एस. जयशंकर की निकोसिया यात्रा के दौरान भारत, साइप्रस ने तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए
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विदेश मंत्री एस जयशंकर, जो साइप्रस की तीन दिवसीय यात्रा (29-31 दिसंबर 2022) पर हैं, ने 29 दिसंबर 2022 को साइप्रस की राजधानी निकोसिया में अपने साइप्रस समकक्ष इयोनिस कसौलाइड्स के साथ तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। यह एस जयशंकर की साइप्रस की पहली यात्रा है।
दोनों मंत्रियों ने निम्नलिखित समझौतों पर हस्ताक्षर किए
- दोनों देशों के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग,
- आप्रवास और गतिशीलता पर आशय पत्र, साथ ही समझौते पर
- साइप्रस के अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होंबे पर एक समझौता ।
एस जयशंकर ने भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष और साइप्रस के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के 60 वर्ष पूरे होने पर स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।
मंत्री ने कहा कि भारत और साइप्रस सामूहिक रूप से खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा के साथ-साथ टिकाऊ पर्यावरण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
साइप्रस की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, जयशंकर साइप्रस के संसद के प्रतिनिधि सभा की अध्यक्षा अनीता डेमेट्रियौ से भी मुलाकात करेंगे।
वह प्रवासी भारतीयों के साथ बातचीत के अलावा साइप्रस के व्यापार और निवेश समुदाय को भी संबोधित करेंगे।
साइप्रस गणराज्य
यह पूर्वी भूमध्य सागर में स्तिथ एक यूरोपीय द्वीपीय देश है।
साइप्रस ने 1960 में ब्रिटेन से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की। देश में बहुसंख्यक आबादी ग्रीस मूल की है जबकि अल्पसंख्यक आबादी तुर्की मूल की है।
तुर्की ने 1974 में साइप्रस पर आक्रमण किया और 1983 में उत्तरी साइप्रस का एक तुर्की गणराज्य बनाया। तुर्की को छोड़कर कोई भी देश तुर्की साइप्रस को मान्यता नहीं देता है।
भारत भी साइप्रस सरकार को मान्यता देता है।
राजधानी : निकोसिया
मुद्रा: यूरो
राष्ट्रपति: निकोस अनास्तासियादेस
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