पिन कोड की स्वर्ण जयंती
Tags: National National News
संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान ने 12 अक्टूबर 2022 को गुजरात के गांधीनगर में पिन कोड की स्वर्ण जयंती के अवसर पर स्मारक डाक टिकट जारी किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य
उन्होंने ई-पासबुक भी लॉन्च की। यह निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करेगा -
पासबुक प्रिंट करने या बैलेंस जानने के लिए डाकघर जाने की जरूरत नहीं है।
यह बहुत सारे मैनुअल काम को बचाएगा।
एक अलग मोबाइल बैंकिंग ऐप की आवश्यकता नहीं है।
सरल और उपयोगकर्ता के अनुकूल वेबपेज।
इस अवसर पर उन्होंने ऑनलाइन प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए 'पीएलआई मोबाइल प्रशिक्षण ऐप' का शुभारंभ किया। ऐप में ऑडियो/विजुअल मोड में प्रशिक्षण सामग्री है।
पिन कोड या पोस्टल इंडेक्स नंबर क्या है?
भारत में यह भारतीय डाक प्रणाली में छह अंकों का संख्यात्मक कोड है।
इसे 15 अगस्त 1972 को संचार मंत्रालय में तत्कालीन अतिरिक्त सचिव श्रीराम भीकाजी द्वारा शुरू किया गया था।
इसका उपयोग भारतीय डाक द्वारा डाकघर या पोस्ट कोड प्रणाली की संख्या के लिए किया जाता है।
इसके 6 अंकों के कोड में पहला अंक क्षेत्र को दर्शाता है, दूसरा अंक उप-क्षेत्र को दर्शाता है, तीसरा अंक जिले को दर्शाता है और अंतिम तीन अंक डाकघर कोड को दर्शाता है।
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -