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By admin: Oct. 31, 2022

1. केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय पेट्रोलियम प्रदर्शनी और सम्मेलन में भाग लिया

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Union Minister Hardeep Puri

केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने 31 अक्टूबर 2022 को अबू धाबी ,संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित  अबू धाबी अंतर्राष्ट्रीय पेट्रोलियम प्रदर्शनी और सम्मेलन (एडीआईपीईसी-2022) के उद्घाटन समारोह में भाग लिया।

एडीएनओसी (अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी) द्वारा आयोजित, एडीआईपीईसी,ऊर्जा उद्योग का विश्‍व में सबसे बडा आयोजन है और इसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था, ऊर्जा आपूर्ति के साथ-साथ अगली पीढ़ी सहित एक विकसित वैश्विक ऊर्जा प्रणाली को प्रभावित करने वाले नवीनतम रुझानों पर अंतर्दृष्टि प्रदान करना है। ऊर्जा समाधान।

श्री सिंह, जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की एक दिवसीय यात्रा पर थे, ने संयुक्त अरब अमीरात के अपने समकक्षों सुहैल मोहम्मद फराज अल मजरूई, ऊर्जा और बुनियादी ढांचा मंत्री  और उद्योग और उन्नत प्रौद्योगिकी मंत्री, एडीएनओसी के एमडी और ग्रुप सीईओ डॉ. सुल्तान अहमद अल जाबेर के साथ भारत-यूएई सामरिक साझेदारी के समग्र ढांचे के भीतर ऊर्जा सहयोग को मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय चर्चा की।

मंत्री ने भारतीय पेट्रोलियम उद्योग संघ (एफआईपीआई) और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा संयुक्त रूप से स्थापित भारत मंडप का भी उद्घाटन किया।

भारत -संयुक्त अरब अमीरात व्यापार सम्बन्ध

  • यूएई भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार है जिसके साथ भारत का माल और सेवाओं में मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता है।
  • संयुक्त अरब अमीरात, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद संयुक्त अरब अमीरात भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा निर्यात बाजार है।
  • संयुक्त अरब अमीरात, चीन के बाद भारत के लिए आयात का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है। अमेरिका आयात का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत है।
  • भारत, गैर-तेल निर्यात के लिए संयुक्त अरब अमीरात के नंबर एक व्यापारिक भागीदार के रूप में है, जो वैश्विक स्तर पर संयुक्त अरब अमीरात के कुल गैर-तेल निर्यात का लगभग 14 प्रतिशत है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई)

  • यह अबू धाबी, दुबई, शारजाह, रास खैमाह, अजमैन, फुजैराह, उम्म-अल-क्वैन के सात अमीरातों का एक संघ है। यह एक अरब देश है।
  • अबू धाबी अमीरात में सबसे बड़ा है और संयुक्त अरब अमीरात के तेल कारोबार का केंद्र है।
  • यह अरब प्रायद्वीप में पश्चिम एशिया/दुनिया के मध्य पूर्व क्षेत्र में स्थित है।
  • संयुक्त अरब अमीरात अपने वर्तमान स्वरूप में 1971 में अस्तित्व में आया।

संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी :अबू धाबी

मुद्रा: अमीरात दिरहम

संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति: शेख खलीफा बिन जायद बिन सुल्तान अल नाहयान। वह अबू धाबी के राजा भी हैं।

By admin: Oct. 31, 2022

2. आयकर विभाग ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर हरित आयकर पहल की शुरुआत की

Tags: National Economy/Finance

income tax department

आयकर विभाग ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर हरित( एचएआरआईटी) आयकर की शुरूआत की है। इसका उद्देश्‍य हरियाली का भू-भाग बढाना और छोटे-छोटे वनों का विस्‍तार करना है। स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री और उप प्रधान मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 31 अक्टूबर को भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

एचएआरआईटी( हरियाली अचिवमेंट रेजोलुशन बाई इंक्‍मटैक्‍स)  के अन्‍तर्गत आयकर विभाग द्वारा वृक्षारोपण और छोटे-छोटे वनों का सृजन कर हरे-भरे क्षेत्रों का विस्‍तार करना है। इसमें आयकर विभाग के भवनों और अन्‍य सार्वजनिक क्षेत्रों के आसपास छोटे वनों को बढावा देना है।

