भारतीय अर्थव्यवस्था पर आरबीआई का डेटा
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आरबीआई ने 2021-22 की की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान भारत के भुगतान संतुलन में विकास रिपोर्ट जारी किया।
2021-22 की दूसरी तिमाही में भारत के भुगतान संतुलन की मुख्य विशेषताएं:
- भारत के चालू खाते की शेष राशि में 2021-22 की पहली तिमाही में 6.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 0.9 प्रतिशत) के अधिशेष के मुकाबले 2021-22 में दूसरी तिमाही में 9.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर (जीडीपी का 1.3 प्रतिशत) का घाटा दर्ज किया गया।
- 2021-22 की दूसरी तिमाही में चालू खाते में घाटा पिछली तिमाही के 30.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 44.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर हों गया और इसका मुख्य कारण निवेश आय के निवल व्यय में वृद्धि था।
- शुद्ध विदेशी प्रत्यक्ष निवेश में 9.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अंतर्वाह दर्ज किया गया, जो एक साल पहले के 24.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर से कम है।
- दूसरी तिमाही 2020-21 में 7.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की तुलना में शुद्ध विदेशी पोर्टफोलियो निवेश 3.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
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