भारतीय रेलवे 2030 तक नेट जीरो कार्बन उत्सर्जक बन जाएगा

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 "net zero carbon emitter" by 2030.

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि भारतीय रेलवे दुनिया में सबसे बड़ा हरित रेलवे बनने के लिए एक मिशन मोड पर काम कर रहा है और 2030 तक "शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जक" बनने की ओर बढ़ रहा है।

खबर का अवलोकन 

  • भारतीय रेल ने कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए कई पहल की की शुरुआत की है जिनमें ऊर्जा कुशल तकनीकों का उपयोग शामिल है। 

  • भारतीय रेल पुनर्योजी सुविधाओं के साथ तीन चरण वाले इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के उत्पादन, हेड ऑन जेनरेशन (HOG) तकनीक का उपयोग, इमारतों में एलईडी रोशनी का उपयोग और कोच, स्टार रेटेड उपकरण का उपयोग शुरू कर रहा है।

  • इसके अलावा, शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जिन प्रमुख रणनीतियों की पहचान की गई है, वे हैं -नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के माध्यम से बिजली की खरीद, डीजल से विद्युत कर्षण में स्थानांतरण, ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देना, और वनीकरण।

भारतीय रेलवे की अनुमानित ऊर्जा मांग

  • 2029-30 में भारतीय रेलवे की अनुमानित ऊर्जा मांग लगभग 8,200 मेगा वाट (MW) होने की उम्मीद है।

  • शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने के लिए, 2029-30 तक नवीकरणीय क्षमता की अपेक्षित आवश्यकता लगभग 30,000 मेगावाट होगी।

  • फरवरी 2023 तक, लगभग 147 मेगावाट के सौर संयंत्र और लगभग 103 मेगावाट पवन ऊर्जा संयंत्र चालू किए जा चुके हैं।

  • इसके अलावा, लगभग 2150 मेगावाट नवीकरणीय क्षमता के लिए भी करार किया गया है।

  • भारतीय रेल ने अपनी भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं के लिए विभिन्न बिजली खरीद मोड से अक्षय ऊर्जा की उत्तरोत्तर खरीद करने की योजना बनाई है।

जलवायु परिवर्तन से निपटने में रेलवे का योगदान

  • भारतीय रेलवे ने 2030 तक भूमि आधारित माल यातायात में भारतीय रेलवे की कुल हिस्सेदारी को वर्तमान 36 प्रतिशत से बढ़ाकर 45 प्रतिशत करने के लिए हरित परिवहन के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाया है।

  • भारतीय रेलवे देश भर में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) स्थापित कर रहा है।

  • इसके पहले चरण में 30 वर्षों की अवधि में लगभग 457 मिलियन टन उत्सर्जन कम करने का अनुमान है।

  • कर्षण डीजल ईंधन जैव ईंधन के 5 प्रतिशत सम्मिश्रण का उपयोग करेगा।

  • 2030 तक जल उपयोग दक्षता में 20 प्रतिशत सुधार किया जाएगा।

  • कार्बन अवशोषण बढ़ाने के लिए पौधारोपण किया जाएगा, कचरा प्रबंधन और प्रदूषण नियंत्रण पर जोर दिया जाएगा।

  • रेल मंत्री - अश्विनी वैष्णव


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