'प्रोजेक्ट मौसम' : एएसआई की दो दिवसीय बैठक

Tags: National National News

"प्रोजेक्ट मौसम" के तहत, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भविष्‍य में अनुसंधान को बढ़ावा देने और इस विषय के बारे में हमारी समझ को व्यापक बनाने के उद्देश्य से 7 और 8 अक्टूबर, 2022 को नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • इस "जलधिपुरायात्रा: हिंद महासागर रिम देशों के बीच बहु-संस्‍कृति संबंधों की खोज’’ सम्मेलन में समुद्री आदान-प्रदान और परस्‍पर संवाद के कई पहलुओं को शामिल किया गया।

  • सम्मेलन का उद्घाटन संस्कृति और संसदीय मामले राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और संस्कृति तथा विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी द्वारा किया गया।

  • इस अवसर पर भारत की समुद्री विरासत की संक्षिप्त रूपरेखा और भारत की विश्व धरोहर संपत्तियों की एक विषय सूची के साथ मौसम परियोजना के उद्देश्यों और दायरे पर एक विवरणिका जारी की गई।

  • सम्मेलन में एक पूर्ण सत्र शामिल था जिसके बाद छह शैक्षणिक सत्रों का आयोजन किया गया, जिनमें से प्रत्येक भारत के सामुद्रिक संवाद के एक विशेष पहलू से संबंधित थे।

  • दूसरे दिन हिंद महासागर रिम देशों के प्रतिष्ठित राजदूतों के साथ एक संवाद सत्र का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता संस्कृति और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने की।

"प्रोजेक्ट मौसम" के बारे में

  • इसे 2014 में दोहा, कतर में आयोजित यूनेस्को की 38वीं विश्व धरोहर समिति की बैठक में भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था।

  • इसका मुख्य उद्देश्य बहुआयामी हिन्द महासागर के संबंध में पुरातत्व एवं ऐतिहासिक स्तर का अनुसन्धान करना है ताकि विविधता से भरे इस क्षेत्र के सांस्कृतिक, वाणिज्यिक एवं धार्मिक अंतर्संबंधों को उजागर किया जा सके।

  • वर्तमान में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण परियोजना की देखरेख का प्रभारी है।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई)

  • यह पुरातात्विक अनुसंधान और देश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए प्रमुख संगठन है।

  • यह संस्कृति मंत्रालय के तहत काम करता है।

  • यह 3650 से अधिक प्राचीन स्मारकों, पुरातात्विक स्थलों और राष्ट्रीय महत्व के अवशेषों का प्रबंधन करता है।

  • इसकी स्थापना 1861 में अलेक्जेंडर कनिंघम ने की थी।

  • एलेक्जेंडर कनिंघम एएसआई के पहले महानिदेशक थे।

  • उन्हें "भारतीय पुरातत्व के पिता" के रूप में भी जाना जाता है।

  • इसका नेतृत्व एक महानिदेशक करता है और इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।

  • महानिदेशक - वी विद्यावती

Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -

Date Wise Search

Test Your Learning

CURRENT AFFAIRS QUIZ

Go To Quiz