बीएसएनएल ने भारत की पहली डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी सेवा शुरू की
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बीएसएनएल ने भारत की पहली डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी सेवा शुरू की
चर्चा में क्यों?
- भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल), भारत में सरकारी दूरसंचार प्रदाता, ने अपनी डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी सेवा शुरू की है, जो देश की पहली सैटेलाइट-टू-डिवाइस संचार पेशकश है।
डायरेक्ट-टू-डिवाइस सैटेलाइट कनेक्टिविटी क्या है?
- सैटेलाइट-टू-डिवाइस सेवा एक ऐसी सेवा है जो उपयोगकर्ताओं को उन क्षेत्रों में कॉल करने, संदेश भेजने और भुगतान संसाधित करने की अनुमति देती है जहाँ सेलुलर और वाई-फाई नेटवर्क उपलब्ध नहीं हैं।
- यह भूस्थिर एल-बैंड उपग्रहों के माध्यम से गैर-स्थलीय नेटवर्क (एनटीएन) कनेक्टिविटीका उपयोग करता है जोपृथ्वी से 36,000 किमी ऊपर हैं।
- भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने अमेरिका स्थित संचार कंपनी वायसैट के साथ मिलकर भारत की पहली सैटेलाइट-टू-डिवाइस सेवा शुरू की।
- इस सेवा की घोषणा सबसे पहले भारतीय मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2024 में की गई थी।
BSNL की सैटेलाइट-टू-डिवाइस सेवा की विशेषताएँ:
- हाई-स्पीड इंटरनेट:उपयोगकर्ता वेब ब्राउज़ कर सकते हैं, वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं और ऑनलाइन गतिविधियाँ कर सकते हैं।
- व्यापक कवरेज: यह सेवा देश के दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुँचती है।
- विश्वसनीय कनेक्टिविटी: यह सेवा मौसम की स्थिति की परवाह किए बिना निर्बाध इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करती है।
- किफ़ायती योजनाएँ: बीएसएनएल ने उपयोगकर्ताओं की व्यापक श्रेणी के लिए सेवा सुलभ बनाने के लिए किफ़ायती योजनाएँ पेश की हैं।
महत्व:
- BSNL की नई सैटेलाइट सेवा सीमित नेटवर्क पहुँच वाले दूरदराज के क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं की सहायता के लिए डिज़ाइन की गई है।
- चाहे वह स्पीति घाटी हो या ग्रामीण क्षेत्र, यह सेवा उपयोगकर्ताओं को सेलुलर या वाई-फाई नेटवर्क अनुपलब्ध होने पर भी परिवार और दोस्तों से जुड़े रहने में सक्षम बनाती है।
- यह आपातकालीन कॉल, SoS मैसेजिंग और UPI भुगतान का समर्थन करता है, जिससे महत्वपूर्ण स्थितियों में कनेक्टिविटी सुनिश्चित होती है।
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