फीफा ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को निलंबित किया
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विश्व फुटबॉल संचालन संस्था फीफा ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप के कारण भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
महत्वपूर्ण तथ्य -
फीफा परिषद के ब्यूरो द्वारा सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया।
निलंबन का निर्णय तीसरे पक्ष के अनुचित प्रभाव के कारण लिया गया है, जो फीफा क़ानून का गंभीर उल्लंघन है।
निलंबन का मतलब है कि भारत में 11-30 अक्टूबर 2022 को होने वाला फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022, योजना के अनुसार भारत में नहीं होगा।
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने मई में एआईएफएफ को भंग कर दिया था और खेल को संचालित करने, एआईएफएफ के संविधान में संशोधन करने और 18 महीने से लंबित चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय समिति की नियुक्त की थी।
फीफा और एशियाई फुटबॉल परिसंघ ने एएफसी महासचिव विंडसर जॉन के नेतृत्व में एक टीम को भारतीय फुटबॉल के हितधारकों से मिलने के लिए भेजा।
टीम द्वारा एआईएफएफ के लिए जुलाई के अंत तक नियमों में संशोधन करने और 15 सितंबर तक चुनाव संपन्न करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया गया था।
इससे पहले फीफा ने तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप को लेकर भारतीय फुटबॉल महासंघ को निलंबित करने की धमकी दी थी।
प्रतिबंध कैसे हटाया जा सकता है?
फीफा ने कहा है कि प्रतिबंध हटाने के लिए दो मुख्य चिंताओं को दूर करने की जरूरत है।
सीओए के अधिदेश को पूरी तरह से निरस्त करना होगा।
एआईएफएफ प्रशासन के दैनिक मामलों पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करना।
फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) :
इसकी स्थापना 21 मई, 1904 को सात राष्ट्रीय संघों - बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, नीदरलैंड, स्पेन, स्वीडन और स्विटजरलैंड द्वारा की गई थी।
यह दुनिया में फुटबॉल का सर्वोच्च शासी निकाय है।
यह एक गैर-लाभकारी संगठन है।
यह फुटबॉल को नियंत्रित करता है और दुनिया भर में फुटबॉल को बढ़ावा देता है।
यह सभी पहलुओं में वैश्विक, सुलभ और समावेशी होने के लिए फुटबॉल का आधुनिकीकरण कर रहा है।
वर्तमान में फीफा में 211 सदस्य देश शामिल हैं। इसका मुख्यालय ज्यूरिख में है और इसके वर्तमान अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो हैं।
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