सकता है।

  • क्वासी 1970 के बाद से ब्रिटेन में सबसे कम समय तक अपनी सेवा देने वाले चांसलर बन गए हैं, वह महज 38 दिन इस पद पर रहे।

Date Wise Search