वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) अपनाने वाला तीसरा भारतीय शहर कोलकाता बना
Tags: Environment State News
बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (AQEWS) अपनाने वाला कोलकाता तीसरा भारतीय शहर बना।
खबर का अवलोकन
पुणे में भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) द्वारा विकसित इस प्रणाली का उद्देश्य शहरी क्षेत्र में बढ़ते वायु प्रदूषण के स्तर को संबोधित करना है।
कोलकाता में AQEWS वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की वास्तविक समय पर निगरानी प्रदान करने के लिए एक उन्नत सेंसर नेटवर्क का उपयोग करता है।
AQI वायु प्रदूषण के स्तर को दर्शाने वाला एक मानकीकृत माप है, जिसका मान 0 से 500 तक होता है।
प्रणाली PM2.5 (2.5 माइक्रोमीटर या उससे छोटे व्यास वाले कण) स्तर पर ध्यान केंद्रित करती है, जो फेफड़ों में प्रवेश करने की अपनी क्षमता के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में एक प्रमुख योगदानकर्ता है।
कोलकाता में वायु प्रदूषण की स्थिति:
कोलकाता गंभीर वायु प्रदूषण का सामना कर रहा है, जो मुख्य रूप से PM2.5 जैसे प्रदूषकों से प्रेरित है।
हाल के AQEWS माप से पता चलता है कि AQI 74 है, जो 30 अगस्त तक 170 से ऊपर बढ़ने का अनुमान है।
ये पूर्वानुमान वायु प्रदूषण से निपटने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालते हैं और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियों की भूमिका पर जोर देते हैं।
डेटा एकीकरण और सटीकता:
AQEWS सटीक वायु प्रदूषण पूर्वानुमान उत्पन्न करने के लिए राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता नेटवर्क और उपग्रह स्रोतों से डेटा को एकीकृत करता है।
सितंबर 2022 में शुरू किए गए प्रायोगिक चरण के दौरान सिस्टम की सटीकता साबित हुई थी।
पूरे भारत में 420 वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों से डेटा का समावेश वायु गुणवत्ता का आकलन करने के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण सुनिश्चित करता है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री - भूपेन्द्र यादव
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -