400 किमी रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल के वायु संस्करण का परीक्षण भारतीय वायु सेना के सुखोई विमान से किया गया

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भारतीय वायु सेना ने 29 दिसंबर 2022 को एसयू-30 एमकेआई फाइटर जेट से बंगाल की खाड़ी में एक जहाज लक्ष्य के खिलाफ ब्रह्मोस एयर लॉन्च मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ब्रह्मोस मिसाइल की विस्तारित रेंज समुद्र में 400 किमी दूर लक्ष्य को भेदने की क्षमता रखती है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने अपने मिशन के सभी उद्देश्यों को सफलतापूर्वक हासिल किया।

सफल परीक्षण फायरिंग वायु सेना, भारतीय नौसेना, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और ब्रह्मोस एयरोस्पेस का एक संयुक्त प्रयास था।

इसी साल मई में सुपरसोनिक मिसाइल के विस्तारित रेंज संस्करण का सुखोई लड़ाकू विमान से सफल परीक्षण किया गया था। विस्तारित सीमा को 290 किमी से बढ़ाकर 350 किमी की गई थी।

ब्रह्मोस मिसाइल

ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस एयरोस्पेस लिमिटेड द्वारा विकसित की गई है। कंपनी भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) और रूस के एनपीओएम का एक संयुक्त उद्यम है।

मिसाइल का नाम ब्रह्मपुत्र नदी और मोस्कवा नदियों के नाम पर रखा गया है। रूसी राजधानी मॉस्को, मोस्कवा नदी के किनारे स्थित है।

मिसाइल को पनडुब्बियों, जहाजों, विमानों या भूमि प्लेटफार्मों से लॉन्च किया जा सकता है।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल में दो चरणों वाला प्रणोदक बूस्टर इंजन है। पहला चरण एक ठोस बूस्टर इंजन है और दूसरा चरण तरल रैमजेट इंजन है। मिसाइल रडार से बचने की क्षमता रखती है।

मिसाइल की गति 2.8 मैक(Mach) या ध्वनि की गति से लगभग 2.8  गुना है।

मिसाइल की रेंज 290-400 किमी है।

भारत से ब्रह्मोस मिसाइल खरीदने वाला फिलीपींस दुनिया का पहला देश है।

ब्रह्मोस एयरोस्पेस के प्रबंध निदेशक और सीईओ: अतुल दिनकर राणे


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