नई ग्रीन लिंक्स स्पाइडर प्रजाति प्यूसेटिया छापराजनिर्विन राजस्थान में पाई गई
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दरियापुर स्थित पुरातत्वविद् अतुल बोडखे ने ग्रीन लिंक्स मकड़ी की एक नई प्रजाति का अनावरण किया है जिसे प्यूसेटिया छापराजनिर्विन के नाम से जाना जाता है।
खबर का अवलोकन
प्यूसेटिया छापराजनिर्विन प्रजाति की खोज राजस्थान के चुरू जिले में स्थित ताल छापर वन्यजीव अभयारण्य में की गई थी।
इसकी खोज के स्थान के नाम पर इसका नाम "छापराजनिर्विन" रखा गया, जो ताल छापर क्षेत्र को श्रद्धांजलि देता है जहां इसे निर्मला कुमारी और विनोद कुमारी ने खोजा था।
मकड़ी की यह नई प्रजाति बबूल पेड़ की हरी पत्तियों में पाई गई, जिसे वैज्ञानिक रूप से वाचेलिया निलोटिका के नाम से जाना जाता है।
यह रात्रिचर व्यवहार प्रदर्शित करता है और छोटे कीड़ों का शिकार करके अपना गुजारा करता है।
मकड़ी के नमूनों को राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर की कीट विज्ञान प्रयोगशाला में संरक्षित किया गया है।
प्रजातियों की पहचान और विवरण जेडी पाटिल सांगलुडकर महाविद्यालय, दरियापुर, अमरावती जिले, महाराष्ट्र में स्थित स्पाइडर रिसर्च लैब (एसआर-लैब) में किया गया।
राजस्थान के बारे में
स्थापना - 30 मार्च 1949
राजधानी - जयपुर (कार्यकारी शाखा)
मुख्यमंत्री - भजन लाल शर्मा
राज्य पुष्प - रोहिड़ा
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