भारतीय वायुसेना 'गगन शक्ति-2024' के लिए तैयार: पोखरण में दस दिवसीय अभ्यास
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1 अप्रैल, 2024 को राजस्थान के पोखरण में फील्ड फायरिंग रेंज में अभ्यास शुरू हुआ।
खबर का अवलोकन
इस अभ्यास में दस हजार से अधिक वायु सेना कर्मियों के भाग लेने की उम्मीद है।
हर पांच साल में आयोजित होने वाले इस अभ्यास में पश्चिमी और उत्तरी दोनों मोर्चे शामिल होते हैं, जिसमें लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में नकली लक्ष्यों पर नकली हमलों में लगे होते हैं।
भारतीय सेना द्वारा साजो-सामान संबंधी सहायता:
देश भर में लगभग 10,000 भारतीय वायुसेना कर्मियों को स्थानांतरित करने वाली एक परिचालन रेल तैनाती भारतीय सेना द्वारा 'गगन शक्ति 2024' से पहले प्रदान की गई साजो-सामान सहायता से संभव हुई थी।
रणनीतिक रेल परिवहन योजना, आवश्यक सुविधाओं के साथ 'संयुक्त एक्सप्रेस' ट्रेनों का प्रावधान, और मूवमेंट कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (एमसीओ) के माध्यम से नेटवर्क आश्वासन सभी सेना की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं।
परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए, डिपो से गोला-बारूद के साथ अभ्यास क्षेत्रों की आपूर्ति के लिए दो गोला-बारूद ट्रेनें भेजी जा रही हैं।
'गगन शक्ति-2018' अभ्यास का पुनर्कथन:
2018 संस्करण में 11,000 से अधिक उड़ानें आयोजित की गईं, जिसने 48 घंटों से भी कम समय में पश्चिमी से पूर्वी क्षेत्रों में तेजी से तैनाती के लिए तैयारी का परीक्षण किया।
'तरंग शक्ति', भविष्य का मेगा अभ्यास:
भारतीय वायुसेना "गगन शक्ति-2024" के बाद दुनिया भर की 12 वायु सेनाओं को शामिल करते हुए एक अंतरराष्ट्रीय अभ्यास "तरंग शक्ति" का आयोजन करेगी।
'तरंग शक्ति' के लक्ष्य:
"तरंग शक्ति" का उद्देश्य अंतरसंचालनीयता में सुधार करना, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना और सदस्य देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देना है।
AWACS, परिवहन, लड़ाकू, हेलीकॉप्टर और मानवरहित प्रणालियों की भागीदारी के साथ, तरंग शक्ति भारत में आयोजित सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अभ्यास होने की उम्मीद है।
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