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By admin: Aug. 29, 2022

1. रक्षा मंत्री ने घरेलू रक्षा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 'स्वदेशीकरण सूची' को मंजूरी दी

Tags: Defence


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 28 अगस्त को 780 घटकों और उप-प्रणालियों की एक नई सूची को मंजूरी दी है, जो लगभग छह साल की समय-सीमा के तहत उनके आयात पर प्रतिबंध के बाद घरेलू उद्योग से ही खरीदी जाएगी।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • यह कदम रक्षा निर्माण में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा आयात को कम करने के लिए उठाया गया है।

  • रक्षा मंत्रालय ने दिसंबर 2023 से दिसंबर 2028 तक की अवधि में वस्तुओं के आयात प्रतिबंध के लिए विशिष्ट समय सीमा निर्धारित की है।

  • यह सूची दिसंबर 2021 और मार्च 2022 में लाई गई दो समान सकारात्मक सूचियों के क्रम में है।

  • इन मदों का स्वदेशीकरण 'मेक' श्रेणी के तहत विभिन्न मार्गों से किया जाएगा।

  • 'मेक' श्रेणी का उद्देश्य रक्षा निर्माण में भारतीय उद्योग की अधिक भागीदारी को शामिल करके आत्मनिर्भरता प्राप्त करना है।

  • उद्योग द्वारा उपकरण, प्रणालियों, प्रमुख प्लेटफार्मों या उनके उन्नयन के डिजाइन और विकास से संबंधित परियोजनाओं को इस श्रेणी के तहत लिया जा सकता है।

  • इन वस्तुओं के स्वदेशी विकास से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और डीपीएसयू की आयात निर्भरता कम होगी।

  • डीपीएसयू जल्द ही एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) और रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल (आरएफपी) जारी करेंगे।

अतिरिक्त जानकारी -

सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची क्या है ?

  • सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची का अर्थ है कि सशस्त्र बल केवल घरेलू निर्माताओं से सूचीबद्ध वस्तुओं की खरीद करेंगे।

  • निर्माता निजी क्षेत्र के प्लेयर या रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (डीपीएसयू) हो सकते हैं।

रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण के लिए सरकार की पहल :

  • रक्षा क्षेत्र में स्वचालित मार्ग के तहत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा 49% से बढ़ाकर 74% कर दी गई है।

  • अक्टूबर 2021 में सरकार ने चार दशक पुराने आयुध निर्माणी बोर्ड (ओएफबी) को भंग कर दिया और युद्ध सामग्री से लेकर भारी हथियारों और वाहनों तक के रक्षा हार्डवेयर के निर्माण के लिए सात नई सरकारी कंपनियों के 41 कारखानों को आपस में मिला दिया।

  • भारत ने प्रमुख "मेक इन इंडिया" कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए दो रक्षा औद्योगिक गलियारों का उद्घाटन किया है, एक तमिलनाडु में और दूसरा उत्तर प्रदेश में।

  • एक अनुमान के मुताबिक, भारतीय सशस्त्र बलों को अगले पांच वर्षों में पूंजीगत खरीद में लगभग 130 अरब अमरीकी डालर खर्च करने का अनुमान है।

By admin: Aug. 27, 2022

2. अर्जेंटीना ने दिखाई मेड इन इंडिया 'तेजस' लड़ाकू विमान में दिलचस्पी

Tags: Defence International News


मेक इन इंडिया के तहत भारत में निर्मित तेजस लड़ाकू विमान खरीदने के लिए अर्जेंटीना ने रुचि दिखाई है।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तेजस लड़ाकू विमान में अर्जेंटीना की रुचि को स्वीकार किया और द्विपक्षीय संबंधों के रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने के प्रस्ताव के महत्व पर प्रकाश डाला।

  • विदेश मंत्री एस जयशंकर और अर्जेंटीना के विदेश मंत्री सैंटियागो कैफिएरो ने संयुक्त रूप से ब्यूनस आयर्स में संयुक्त आयोग की बैठक की अध्यक्षता की।

  • बैठक के दौरान, दोनों पक्षों ने रक्षा, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, फार्मा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, योग, जलवायु परिवर्तन और आर्थिक सहयोग में द्विपक्षीय संबंधों के महत्व को रेखांकित किया।

  • ऑस्ट्रेलिया, मिस्र, संयुक्त राज्य अमेरिका, इंडोनेशिया और फिलीपींस भी तेजस जेट में रुचि रखते हैं।

तेजस लड़ाकू विमान :

  • यह एक 'स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान' है।

  • इसे 'एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए)' और 'हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड' (एचएएल) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।

  • यह सबसे छोटा-हल्का सिंगल इंजन वाला 'मल्टीरोल टैक्टिकल फाइटर एयरक्राफ्ट' है।

  • इसे रूस के MIG-21 लड़ाकू विमानों पर भारत की निर्भरता को कम करने तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने की ओर बढ़ने के उद्देश्य से तैयार किया गया है।

  • यह हवा-से-हवा, हवा से सतह, हथियारों की एक रेंज को ले जाने के लिये डिज़ाइन किया गया है।

  • यह यात्रा के दौरान आकाश में ईंधन भरने में सक्षम है तथा अधिकतम पेलोड क्षमता 4000 किलो है।