भारत में आयकर

आयकर एक प्रत्यक्ष कर है जो किसी व्यक्ति या कॉर्पोरेट की आय पर लगाया जाता है।

यह पहली बार भारत में 24 जुलाई 1860 को लगाया गया था। भारत में पहला आयकर 1860 में सर जेम्स विल्सन द्वारा लगाया गया था। 

आयकर दिवस हर साल 24 जुलाई को मनाया जाता है।

आयकर अधिनियम 1922 ने देश में प्रत्यक्ष कर प्रशासन के लिए एक उचित ढांचा तैयार किया था । स्वतंत्रता के बाद आयकर अधिनियम 1961 को समेकित किया गया और इसने  1922 अधिनियम को प्रतिस्थापित किया।

कानून की प्रयोज्यता

यह  कानून पूरे भारत में लागू है। सिक्किम को 1989 में आयकर अधिनियम 1961 के तहत लाया गया था और जम्मू और कश्मीर  और लदाख को 2019 में अधिनियम के तहत लाया गया था।

भारत में आयकर कौन लगा सकता है?

आयकर अधिनियम द्वारा निर्दिष्ट किसी व्यक्ति या कंपनी की आय पर आयकर भारत सरकार  लगा सकता है।

हालांकि कृषि आय पर आयकर संबंधितकर राज्य सरकार द्वारा लगाया जाता है।



 

By admin: Oct. 31, 2022

3. लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति चुने गए

Tags: Person in news International News

वर्कर पार्टी के वामपंथी नेता लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने  रन ऑफ इलेक्शन में मौजूदा राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो को एक मामूली अंतर से हराकर ब्राजील के राष्ट्रपति के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल जीता।

ब्राजील के सुप्रीम इलेक्टोरल कोर्ट ने 30अक्टूबर 2022 को चुनाव परिणाम घोषित  करते हुए लूला को अगला राष्ट्रपति घोषित किया है।

इस चुनाव में  लूला को 50.9% वोट मिले हैं, जबकि बोल्सोनारो को 49.1% वोट मिले । लूला को 60 मिलियन से अधिक वोट मिले, जो ब्राजील के इतिहास में किसी भी राष्ट्रपति उम्मीदवार को मिलने वाला  सबसे अधिक वोट है।

77 वर्षीय लूला 1 जनवरी 2023 को एक और 4 साल के कार्यकाल के लिए अपने पद की शपथ लेंगे।

रन ऑफ इलेक्शन

ब्राजील के संविधान के तहत एक उम्मीदवार को मतदान के आधे से अधिक वोट हासिल करने होते हैं और यदि कोई भी उम्मीदवार आवश्यक वोट हासिल नहीं करता है तो मतदान का एक और दौर होता है जिसे रन ऑफ इलेक्शन कहा जाता है।

रन ऑफ इलेक्शन में सबसे अधिक वोट हासिल करने वाले शीर्ष दो उम्मीदवार इस पद के लिए फिर से चुनाव लड़ते  हैं।

2 अक्टूबर 2022 को हुए पहले दौर के मतदान में न तो लूला और न ही बोल्सोनारो को आवश्यक वोट मिले। इसलिए रन ऑफ इलेक्शन 30 अक्टूबर 2022 को आयोजित किया गया था।

लुइज़ इनासिओ लूला दा सिल्वा

2002 का चुनाव जीतने के बाद लूला पहली बार ब्राजील के राष्ट्रपति बने और 2006 के चुनाव में उन्हें फिर से चुना गया। हालांकि उन्हें 2017 में भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और उन्हें साढ़े 9 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। बाद में फेडरल सुप्रीम कोर्ट द्वारा उनकी सजा को पलटने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया था ।

लैटिन अमेरिका में गुलाबी ज्वार(Pink Tide)

लूला का चुनाव लैटिन अमेरिकी राजनीति में गुलाबी ज्वार की निरंतरता का प्रतीक है जहां वामपंथी नेता सत्ता में वापस आ रहे हैं। धुर दक्षिणपंथी राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो पर उनकी जीत ने ब्राजील को कोलंबिया, मैक्सिको, अर्जेंटीना, चिली और पेरू के साथ इस महाद्वीप मेंबढ़ते हुए वामपंथी प्रभुत्व में शामिल कर दिया है ।

ब्राज़िल

यह रूस, कनाडा, चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का पांचवा सबसे बड़ा देश है।

यह दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के लगभग आधे हिस्से को कवर करता है।

अमेज़ॅन वर्षावन ,जिसे पृथ्वी का फेफड़ा माना जाता है का 60%  ब्राजील में स्थित है।

राजधानी: ब्रासीलिया

मुद्रा: ब्राज़ीलियाई रियल

राष्ट्रपति: जायर बोल्सोनारो

By admin: Oct. 30, 2022

4. यूजीसी ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों से 11 दिसंबर को 'भारतीय भाषा दिवस' के रूप में मनाने को कहा

Tags: National

Bharatiya Bhasha Divas

उच्च शिक्षा क्षेत्र के नियामक विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने भारत के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को हर साल 11 दिसंबर को "भाषा सद्भाव" बनाने और भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए अनुकूल वातावरण विकसित करने के लिए भारतीय भाषा दिवस  के रूप में मनाने के लिए कहा है।

यूजीसी का यह आदेश कवि सुब्रमण्यम भारती की जयंती पर 11 दिसंबर को भारतीय भाषा दिवस या भारतीय भाषा उत्सव के रूप में मनाने के लिए ,भारतीय भाषा को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति के अनुशंसा के बाद आया है।

यूजीसी ने कहा कि अपनी मातृभाषा में महारत हासिल करने के अलावा अधिक से अधिक भारतीय भाषाओं को सीखने के लिए अनुकूल माहौल विकसित करने के लिए 'भाषा सद्भाव' बनाने की जरूरत है। भारतीय भाषाओं में समानताएं भारतीयों के प्राथमिक एकीकरण कारकों में से एक रही हैं, "

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग

  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की स्थापना, 1948 में डॉ. एस राधाकृष्णन की अध्यक्षता में स्थापित विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग की सिफारिश पर  की गई थी।
  • विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का औपचारिक उद्घाटन 28 दिसंबर 1953 को तत्कालीन शिक्षा, प्राकृतिक संसाधन और वैज्ञानिक अनुसंधान मंत्री स्वर्गीय श्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद द्वारा किया गया था।
  • हालाँकि, यूजीसी को औपचारिक रूप से नवंबर 1956 में संसद के एक अधिनियम के माध्यम से भारत सरकार के एक वैधानिक निकाय के रूप में स्थापित किया गया था।
  • यह उच्च शिक्षा विभाग, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है।


इसके मुख्य कार्य

इसका  मुख्यतःदो कार्य हैं;

  • यह भारत में विश्वविद्यालय शिक्षा के मानकों के समन्वय, निर्धारण और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है।
  • यह केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा के संस्थानों को निधि प्रदान करता है

मुख्यालय और क्षेत्रीय केंद्र

यूजीसी का मुख्यालय नई दिल्ली में है

यूजीसी के छह क्षेत्रीय केंद्र पुणे, हैदराबाद, कोलकाता, भोपाल, गुवाहाटी और बैंगलोर में हैं।

अध्यक्ष: प्रोफेसर एम जगदीश कुमार

By admin: Oct. 30, 2022

5. रूस ने यूक्रेन के साथ संयुक्त राष्ट्र समर्थित काला सागर अनाज सौदा स्थगित किया

Tags: Russia-Ukraine International Relations

Russia suspends

रूस ने 29 अक्टूबर 2022 को घोषणा की कि वह संयुक्त राष्ट्र और तुर्की के द्वारा मध्यस्त काला सागर अनाज सौदे को निलंबित कर रहा है । रूस के इस कदम की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यह कहते हुए निंदा की है कि इससे दुनिया में भुखमरी बढ़ेगी।

22 जुलाई 2022 को हस्ताक्षरित सौदे के तहत 90 लाख टन से अधिक मक्का, गेहूं, सूरजमुखी उत्पाद, जौ, रेपसीड और सोया का निर्यात किया जा चुका है।

