इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो (आईआईजेएस) सिग्नेचर 2022 का उद्घाटन पीयूष गोयल ने किया
वाणिज्य और उद्योग, कपड़ा, उपभोक्ता मामले और खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री श्री पीयूष गोयल ने 18 फरवरी 2022 को मुंबई में इंडिया इंटरनेशनल ज्वैलरी शो (आईआईजेएस) सिग्नेचर का उद्घाटन किया।
आईआईजेएस सिग्नेचर इवेंट का आयोजन जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी) द्वारा किया जा रहा है।
यह आयोजन 18 से 21 फरवरी 2022 तक होगा।
मंत्री के अनुसार, रत्न और आभूषण क्षेत्र के 2021-22 में 40 अरब डॉलर के निर्यात लक्ष्य प्राप्त करने की संभावना है।
2021-22 (अप्रैल से जनवरी) में रत्न और आभूषण क्षेत्र का कुल निर्यात 32.13 अरब डॉलर था। (स्रोत - पीआईबी)
संयुक्त राज्य अमेरिका भारतीय रत्न और आभूषण का सबसे बड़ा बाजार है।
महत्वपूर्ण तथ्य :
वर्ष 2020 में रत्न और आभूषण के कुल विश्व निर्यात में भारत की हिस्सेदारी 3.5% थी।
भारत, 2020 में विश्व में रत्न और आभूषण का 7वां सबसे बड़ा निर्यातक देश था।
स्विट्जरलैंड, विश्व में रत्न और आभूषण का सबसे बड़ा निर्यातक देश है।
भारत विश्व में हीरे का सबसे बड़ा निर्यातक है।
भारत विश्व में कटे और पॉलिश किए गए हीरों का सबसे बड़ा निर्यातक है। गुजरात में सूरत विश्व के लगभग 90% कटे और पॉलिश किए गए हीरों का प्रसंस्करण करता है।
भारत विश्व में सोने के आभूषणों का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक है।
भारत विश्व में चांदी के आभूषणों का सबसे बड़ा निर्यातक है।
स्रोत: जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी)
नोट: रत्न और आभूषण में सोना, चांदी और मोती, कीमती और अर्ध-कीमती पत्थर शामिल हैं।
इन्हें भी जानिए :
जेम एंड ज्वैलरी एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (जीजेईपीसी)
यह 1966 में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा स्थापित किया गया था।
- यह भारत में रत्न और आभूषण के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया गया था। इसका मुख्यालय: मुंबई।
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