1. बेंगलुरु, भारतीय अध्यक्षता के तहत पहली जी-20 वित्त ट्रैक बैठक की मेजबानी करेगा
Tags: place in news Economy/Finance Summits State News
केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अनुसार जी-20 बैठक के वित्त ट्रैक एजेंडे के तहत पहली बैठक 13 से 15 दिसंबर 2022 तक बेंगलुरु में होगी। इसकी मेजबानी केंद्रीय वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। बैठक में जी-20 वित्त के सभी 20 सदस्य और केंद्रीय बैंक के प्रतिनिधि भाग लेंगे। भारत वर्तमान में जी-20 का अध्यक्ष है और वह सितंबर 2023 में नई दिल्ली में जी-20 शिखर बैठक आयोजित करेगा।
जी-20 वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक बैठक
जी-20 देशों के नेताओं की वार्षिक शिखर बैठक से पहले, जी-20 के नेताओं की वार्षिक शिखर बैठक के एजेंडे को तैयार करने के लिए वित्त ट्रैक और शेरपा ट्रैक के तहत प्रारंभिक बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित की जाती है।
वित्त ट्रैक बैठक
वित्त ट्रैक बैठक केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है और यह अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संरचना, वित्तीय समावेशन और टिकाऊ वित्त, बुनियादी ढांचे के लिए वित्तपोषण, जलवायु वित्त और कर मामलों जैसेक्षेत्रों में ऐसी कई बैठकें आयोजित करेगा।
शेरपा ट्रैक बैठक
शेरपा ट्रैक बैठक केंद्रीय विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है और इसकी अध्यक्षता जी 20 के भारतीय शेरपा अमिताभ कांत करते हैं। इसमें रोजगार, स्वास्थ्य, डिजिटल अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश और उद्योग, पर्यावरण और जलवायु आदि जैसे मुद्दों पर लगभग 100 बैठकें आयोजित की जाएंगी। पहली जी-20 बैठक 4-7 दिसंबर 2022 को उदयपुर में आयोजित की गई थी।
पहले वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक
जी-20 बैठक के पहले वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठक 23-25 फरवरी 2023 के दौरान बेंगलुरु में होगी। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के अनुसार भारतीय जी-20 की अध्यक्षता की थीम वसुधैव कुटुम्बकम" या "एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य" -जी-20 फाइनेंस ट्रैक चर्चाओं का मार्गदर्शन करेगी।
जी-20 एक बहुपक्षीय संगठन है जिसमें दुनिया के प्रमुख विकसित और विकासशील देश शामिल हैं।इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। 19 सदस्य देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।
यह 1999 में स्थापित किया गया था।
2. 1 दिसंबर 2022 को भारत द्वारा जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करने के उपलक्ष्य में 100 राष्ट्रीय स्मारकों को रोशन किया जाएगा
Tags: National
भारत सरकार ने 1 दिसंबर 2022 को जी-20 समूह की भारत की अध्यक्षता के पहले दिन को चिह्नित करने के लिए जी-20 प्रतीक चिन्ह के साथ देश में 100 स्मारकों को रोशन करने का निर्णय लिया है।
इंडोनेशिया में जी-20 बाली शिखर सम्मेलन के दौरान इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने 16 नवंबर 2022 को सांकेतिक रूप से प्रधानमंत्री मोदी को जी-20 का अध्यक्ष पद सौंपा था । लेकिन आधिकारिक तौर पर भारत 1 दिसंबर 2022 से जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा ।
भारत 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा।
अपनी अध्यक्षता के दौरान, भारत देश भर में कई स्थानों पर 32 विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 200 बैठकें आयोजित करेगा।
राज्य/सरकार के प्रमुखों के स्तर पर 18वां जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है।
प्रतीक चिन्ह(लोगो)
जी -20 का प्रतीक चिन्ह भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों से प्रेरणा लेता है - केसरिया, सफेद और हरा, और नीला। यह भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के साथ पृथ्वीग्रह को जोड़ता है जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है।
पृथ्वी, जीवन के प्रति भारत के ग्रह-समर्थक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य में है। जी -20 प्रतीक चिन्ह के नीचे देवनागरी लिपि में "भारत" लिखा है।
विषय (थीम)
भारत के जी -20 प्रेसीडेंसी का विषय - "वसुधैव कुटुम्बकम" या "एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य" - महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है।
यह विषय सभी जीवन, मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीवों के मूल्य और पृथ्वी ग्रह पर और व्यापक ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंध की पुष्टि करता है।
प्रतीक चिन्ह और थीम का संदेश
प्रतीक चिन्ह और थीम मिलकर भारत के जी -20 प्रेसीडेंसी का एक शक्तिशाली संदेश देते हैं, जो इस अशांत समय में, एक स्थायी, समग्र, जिम्मेदार और समावेशी तरीके से दुनिया में सभी के लिए न्यायसंगत और समान विकास के लिए प्रयास कर रहा है।
भारत के लिए, जी -20 प्रेसीडेंसी "अमृतकाल" की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो 15 अगस्त 2022 को अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ से शुरू होने वाली 25 साल की अवधि है।
जी 20 का समूह 19 देशों और यूरोपीय संघ का एक बहुपक्षीय संगठन है ।इसकी स्थापना 1999 में हुई थी। भारत 1999 से जी 20 का सदस्य रहा है।
3. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने बाली में जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर मोदी को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी
Tags: place in news Summits
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने 16 नवंबर 2022 को बाली में दो दिवसीय (15-16 नवंबर)17वीं जी-20 शिखर सम्मेलन के समापन पर औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत कीअध्यक्षता में जी-20 समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्रवाई उन्मुख होगा। उन्होंने कहा कि देश ऐसे समय में कमान संभाल रहा है जब दुनिया भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक मंदी और खाद्य और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों से जूझ रही है।
भारत आधिकारिक तौर पर 1 दिसंबर 2022 से जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा।
राज्य सरकार के प्रमुखों के स्तर पर 18वां जी-20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में आयोजित होने वाला है।
मोदी ने जी-20 के लिए भारत की प्राथमिकताओं को भी सूचीबद्ध किया
- अगले एक वर्ष में, भारत यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि जी-20 नए विचारों की कल्पना करने और सामूहिक कार्रवाई में तेजी लाने के लिए एक वैश्विक प्रमुख प्रेरक के रूप में कार्य करे।"
- प्राकृतिक संसाधनों पर स्वामित्व की भावना आज संघर्ष को जन्म दे रही है और पर्यावरण की दुर्दशा का मुख्य कारण बन गई है। ग्रह के सुरक्षित भविष्य के लिए ट्रस्टीशिप का भाव ही समाधान है।
- मोदी ने कहा कि मिशन लाइफ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) अभियान , इसमें बड़ा योगदान दे सकता है। "इसका उद्देश्य स्थायी जीवन शैली को एक जन आंदोलन बनाना है।" प्रधान मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि विकास के लाभ सार्वभौमिक और सर्व-समावेशी हैं।
- मोदी ने कहा कि जी-20 को शांति और सद्भाव के पक्ष में कड़ा संदेश देना है।
- उन्होंने कहा, "ये सभी प्राथमिकताएं भारत की जी-20 अध्यक्षता की थीम - 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' में पूरी तरह से सन्निहित हैं।"
जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक, फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रोन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन जैसे विभिन्न विश्व नेताओं के साथ बैठक की और चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग के साथ संक्षिप्त बातचीत की। जून 2020 में गलवान संघर्ष के बाद भारतीय और चीनी नेताओं के बीच यह पहला आमना-सामना था, जिसके कारण 20 भारतीय सैनिकों और कई चीनी सैनिकों की मौत हो गई थी।
रूस और यूक्रेन का मुद्दा और "यह युग युद्ध का नहीं है" का आह्वान
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जी-20 के शिखर सम्मलेन में शामिल नहीं हुए जहां रूस-यूक्रेन संघर्ष के मुद्दे ने जी-20 के सदस्य देशों को विभाजित कर दिया था।पश्चिमी देश रूस की सीधी निंदा चाहते हैं जबकि अन्य देश , खासकर भारतीय और चीन, रूस की निंदा करने के पक्ष में नहीं हैं।
हालाँकि अंतिम जी-20 दस्तावेज़ जिसे बाद में जारी किया गया था ने "यूक्रेन के खिलाफ रूसी संघ द्वारा सबसे मजबूत शब्दों में" निंदा की और यूक्रेनी क्षेत्र से "इसकी पूर्ण और बिना शर्त वापसी" की मांग की।