रूस ने समझौते  से हाथ क्यों  खींचा

रूसी रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यूक्रेन ने 29 अक्टूबर 2022 की शुरुआत में 16 ड्रोन के साथ रूसी-कब्ज़े वाली क्रीमियन प्रायद्वीप पर सेवस्तोपोल के पास रूसी काला सागर बेड़े पर हमला किया, और रूसियों ने आरोप लगाया की  ब्रिटिश नौसेना के "विशेषज्ञों" नेयूक्रेन के "आतंकवादी" हमले के समन्वय में मदद की थी।

रूस ने साथ ही ब्रिटिश नौसेना कर्मियों पर पिछले महीने नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइनों को उड़ाने का भी आरोप लगाया।

रूस ने कहा की वह अब समझौते के तहत नागरिक जहाज की सुरक्षा की गारंटी देने में सक्षम नहीं है।

काला सागर अनाज सौदा

  • राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी 2022 को यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का आदेश दिया था । उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य यूक्रेन का  विसैन्यीकरण और उसे नाजियों से विमुक्त करना था।
  • रूसी नौसेना के बेड़े ने यूक्रेन के काला सागर बंदरगाह को अवरुद्ध कर दिया जो यूक्रेन के लिए एक प्रमुख अनाज शिपमेंट बंदरगाह था।
  • नाकाबंदी ने दुनिया में अनाज के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक, यूक्रेन से अनाज के शिपमेंट को रोक दिया, जहां से प्रति माह 5 मिलियन टन अनाज विश्व को भेजा जाता था।
  • इससे दुनिया भर में खाद्य कीमतों में तेज वृद्धि हुई, जिससे अफ्रीका के कुछ हिस्सों में अकाल का डर पैदा हो गया।
  • यूक्रेन, रूस, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र ने 22 जुलाई 2022 को इस्तांबुल, तुर्की में यूक्रेन के काला सागर अनाज निर्यात को फिर से शुरू करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए ।
  • जब समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, तो यूएन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कहा कि यूक्रेनी शिपमेंट के रुकने के कारण लगभग 47 मिलियन लोग भुखमरी के शिकार हों गए
  • थे।
  • 19 नवंबर 2022 को समाप्त होने वाले समझौते ने यूक्रेनी अनाज जहाजों के लिए एक सुरक्षित गलियारा स्थापित किया और रूस ने नागरिक जहाज की सुरक्षा की गारंटी दी थी।

By admin: Oct. 30, 2022

6. हैलोवीन भगदड़ में 151 लोगों की मौत के बाद दक्षिण कोरिया ने राष्ट्रीय शोक की घोषणा की

Tags: International News

South Korea

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक-योल ने 30 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रीय शोक की अवधि घोषित की। राष्ट्रपति ने दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल के नाइटलाइफ़ क्षेत्र में हैलोवीन पार्टी के दौरान मची भगदड़ में 151 लोगों की मौत हो गई थी। सियोल के इटावन जिले में एक नाइट क्लब के पास एक गली में भगदड़ मच गई, जो लोगों से खचाखच भरा हुआ था।


दक्षिण कोरिया की सबसे भीषण आपदाओं में से एक और दशकों में दुनिया की सबसे भीषण भगदड़ में कम से कम 151 लोग मारे गए हैं, जिनमें चीन, ईरान, उज्बेकिस्तान और नॉर्वे के नागरिक भी शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों को मरने वालों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

तीन वर्षों में सियोल में यह पहला हैलोवीन कार्यक्रम था जो वस्तुतः कोविड प्रतिबंधों और सामाजिक दूरी से मुक्त था।

हैलोवीन त्योहार

हैलोवीन सेल्टिक त्योहार समहेन पर आधारित है, जो प्राचीन ब्रिटेन और आयरलैंड का एक उत्सव है और यह गर्मियों के अंत और 1 नवंबर को नए साल की शुरुआत को चिह्नित करता है।  लेकिन हैलोवीन हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि समाहिन के दौरान उन लोगों की आत्माएं जो उस वर्ष मर गई थीं, और  दूसरी दुनिया में चली गईं थीं  वापस अपने घरों का दौरा करती थीं।

लोग इन भटकती आत्माओं से खुद को छिपाने के लिए वेशभूषा धारण करते हैं। एक और परंपरा कद्दू पर राक्षसी चेहरों की नक्काशी कीहै।

कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया)

यह पूर्वी एशिया में कोरियाई प्रायद्वीप में स्थित है।

1953 में कोरियाई युद्ध के बाद कोरियाई प्रायद्वीप को कम्युनिस्ट डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (उत्तर कोरिया) और कोरिया गणराज्य (दक्षिण कोरिया) में विभाजित किया गया था।

राजधानी: सियोल

मुद्रा: दक्षिण कोरियाई वोन

By admin: Oct. 28, 2022

7. दुनिया भर में 20 साल बाद बढ़ी टीबी के मरीजों की संख्या: डब्लूएचओ

Tags: Science and Technology International News

TB patients increases worldwide

27 अक्टूबर 2022 को जारी विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) की रिपोर्ट "ग्लोबल ट्यूबरकुलोसिस रिपोर्ट 2022" के अनुसार, दुनिया भर में तपेदिक (टीबी) के रोगियों की घटनाओं ने कोविड महामारी के कारण 20 साल की गिरावट की प्रवृत्ति को उलटते हुए एक बढ़ती हुई प्रवृत्ति दिखाई है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार 2021 में टीबी से कुल 16 लाख लोगों की मौत हुई जो 2019 की तुलना में 14% अधिक है। 2019 में 14 लाख लोगों की मौत टीबी से हुई जबकि 2020 में यह 15 लाख थी।

डब्ल्यूएचओ का कहना है कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जारी जंग, वैश्विक ऊर्जा संकट और खाद्य संकट के चलते आने वाले समय में टीबी की स्थिति और खराब हो सकती है। रिपोर्ट में कहा गया है, "पहली प्राथमिकता टीबी से संबंधित सेवाओं तक मरीजों की पहुंच को बहाल करना होना चाहिए ताकि टीबी के मामलों का पता लगाने और उपचार को 2019 के स्तर पर वापस लाया जा सके।"

डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट की मुख्य विशेषताएं

टीबी मृत्यु का 13वां प्रमुख कारण है और कोविड-19 के बाद दूसरा प्रमुख संक्रामक मृत्यु  का कारक है ।

2021 में लगभग एक करोड़ लोग टीबी से बीमार हुए, जो कि 2020 के मुकाबले 4.5 प्रतिशत ज्यादा है

2000 और 2020 के बीच टीबी निदान और उपचार के माध्यम से अनुमानित 66 मिलियन लोगों की जान बचाई गई।

विश्व स्तर पर, टीबी की घटना प्रति वर्ष लगभग 2% गिर रही है और 2015 और 2020 के बीच संचयी कमी 11% थी।

2030 तक टीबी महामारी को समाप्त करना संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के स्वास्थ्य लक्ष्यों में से एक है।

बीते साल जिन इलाकों में सबसे ज्यादा लोगों को यह रोग हुआ, उनमें दक्षिण पूर्व एशिया सबसे ऊपर है। दुनिया के कुल मरीजों में से 45 प्रतिशत इसी इलाके से आए। अफ्रीका में 23 फीसदी और पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में 18 प्रतिशत लोग टीबी का शिकार हुए।

भारत सबसे ऊपर

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, 2020 में, टीबी के 87 प्रतिशत नए मामले 30 उच्च टीबी बोझ वाले देशों में हुए। आठ देशों ने वैश्विक कुल के दो तिहाई से अधिक के लिए जिम्मेदार है।

भारत से सबसे अधिक नए मामले सामने आए और उसके बाद इंडोनेशिया, चीन, फिलीपींस, पाकिस्तान, नाइजीरिया, बांग्लादेश और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य का स्थान रहा।

टीबी से संबंधित मौतें

दुनिया में जिन चार देशों में टीबी से सर्वाधिक मौतें हुईं, उनमें भारत पहले नंबर पर है

उसके बाद इंडोनेशिया, म्यांमार और फिलीपींस का नंबर है।

रिपोर्ट के अनुसार  यह संभव है कि किसी एक कारण से होने वाली मौतों में टीबी एक बार फिर दुनिया में पहले नंबर पर आ जाए

टीबी क्या है?

