हैदराबाद में नारियल उत्पादों के व्यापार और विपणन पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
नारियल विकास बोर्ड हैदराबाद, तेलंगाना में अंतर्राष्ट्रीय नारियल समुदाय (आईसीसी) के सहयोग से 27 से 28 फरवरी, 2023 को विश्व के हितधारकों की भागीदारी के साथ नारियल उत्पादों के व्यापार एवं विपणन पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया।
खबर का अवलोकन:
इस सम्मेलन का थीम “ग्लोबल कोकोनट इंडस्ट्री - क्रूजिंग टू द पिनेकल” है।
कार्यक्रम का उद्देश्य बाजार की संभावनाओं पर नारियल उद्योग व नवीन उद्योग प्रथाओं पर ज्ञान का प्रसार करना एवं क्षेत्र के संभावित अवसरों को प्राप्त करने की दिशा में काम करना है।
इस हाइब्रिड मोड सम्मेलन राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों, नीति निर्माताओं, उद्यमियों, निर्यातकों और उद्योग के अन्य हितधारकों के प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ आयोजित किया गया।
भारत में नारियल का उत्पादन:
- नारियल विकास बोर्ड के सीईओ डॉ. विजयलक्ष्मी नडेंदला के अनुसार वर्तमान में भारत वैश्विक उत्पादन में 30.93% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश है और उत्पादकता के मामले में दूसरे स्थान पर है - 9,346 नट प्रति हेक्टेयर वियतनाम के बाद 10,547 नट प्रति हेक्टेयर। आईसीसी के 2020 के आंकड़ों के अनुसार, वैश्विक उत्पादन में 30.93% हिस्सेदारी के साथ भारत दुनिया का सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश है, इसके बाद इंडोनेशिया और फिलीपींस का स्थान है।
2020-21 के दौरान देश में नारियल का उत्पादन 21207 मिलियन नट रहा, जो वैश्विक उत्पादन का 34 प्रतिशत था। नारियल के उत्पादन में बढ़ोतरी से भारत अप्रैल 2017 से ही मलेशिया, इंडोनेशिया और श्रीलंका को नारियल तेल का निर्यात कर रहा है, जबकि मार्च 2017 तक भारत नारियल तेल का आयात करता था।
अब भारत पहली बार अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों को बड़ी संख्या में शुष्क नारियल का निर्यात भी कर रहा है।
भारत में, नारियल की खेती पश्चिम बंगाल, केरल, कर्नाटक, ओडिशा, गोवा, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश सहित राज्यों में की जाती है।
विश्व नारियल दिवस - 2 सितंबर
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