दुनिया की चौथी सबसे बड़ी चालक रहित मेट्रो!
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दिल्ली मेट्रो 96.7 किमी की स्वचालित ट्रेन लाइनों के साथ, चालक रहित महानगरों के दुनिया की सबसे बड़े नेटवर्क में से एक बन गई है। 25 नवंबर 2021 को दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर शिव विहार से मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन तक चालक रहित संचालन शुरू किया गया था।
मुख्य विशेषताएं:
- केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने एक आभासी समारोह में ट्रेन को हरी झंडी दिखाई।
- पिंक लाइन मैजेंटा लाइन के बाद चालक रहित संचालन वाली दूसरी दिल्ली मेट्रो लाइन बन गई।
दुनिया के 4 सबसे बड़े चालक रहित मेट्रो नेटवर्क की सूची:
- दुबई मेट्रो - रेड लाइन
- शंघाई मेट्रो नेटवर्क
- कुआलालंपुर मेट्रो
- दिल्ली मेट्रो - मैजेंटा और पिंक लाइन
दुनिया का सबसे पुराना मेट्रो सिस्टम
1800 के दशक के उत्तरार्ध से दुनिया भर में मेट्रो सिस्टम काम कर रहे हैं और हर दिन शहरों में लाखों यात्रियों को ले जाते हैं।
लंदन भूमिगत
- लंदन अंडरग्राउंड जिसे इसके निक नाम ट्यूब से भी जाना जाता है, 1890 में शुरू किया गया था।
भारत में मेट्रो रेल, की शुरुआत:
कोलकाता में भूमिगत रेलवे प्रणाली से शुरू हुई मेट्रो ने एक लंबा सफर तय किया है:
- पहली मेट्रो प्रणाली कोलकाता में शुरू की गई थी और यह पूरी तरह से भूमिगत थी। 1950 के दशक में पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री बिधान चंद्र रॉय ने भूमिगत रेलवे प्रणाली के विचार की कल्पना की थी। पहली कोलकाता मेट्रो 24 अक्टूबर 1984 को दमदम से टॉलीगंज के बीच चलाई गई थी।
- दिल्ली मेट्रो भारत की पहली आधुनिक मेट्रो रेल थी।
- एलाट्टुवलापिल श्रीधरन, जिन्हें 'मेट्रो मैन' के नाम से भी जाना जाता है। वह दिल्ली मेट्रो का मास्टरमाइंड था। भारत में मेट्रो रेल प्रणाली की लोकप्रियता उनकी कड़ी मेहनत, प्रयासों और समर्पण का फल है।
- दिल्ली में पहली मेट्रो 2002 में चलाई गई थी, जो रेड लाइन थी।
- इसके बाद, रैपिड मेट्रो रेल गुड़गांव नवंबर 2013 में शुरू हुआ। यह भारत की पहली निजी स्वामित्व वाली और संचालित मेट्रो थी।
मेट्रो सिस्टम अब जयपुर, हैदराबाद और चेन्नई में भी विकसित किए जा रहे हैं। जल्द ही लखनऊ में भी मेट्रो शुरू हो जाएगी।
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