असम के कामाख्या मंदिर में वार्षिक अम्बुबाची मेला मनाया गया
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असम में प्रसिद्ध अम्बुबाची मेला आज कामाख्या मंदिर में शुरू हुआ। यह इस महीने की 26 तारीख तक जारी रहेगा।
खबर का अवलोकन
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए हजारों भक्त एकत्रित हुए हैं।
यह उत्सव देवी कामाख्या के वार्षिक मासिक धर्म का सम्मान करता है, जो प्रजनन और नारीत्व का प्रतीक है।
अम्बुबाची मेले के दौरान, कामाख्या मंदिर के द्वार बंद रहते हैं।
मंदिर के द्वार इस महीने की 25 तारीख को रात 9:08 बजे फिर से खुलने वाले हैं।
भक्तों के लिए कामरूप मेट्रो जिला प्रशासन द्वारा विस्तृत व्यवस्था की गई है।
असम के अन्य त्यौहार
बिहू त्यौहार:
महत्व: असम का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार जो सभी असमियों द्वारा मनाया जाता है।
प्रकार: बोहाग बिहू (वसंत त्यौहार), काटी बिहू (फसल त्यौहार), माघ बिहू (फसल त्यौहार)।
मे-डम-मे-फी त्यौहार:
महत्व: पूर्वजों की पूजा के लिए अहोम त्यौहार।
तिथि: हर साल 31 जनवरी को।
रिवाज़: इसमें रंग-बिरंगे जुलूस और पारंपरिक पोशाकें शामिल हैं।
विश्वास: असम में सामाजिक सद्भाव और संकटों को रोकने के लिए ज़रूरी है।
बैशागु त्यौहार:
असम में बोरो कछारी जनजाति द्वारा मनाया जाता है।
तिथि: मध्य अप्रैल, बोडो नव वर्ष के अवसर पर।
विशेषताएँ: रंग-बिरंगे समारोह, ख्वाबंग, जोथा, गोगोना जैसे पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र।
समापन: "गरजासली" नामक सामुदायिक प्रार्थना के साथ समापन होता है।
असम के बारे में:
यह भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में स्थित एक राज्य है।
यह उत्तर में भूटान, पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, उत्तर-पूर्व में नागालैंड, दक्षिण-पूर्व में मणिपुर, दक्षिण में मिजोरम और पश्चिम में पश्चिम बंगाल से घिरा हुआ है।
वन्यजीव: इसमें काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, मानस राष्ट्रीय उद्यान और नामेरी राष्ट्रीय उद्यान शामिल हैं।
भाषा: असमिया
गठन (राज्य के रूप में) - 26 जनवरी 1950
राजधानी - दिसपुर
मुख्यमंत्री - हिमंत बिस्वा सरमा
राज्यपाल - गुलाब चंद कटारिया
राज्यसभा - 7 सीटें
लोकसभा - 14 सीटें
आधिकारिक नदी - ब्रह्मपुत्र
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