असमानता को कम करने की प्रतिबद्धता सूचकांक 2022 में भारत 123 वें स्थान पर
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भारत ने हाल ही में जारी असमानता को कम करने की प्रतिबद्धता सूचकांक (सीआरआईआई) 2022 में अपनी रैंकिंग में 6 स्थानों की का सुधार किया है। इसे 161 देशों में से दुनिया में 123 वें स्थान पर रखा गया है। 2020 के सूचकांक में भारत 129वें स्थान पर था।
भारत के रैंक में मुख्य रूप से सार्वजनिक खर्च के प्रभाव को मापने वाले संकेतकों में सुधार और असमानता को कम करने पर कर के प्रभाव के कारण सुधार हुआ है।
सूचकांक के अनुसार सबसे कम असमानता नॉर्वे में पाई गयी और उसे शीर्ष स्थान दिया गया है उसके बाद जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया का स्थान है।दक्षिण सूडान को सबसे नीचे 161 वां स्थान दिया गया है।
असमानता सूचकांक को कम करने की प्रतिबद्धता की संरचना (सीआरआईआई)
सूचकांक सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों और कोविड महामारी के पहले दो वर्षों में असमानता से लड़ने के लिए की गई कार्रवाई पर देशों को रैंक करता है।
सूचकांक ,ऑक्सफैम इंटरनेशनल और डेवलपमेंट फाइनेंस इंटरनेशनल (डीएफआई) द्वारा तैयार किया गया है ।
इंडेक्स तीन क्षेत्रों में सरकारी नीतियों और कार्यों को मापता है जो असमानता को कम करने पर एक बड़ा प्रभाव साबित होता है।
यह तीन क्षेत्र है ; सार्वजनिक सेवाएं (स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सुरक्षा), कराधान और श्रमिकों के अधिकार।
भारत का प्रदर्शन
सार्वजनिक सेवा
सार्वजनिक सेवा में भारत को 129वां स्थान मिला है। 2020 की रिपोर्ट में इसे 141वां स्थान मिला था।
सूचकांक के अनुसार भारत, स्वास्थ्य खर्च पर सबसे कम खर्च करनेवाले देशों में शामिल है। इस बार भारत की रैंकिंग में दो स्थान की गिरावट के साथ 157 हो गया ।
भारत सरकार अपने सभी खर्च का 3.64% स्वास्थ्य पर खर्च करती है जो उसके सभी पड़ोसी देशों की तुलना में सबसे कम है।पाकिस्तान का खर्च 4.3%, बांग्लादेश का 5.19%, श्रीलंका का 5.88% और नेपाल का 7.8% है ।
प्रगतिशील कराधान
भारत 2022 में प्रगतिशील कराधान में 16 वें स्थान पर था जबकि 2020 में यह 19 वें स्थान पर था।
श्रम रैंकिंग (श्रमिकों के अधिकार और मजदूरी)
श्रम रैंकिंग (जिसमें श्रमिक अधिकार शामिल हैं) पर भारत 151वें स्थान पर था जबकि 2020 में भी यह 151वें स्थान पर था।
दक्षिण एशियाई देश की रैंकिंग
देश | सार्वजनिक सेवा | कर रैंकिंग | श्रम रैंकिंग | क्षेत्रीय रैंकिंग |
मालदीव | 71 | 12 | 54 | 1 |
बांग्लादेश | 136 | 47 | 101 | 2 |
श्री लंका | 128 | 85 | 93 | 3 |
नेपाल | 116 | 36 | 126 | 4 |
भूटान | 114 | 27 | 140 | 5 |
भारत | 129 | 16 | 151 | 6 |
पाकिस्तान | 151 | 77 | 113 | 7 |
अफ़ग़ानिस्तान | 158 | 115 | 117 | 8 |
ऑक्सफेम इंटरनेशनल
ऑक्सफैम इंटरनेशनल का गठन 1995 में स्वतंत्र गैर-सरकारी संगठनों के एक समूह द्वारा किया गया था।
ये संगठन वैश्विक गरीबी और अन्याय को कम करने के लिए, अपनी दक्षता को बढ़ाने करने अधिक प्रवाभी होने के लिए ऑक्सफैम इंटरनेशनल की स्थापना की ।
"ऑक्सफैम" नाम 1942 में ब्रिटेन में स्थापित अकाल राहत के लिए ऑक्सफोर्ड समिति से आया है।
ऑक्सफैम अंतर्राष्ट्रीय सचिवालय नैरोबी, केन्या में स्थित है
ऑक्सफेम इंडिया सीईओ:अमिताभ बेहर
फुल फॉर्म
सीआरआईआई/CRRI: कमिटमेंट टू रिड्यूसिंग इनइक्वलिटी इंडेक्स (Commitment to Reducing Inequality Index)
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