आईसीएआर-सीएमएफआरआई ने भारतीय जल में दो नई नीडलफिश प्रजातियों का अनावरण किया
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आईसीएआर-सीएमएफआरआई के शोधकर्ताओं ने भारतीय जल में दो नई नीडलफिश प्रजातियों की खोज की।
खबर का अवलोकन
फ़्लैट नीडलफ़िश (एब्लेनेस हियान्स) की पिछली पहचान से पता चला है कि यह कम से कम तीन अलग-अलग प्रजातियों का एक समूह है।
नई प्रजाति:
इनका नाम एबलेनस जोसेबरचमैन्सिस और एबलेनस ग्रेकैली रखा गया है।
आनुवंशिक और आणविक विश्लेषण ने उनकी अनूठी विशेषताओं की पुष्टि की।
यह अध्ययन सीएमएफआरआई के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. ईएम अब्दुस्समद के मार्गदर्शन में तोजी थॉमस द्वारा आयोजित किया गया।
विशेषताएँ और वाणिज्यिक मूल्य
स्थान: नमूने थूथुकुडी, तमिलनाडु से एकत्र किए गए।
व्यावसायिक मूल्य: ये मछलियाँ व्यावसायिक रूप से मूल्यवान हैं, जो अपनी स्वादिष्टता और पोषण सामग्री के लिए जानी जाती हैं।
पहचान: इन्हें उनके हरे कांटों और नुकीले दांतों वाली लंबी चोंच से पहचाना जा सकता है।
बाजार मूल्य: बाजार में इनकी कीमत लगभग 400 रुपये प्रति किलोग्राम है।
अनुसंधान दल और प्रकाशन
योगदानकर्ता: शोध दल में सीएमएफआरआई से डॉ. शिजिन अमेरी, बदरुल सिजाद और डॉ. केके सजीकुमार शामिल थे।
प्रकाशन: उनके निष्कर्ष समुद्री विज्ञान में क्षेत्रीय अध्ययन जर्नल में प्रकाशित हुए।
संस्थागत पृष्ठभूमि
आईसीएआर-सीएमएफआरआई: 75 वर्षों से अधिक समय से आईसीएआर-सीएमएफआरआई विश्व स्तर पर उष्णकटिबंधीय समुद्री मत्स्य पालन में एक अग्रणी अनुसंधान संस्थान रहा है।
विस्तार: पिछले कुछ वर्षों में, सीएमएफआरआई ने अपनी अनुसंधान सुविधाओं का विस्तार किया है और कुशल पेशेवरों को आकर्षित किया है, जिससे इसके पैमाने और प्रसिद्धि में वृद्धि हुई है।
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