1. भारत ने सीओपी 27, शर्म अल शेख, मिस्र में स्वीडन के साथ लीडआईटी शिखर सम्मेलन की मेजबानी की
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भारत और स्वीडन ने 15 नवंबर 2022 को लीडआईटी (उद्योग संक्रमण के लिए नेतृत्व) शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। यह शिखर सम्मेलन,6-18 नवंबर 2022 तक मिस्र के शर्म अल शेख में चल रहे पार्टियों के सम्मेलन (सीओपी) 27 के अंतर्गत आयोजित किया गया था। लीडआईटी पहल ,औद्योगिक क्षेत्र के कम कार्बन संक्रमण पर केंद्रित है जो दुनिया में कार्बन उत्सर्जन का एक प्रमुख स्रोत है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव ने स्वीडन की जलवायु और पर्यावरण मंत्री सुश्री रोमिना पौरमोख्तरी के साथ शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की।
उद्योग परिवर्तन के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी)
उद्योग संक्रमण के लिए नेतृत्व समूह (लीडआईटी) को स्वीडन और भारत की सरकारों द्वारा सितंबर 2019 में न्यूयॉर्क शहर, संयुक्त राज्य अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया गया था।
यह उन देशों और कंपनियों को एक साथ लाता है जो कार्बन उत्सर्जन में कमी पर 2016 के पेरिस समझौते के उद्देश्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
लीडआईटी सदस्य शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
2. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव मिस्र में सीओपी 27 बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे
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केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री, भूपेंद्र यादव 6-18 नवंबर, 2022 तक मिस्र के शर्म अल-शेख में होने वाले यूएनएफसीसीसी के दलों के सम्मेलन (सीओापी-27) के 27वें सत्र में भाग लेने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। पिछला , सीओापी- 26, 31 अक्टूबर से 13 नवंबर 2021 तक यूनाइटेड किंगडम के ग्लासगो शहर में आयोजित किया गया था।
सीओापी-27 सम्मेलन का आयोजन बॉन, जर्मनी स्थित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) द्वारा किया जा रहा है, जिसमें मिस्र मेजबान देश है।
सम्मेलन का एजेंडा
सीओपी 27 जलवायु आपातकाल से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कई मुद्दों पर कार्रवाई करने पर ध्यान केंद्रित करेगा जैसे कि
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को तत्काल कम करना,
- लचीलापन का निर्माण करना ताकि जलवायु परिवर्तन के अपरिहार्य प्रभावों के अनुरूप लोगों को ढाला जा सके , और
- विकासशील देशों में जलवायु कार्रवाई के वित्तपोषण के लिए प्रतिबद्धताओं को पूरा करना।
सीओापी-27 का विषय: लोगों और ग्रह के लिए उद्धार (Delivering for People and Planet)।
पार्टियों का सम्मेलन (सीओपी) क्या है?
- पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीईडी), जिसे 'पृथ्वी शिखर सम्मेलन' के रूप में भी जाना जाता है, 3-14 जून 1992 से रियो डी जनेरियो, ब्राजील में आयोजित किया गया था।
- सम्मेलन ,पर्यावरण पर मानव के सामाजिक-आर्थिक गतिविधियों के प्रभाव पर केंद्रित था।
- यहां इकट्ठे हुए देश सतत विकास और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों से निपटने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए।
- रियो पृथ्वी शिखर सम्मेलन में सदस्य देश , जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) बनाने पर सहमत हुआ जहां सदस्य देश ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं और इन समस्याओं से निपटने के लिए कदम उठा सकते हैं।
- यूएनएफसीसीसी, 21 मार्च 1994 को लागू हुआ, और 197 देशों और क्षेत्रों द्वारा इसकी पुष्टि की गई।
- जिन देशों ने यूएनएफसीसीसी की पुष्टि की है, उन्हें पार्टी कहा जाता है
- हर साल वे जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मिलते हैं। इन बैठकों को पार्टियों का सम्मेलन (सीओपी) कहा जाता है।
- पहला सीओपी 1995 में बर्लिन, जर्मनी में आयोजित किया गया था।
- अगला सीओपी 27 2022 में मिस्र के शर्म अल-शेख में आयोजित किया जाएगा।
फुल फॉर्म
यूएनएफसीसीसी/UNFCCC: यूनाइटेड नेशन फ्रेमवर्क कन्वेंशन ओन क्लाइमेट चेंज(United Nation Framework Convention on Climate Change)
सीओापी(COP): कांफ्रेंस ऑफ़ पार्टीज (Conference of Parties)