जम्मू-कश्मीर में परिचालन शुरू करने वाली भारत की पहली बैटरी स्टोरेज गीगाफैक्ट्री
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GoodEnough एनर्जी ने अक्टूबर 2024 तक जम्मू और कश्मीर में भारत की उद्घाटन बैटरी ऊर्जा भंडारण गीगाफैक्ट्री में परिचालन शुरू करने की घोषणा की।
खबर का अवलोकन
इस सुविधा का लक्ष्य 2070 तक भारत के शुद्ध शून्य उत्सर्जन लक्ष्य के अनुरूप, उद्योगों को सालाना 5 मिलियन टन से अधिक कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने में सहायता करना है।
GoodEnough ने 7 GWH क्षमता वाली फैक्ट्री में 1.5 बिलियन रुपये ($18.07 मिलियन) का निवेश किया है, साथ ही क्षमता को 20 GWH तक बढ़ाने के लिए 2027 तक 3 बिलियन रुपये निवेश करने की योजना बनाई है।
इन विस्तार योजनाओं का खुलासा GoodEnough के संस्थापक आकाश कौशिक ने किया।
नवीकरणीय ऊर्जा का महत्व:
बैटरी ऊर्जा भंडारण परियोजनाएं भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को मौजूदा 178 गीगावॉट से 2030 तक 500 गीगावॉट तक विस्तारित करने के उद्देश्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सरकारी प्रोत्साहन:
भारत सरकार बैटरी भंडारण परियोजनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम के तहत कंपनियों को 452 मिलियन डॉलर के प्रोत्साहन की पेशकश कर रही है।
बैटरी भंडारण प्रणालियों की भूमिका:
बैटरी भंडारण प्रणालियाँ नवीकरणीय स्रोतों से ऊर्जा के भंडारण की सुविधा प्रदान करती हैं, जिससे विश्वसनीय और निरंतर ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
गीगाफैक्ट्री स्थापना के निहितार्थ:
भारत की पहली बैटरी स्टोरेज गीगाफैक्ट्री की स्थापना देश के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों को प्राप्त करने और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है।
जम्मू और कश्मीर में परिचालन भारत में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
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