तपेदिक (टीबी) बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) के कारण होता है जो अक्सर फेफड़ों को प्रभावित करता है। क्षय रोग इलाज योग्य और रोकथाम योग्य है।

टीबी हवा के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलती है। जब फेफड़े की टीबी से पीड़ित लोग खांसते, छींकते या थूकते हैं, तो वे टीबी के कीटाणुओं को हवा में फैला देते हैं। एक व्यक्ति को संक्रमित होने के लिए इनमें से कुछ ही कीटाणुओं को अंदर लेना पड़ता है।

भारत और टीबी

सरकार ने 2025 तक भारत से टीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है।

हर साल 24 मार्च को विश्व में विश्व क्षय रोग दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ)

  • विश्व स्वास्थ्य संगठन, संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है जिसकी स्थापना 7 अप्रैल 1948 को हुई थी।
  • सदस्य: 194 देश
  • डब्ल्यूएचओ का मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड;
  • डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक: इथियोपिया के टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस

फुल फॉर्म 

डब्ल्यूएचओ/WHO: वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन (World Health Organisation )



By admin: Oct. 28, 2022

8. एलोन मस्क ने आखिरकार माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर का अधिग्रहण कर लिया

Tags: Economy/Finance International News

micro blogging site Twitter

दक्षिण अफ्रीका में जन्मे अमेरिकी अरबपति एलोन मस्क ने 28 अक्टूबर 2022 को माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर का 44 अरब डॉलर में अधिग्रहण पूरा किया।

समझौते के हिस्से के रूप में, दुनिया का सबसे अमीर आदमी आम शेयरधारकों को प्रति शेयर $54.20 का भुगतान करेगा और इसके परिणामस्वरूप सोशल मीडिया दिग्गज को एक निजी इकाई के रूप में संचालित करेगा।

टेस्ला के अरबपति और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलोन मस्क अब ट्विटर के नए मालिक हैं और उन्होंने सोशल मीडिया कंपनी के चार शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया है, जिनमें भारतीय मूल के सीईओ पराग अग्रवाल और कानूनी कार्यकारी विजया गड्डे  भी शामिल हैं।

51 वर्षीय एलोन मस्क ने ट्विटर के सेवा सामग्री मॉडरेशन नियमों को ढीला करने ,इसके एल्गोरिदम को और अधिक पारदर्शी बनाने,सदस्यता व्यवसायों का पोषण करने और साथ ही कर्मचारियों की छंटनी का भी वादा किया है।

सौदे की पृष्ठभूमि

14 अप्रैल 2022 को ट्विटर ने एक प्रतिभूति फाइलिंग में खुलासा किया था  कि मस्क ने कंपनी को लगभग $44 बिलियन में एकमुश्त खरीदने की पेशकश की है।

8 जुलाई को, मस्क ने  कहा  कि कंपनी द्वारा नकली खातों की संख्या के बारे में पर्याप्त जानकारी प्रदान करने में विफल रहने के बाद वह ट्विटर खरीदने के अपने प्रस्ताव को छोड़ देंगे।

12 जुलाई को ट्विटर ने मस्क पर केस कर दिया और अदालत से  उन्हें सौदा पूरा करने के लिए दरखास्त किया ।

डेलावेयर, संयुक्त राज्य अमेरिका की एक अदालत ने मस्क को 28 अक्टूबर 2022 तक सौदा पूरा करने का आदेश दिया।

ट्विटर कंपनी

माइक्रोब्लॉगिंग साइट की स्थापना 2006 में कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में जैक डोर्सी, इवांस विलियम्स, बिज़ स्टोन और नूह ग्लास द्वारा की गई थी।

सोशल साइट एक ऑनलाइन माइक्रोब्लॉगिंग सेवा प्रदान करती है जो 280 से अधिक वर्णों के छोटे संदेशों को वितरित करती है - जिन्हें ट्वीट कहा जाता है।

ट्विटर का मुख्यालय: सैन फ्रांसिस्को, कैलिफ़ोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका

By admin: Oct. 28, 2022

9. भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति के अंगरक्षक को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर भेंट किया

Tags: National News

President of India presents Silver Trumpet

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति के अंगरक्षकों (पीबीजी) को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर प्रदान किया।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह आयोजन इसलिए विशेष है कि राष्ट्रपति के अंगरक्षक अपनी स्थापना के 250 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं।

  • इसे देश भर में मनाए जा रहे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के साथ-साथ मनाया जा रहा है।

