1. गूगल ने भारत में गलत सूचना विरोधी अभियान शुरू किया
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सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी गूगल की सहायक जिगसॉ भारत में एक नई गलत सूचना विरोधी परियोजना शुरू कर रही है। परियोजना का उद्देश्य उस भ्रामक जानकारी को रोकना है जिसे हिंसा को भड़काने और मौतों के लिए दोषी ठहराया गया है।अन्य देशों की तरह, भारत में भी ज्यादातर सोशल मीडिया के माध्यम से,गलत सूचना पूरे भारत में तेजी से फैलती है जो राजनीतिक और धार्मिक तनाव पैदा करती है।
भारत सरकार ने बार-बार यूट्यूब, गूगल,मेटा (फेसबुक) और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया दिग्गजों से नकली समाचारों के प्रसार का मुकाबला करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने बार-बार "असाधारण शक्तियों" का उपयोग गूगल के स्वामित्व वाले यूट्यूब चैनलों और हानिकारक गलत सूचना फैलाने के लिए उपयोग किए जाने वाले कुछ ट्विटर और फेसबुक खातों को ब्लॉक करने के लिए किया है।
गूगल की पहल "प्रीबंकिंग" वीडियो का उपयोग करेगी। प्रीबंकिंग वीडियो व्यापक होने से पहले झूठे दावों का मुकाबला करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इसका उपयोग यूट्यूब प्लेटफॉर्म और अन्य सोशल मीडिया साइटों पर किया जाएगा।
एक जर्मन एनजीओ अल्फ्रेड लैंडेकर फाउंडेशन और परोपकारी निवेश फर्म ओमिड्या नेटवर्क इंडिया और कई छोटे क्षेत्रीय भागीदारोंके सहयोग से जिगसॉ ने तीन अलग-अलग भाषाओं में पांच वीडियो तैयार किए हैं।
शुरुआत में वीडियो बंगाली, हिंदी और मराठी में होंगे।
गूगल
गूगल, 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा बनाई गई एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय कंपनी है। 2015 में, गूगल को अल्फाबेट कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में पुनर्गठित किया गया था।
यह एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी है जो खोज इंजन प्रौद्योगिकी, ऑनलाइन विज्ञापन, क्लाउड कंप्यूटिंग, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, क्वांटम कंप्यूटिंग आदि पर ध्यान केंद्रित करती है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी: सुंदर पिचाई
2. स्मार्टफ़ोन एंड्रॉइड प्लेटफ़ॉर्म में अपने प्रभुत्व का दुरुपयोग करने के लिए सीसीआई ने गूगल पर 1337.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया
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भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने 20 अक्टूबर 2022 को अपने एक आदेश में एंड्रॉइड मोबाइल डिवाइस बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने के लिए अल्फाबेट कंपनी के स्वामित्व वाली गूगल कंपनी पर 1,337.76 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है ।
सीसीआई ने गूगल को अनुचित व्यावसायिक व्यवहार करने पर भी रोक लगा दिया , जिसमें स्मार्टफोन निर्माताओं को विशेष रूप से अपनी सर्च इंजन क्रोम का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहन की पेशकश भी शामिल है।
मामले की पृष्ठभूमि
मई 2019 में गूगलके खिलाफ सीसीआई में एक शिकायत की गई थी कि उसने प्रतिस्पर्धा को दबाने और खुद को अनुचित लाभ देने के लिए एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम के आपूर्तिकर्ता के रूप में अपनी प्रमुख स्थिति का अनुचित इस्तेमाल किया है ।
भारत में एक रिपोर्ट के अनुसारलगभग 96% स्मार्टफोन एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं, जबकि लगभग 4% Apple केआईओएस( iOS)ऑपरेटिंग सिस्टमपर चलते हैं।
गूगल, स्मार्टफोन और टैबलेट के मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) से एक अनुबंध करता है जिसेमोबाइल एप्लिकेशन डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट (MADA) कहा जाता है।
इस अनुबंध के तहत गूगल अपने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम को मुफ्त में ओईएम को उपलब्ध करता है लेकिन इसके बदले मूल उपकरण निर्माताओं को गूगल केसंपूर्ण गूगल मोबाइल सूट जैसे गूगल क्रोम ,यूट्यूब आदि को प्री-इंस्टॉल करना होता है और इसे अपने डिवाइस पर प्रमुखता से रखना होता है। साथ ही गूगल मोबाइल सूट को अनइंस्टॉल नहीं किया जा सकता।
इस कारण गूगल को अपने प्रतिद्वंद्वी की तुलना में अनुचित लाभ मिलता है ।
सीसीआई ने गूगल को भारत में प्रतिस्पर्धियों को अवैध रूप से बाधा पहुँचाने और अपनी प्रमुख स्थिति का दुरुपयोग करने का दोषी पाया।
इसी तरह के मामले में गूगल परयूरोप में नियामकों ने उस पर $ 5 बिलियन का जुर्माना लगाया है, जहाँ गूगल को मूल उपकरण निर्माताओं पर अपने ऐप्स को प्री-इंस्टॉल करने के लिए मजबूर करने का दोषी पाया ।
गूगल
इसका गठन 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन द्वारा किया गया था। 2015 में, गूगल को अल्फाबेट कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में पुनर्गठित किया गया था।
यह एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय प्रौद्योगिकी कंपनी है जो खोज इंजन प्रौद्योगिकी, ऑनलाइन विज्ञापन, क्लाउड कंप्यूटिंग, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, क्वांटम कंप्यूटिंग, ई-कॉमर्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स पर केंद्रित है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी: सुंदर पिचाई
वैश्विक मुख्यालय: कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका
गूगल इंडिया मुख्यालय: हैदराबाद