इसने "यह युग युद्ध का नहीं" वाक्यांश का भी उपयोग किया और युद्ध को समाप्त करने का आह्वान किया। सितंबर 2022 में उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने इस वाक्यांश का इस्तेमाल किया था। इस बयान की यूरोप में खूब सराहाना की गयी।
जी-20 समूह
- ग्रुप ऑफ 20 या जी-20 एक बहुपक्षीय संगठन है जिसे 1999 में स्थापित किया गया था।
- इसमें दुनिया के प्रमुख विकसित और विकासशील देश शामिल हैं।
- इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। सदस्य देश अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका हैं।
- 2021 में इटली जी-20 का अध्यक्ष था। इंडोनेशिया 2022 के लिए अध्यक्ष है और भारत 2023 में अध्यक्ष होगा।
- जी-20 के नेताओं की पहली शिखर बैठक 2008 में वाशिंगटन, संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित की गई थी।
- जी-20 का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है।
- जी-20 सदस्य विश्व की जनसंख्या का 60%, विश्व अर्थव्यवस्था का 80% और विश्व व्यापार का 75% हिस्सा हैं।
4. बाली शिखर सम्मेलन में जी- 20 नेताओं को हिमाचल प्रदेश की कलाकृतियां भेंट करेंगे पीएम मोदी
Tags: Summits Person in news State News
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 15-16 नवंबर 2022 को इंडोनेशिया के बाली में होने वाले 17वें जी20 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं को हिमाचल प्रदेश की विभिन्न कलाकृतियां उपहार में देंगे। भारत औपचारिक रूप से 1 दिसंबर 2022 से इंडोनेशिया से जी -20 प्रेसीडेंसी का पदभार ग्रहण करेगा और यह 2023 में 18वें जी- 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
समाचार पत्र की रिपोर्टों के अनुसार, प्रधान मंत्री मोदी दुनिया भर में हिमाचल की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रयास के रूप में दुनिया के नेताओं को चंबा रुमाल, कांगड़ा लघु चित्र, किन्नौरी शॉल, हिमाचली मुखटे, कुल्लू शॉल और कनाल ब्रास सेट भेंट करेंगे।
प्रधान मंत्री ने 8 नवंबर 2022 को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारत के जी -20 प्रेसीडेंसी के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया था ।
जी-20 अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का प्रमुख मंच है जो वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, विश्वव्यापी व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व की लगभग दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। जी20 , 19 देशों और यूरोपीय संघ का समूह है।
5. प्रधान मंत्री मोदी ने भारत द्वारा आयोजित किए जाने वाले जी -20 प्रेसीडेंसी के लोगो और आदर्श वाक्य का अनावरण किया
Tags: Summits
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2022 को भारत के जी -20 अध्यक्षता के लोगो, थीम और वेबसाइट का अनावरण किया। भारत 1 दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया से जी -20 की अध्यक्षता संभालेगा।
प्रतीक चिन्ह
जी -20 लोगो भारत के राष्ट्रीय ध्वज के जीवंत रंगों से प्रेरणा लेता है - केसरिया, सफेद और हरा, और नीला। यह भारत के राष्ट्रीय फूल कमल के साथ ग्रह पृथ्वी को जोड़ता है जो चुनौतियों के बीच विकास को दर्शाता है।
पृथ्वी जीवन के प्रति भारत के ग्रह-समर्थक दृष्टिकोण को दर्शाती है, जो प्रकृति के साथ पूर्ण सामंजस्य में है। जी -20 लोगो के नीचे देवनागरी लिपि में "भारत" लिखा है।
थीम
भारत के जी -20 प्रेसीडेंसी का विषय - "वसुधैव कुटुम्बकम" या "एक पृथ्वी एक परिवार एक भविष्य" - महा उपनिषद के प्राचीन संस्कृत पाठ से लिया गया है।
यह विषय सभी जीवन, मानव, पशु, पौधे और सूक्ष्मजीवों के मूल्य और पृथ्वी ग्रह पर और व्यापक ब्रह्मांड में उनके परस्पर संबंध की पुष्टि करता है।
लोगो और थीम का संदेश
लोगो और थीम मिलकर भारत के जी -20 प्रेसीडेंसी का एक शक्तिशाली संदेश देते हैं, जो इस अशांत समय में, एक स्थायी, समग्र, जिम्मेदार और समावेशी तरीके से दुनिया में सभी के लिए न्यायसंगत और समान विकास के लिए प्रयास कर रहा है।
भारत के लिए, जी -20 प्रेसीडेंसी "अमृतकाल" की शुरुआत का भी प्रतीक है, जो 15 अगस्त 2022 को अपनी स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ से शुरू होने वाली 25 साल की अवधि है।
जी20 एपीपी
एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर एक मोबाइल ऐप "जी20 इंडिया" जारी किया गया है।
जी 20 ,19 देशों और यूरोपीय संघ का एक बहुपक्षीय संगठन है जिसकी स्थापना 1999 में हुई थी । भारत जी 20 का संस्थापक सदस्य हैै।