राष्ट्रपति के अंगरक्षक के बारे में

  • राष्ट्रपति के अंगरक्षक भारतीय सेना का सबसे पुराना रेजिमेंट है।

  • इसे 1773 में गवर्नर-जनरल के अंगरक्षक (बाद में वायसराय के अंगरक्षक) के रूप में स्‍थापित किया गया था। 

  • भारत के राष्‍ट्रपति के निजी गार्ड के तौर पर यह भारतीय सेना की एकमात्र ऐसी सैन्य यूनिट है जिसे राष्ट्रपति के सिल्‍वर ट्रम्‍पेट और ट्रम्‍पेट बैनर ले जाने का विशेषाधिकार प्राप्त है।

  • वर्ष 1923 में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड रीडिंग द्वारा अंगरक्षकों की 150 वर्ष की सेवा पूरी होने के अवसर पर राष्ट्रपति के अंगरक्षकों को यह सम्मान प्रदान किया गया था।

  • उसके बाद सभी वायसराय ने अंगरक्षकों को सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर प्रदान किया।

  • 27 जनवरी, 1950 को इस रेजिमेंट का नाम बदलकर राष्ट्रपति के अंगरक्षक कर दिया गया।

  • प्रत्येक राष्ट्रपति ने इस रेजिमेंट को सम्मानित करने की प्रथा को जारी रखा। 

  • इसमें हथियारों के एक राज्य-चिह्न, (औपनिवेशिक युग में प्रथा) के बजाय राष्ट्रपति का मोनोग्राम बैनर पर दिखाई देता है। 

  • भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 14 मई, 1957 को राष्ट्रपति के अंगरक्षकों को अपना सिल्वर ट्रम्पेट और ट्रम्पेट बैनर भेंट किया था।

  • राष्ट्रपति के अंगरक्षकों का गठन बनारस (वाराणसी) में तत्कालीन गवर्नर-जनरल वारेन हेस्टिंग्स द्वारा किया गया था। 

  • इसकी शुरुआती ताकत 50 घुड़सवार सैनिकों की थी, बाद में अन्य 50 घुड़सवारों को भी उसमें शामिल किया गया।

  • राष्ट्रपति के अंगरक्षकों में खास शारीरिक विशेषताओं वाले चुने पुरुष सैनिक शामिल होते हैं। 

By admin: Oct. 28, 2022

10. टाटा, एयरबस गुजरात में IAF के लिए C-295 परिवहन विमान बनाएंगे

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make C-295 transport aircraft

सरकार ने 27 अक्टूबर को एक बयान में कहा कि टाटा समूह और एयरबस के नेतृत्व में एक संघ गुजरात में सी-295 परिवहन विमान का निर्माण करेगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • परियोजना की कुल लागत ₹21,935 करोड़ है।

  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 30 अक्टूबर को गुजरात के वडोदरा में भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए परिवहन विमान निर्माण परियोजना की आधारशिला रखेंगे।

  • अनुबंध के हिस्से के रूप में, 16 विमान फ्लाईअवे स्थिति में वितरित किए जाएंगे और 40 भारत में निर्मित किए जाएंगे।

  • इसका निर्माण भारतीय विमान ठेकेदार, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के टाटा कंसोर्टियम और टीएएसएल के नेतृत्व में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) द्वारा किया जाएगा।

  • यह अपनी तरह की पहली परियोजना है जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में एक सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा।

  • विमान का इस्तेमाल नागरिक उद्देश्यों के लिए भी किया जा सकता है।

  • पहले 16 फ्लाई-अवे विमान सितंबर 2023 और अगस्त 2025 के बीच प्राप्त होंगे।

  • पहला मेड इन इंडिया विमान सितंबर 2026 तक प्राप्त होने की संभावना है।

विमान क्षमता

  • C-295MW समसामयिक तकनीक के साथ 5-10 टन क्षमता का परिवहन विमान है।

  • यह भारतीय वायुसेना के पुराने हो रहे एवरो विमान की जगह लेगा।

  • इसमें त्वरित प्रतिक्रिया और सैनिकों और कार्गो के पैरा ड्रॉपिंग के लिए एक रियर रैंप दरवाजा है।

  • अर्ध-तैयार सतहों से कम टेक-ऑफ/लैंड इसकी एक और विशेषता है।

  • यह IAF की रसद क्षमताओं को मजबूत करेगा।



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