  • यह अधिकतम 1.8 मैक की गति प्राप्त कर सकता है तथा इसकी रेंज 3,000 किमी है।

अतिरिक्त जानकारी -

तेजस के प्रकार :

  1. तेजस ट्रेनर

  2. LCA नेवी

  3. LCA तेजस नेवी MK2

  4. LCA तेजस Mk-1A

अर्जेंटीना :

  • राष्ट्रपति - अल्बर्टो फर्नांडीज

  • राजधानी - ब्यूनस आयर्स

  • मुद्रा - अर्जेंटीना पेसो

  • राजभाषा -स्पेनिश

  • स्थिति - दक्षिण अमेरिका महाद्वीप

By admin: Aug. 24, 2022

3. मिसाइल फायरिंग मामले में वायुसेना ने 3 अधिकारियों को किया बर्खास्त

Tags: Defence


भारतीय वायु सेना (IAF) कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (कर्नल) ने पाकिस्तान में ब्रह्मोस मिसाइल की आकस्मिक फायरिंग के मामले में भारतीय वायु सेना के तीन अधिकारियों की सेवा समाप्त कर दी है।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • वायुसेना की जांच रिपोर्ट में तीनों अधिकारियों को एसओपी (SOP) का पालन ना करने का दोषी पाया गया है।

  • ब्रह्मोस मिसाइल को 9 मार्च 2022 को गलत तरीके से दागी गई थी।

घटना क्या थी ?

  • गौरतलब है कि इसी साल 9 मार्च को भारत की एक 'अनआर्म्ड' सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल निरीक्षण के दौरान अनजाने में पाकिस्तान के मिया चन्नू इलाके में गिर गई थी।

  • इस घटना में किसी की जान तो नहीं गई थी लेकिन जिस कोल्ड-स्टोरज पर यह जाकर गिरी थी वो पूरी तरह से नष्ट हो गया था।

  • पाकिस्तान ने इस घटना को लेकर कड़ा ऐतराज जताया था और एक साझा-जांच की मांग की थी।

  • भारत सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे, साथ ही मिसाइलों के रखरखाव से जुड़े एसओपी की भी समीक्षा के आदेश दिए थे।

ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में : 

  • ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है।

  • इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है।

  • इसे रूस की एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया तथा भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।

  • ब्रह्मोस नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है।

अतिरिक्त जानकारी -

ब्रह्मोस की विशेषताएँ :

  • यह हवा में ही मार्ग बदल सकती है और चलते फिरते लक्ष्य को भी भेद सकती है।

  • यह 10 मीटर की ऊँचाई पर उड़ान भर सकती है और रडार की पकड में नहीं आती।

By admin: Aug. 22, 2022

4. अमेरिका, दक्षिण कोरिया ने 2018 के बाद से सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास शुरू किया

Tags: Defence International News


दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने क्षेत्र प्रशिक्षण की बहाली के साथ 22 अगस्त को वर्ष 2018 के बाद अपना सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास 'उलची फ्रीडम शील्ड' शुरू किया।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • उल्ची फ्रीडम शील्ड के नाम से जाने जाने वाले इस अभ्यास में हजारों सैन्य कर्मियों के शामिल होने की उम्मीद है।

  • यह 22 अगस्त से दो सप्ताह तक चलेगा।

  • अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने कहा है कि वे स्वभाव से रक्षात्मक हैं और उत्तर कोरिया के आक्रमण के जवाब में सुरक्षा बलों के समन्वय के लिए अभ्यास करेंगे।

  • इस अभ्यास में युद्धपोत, विमान और बख्तरबंद वाहन शामिल होने की संभावना है।

  • अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने इस महीने की शुरुआत में हवाई में एक संयुक्त मिसाइल रक्षा अभ्यास किया था।

  • अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने चेतावनी दी है कि उत्तर कोरिया 2017 के बाद से अपने पहले परमाणु परीक्षण की तयारी में है।

  • उत्तर कोरिया एशिया में अमेरिकी सहयोगियों पर हमला के लिए छोटे हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है और उन हथियारों की शक्ति को बढ़ा सकता है जिन्हें अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों द्वारा अमेरिका तक ले जाया जाएगा।

  • दक्षिण कोरिया में अभी भी अमेरिका के लगभग 28,500 सैनिक हैं और दोनों पक्षों के सैन्य नेताओं ने कहा है कि प्योंगयांग द्वारा किसी भी उकसावे की तैयारी के लिए अभ्यास आवश्यक है।

  • उलची फ्रीडम शील्ड अभ्यास दक्षिण कोरिया की युद्ध क्षमता में सुधार करेगा।

दक्षिण कोरिया :

  • यह पूर्वी एशिया में है। यह कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी भाग पर स्थित है।

  • 2017 में दक्षिण कोरिया में वैश्विक स्तर पर सबसे तेज इंटरनेट कनेक्टिविटी थी।

  • राष्ट्रपति - यूं सुक-योलो

  • प्रधान मंत्री - किम बू-क्यूम

  • राजधानी - सियोल

  • राजभाषा - कोरियाई

By admin: Aug. 20, 2022

5. आईएनएसवी तारिणी पर मॉरीशस के लिए समुद्री नौकायन अभियान

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कॉमोडोर संजय पांडा कमांडिंग ऑफीसर, आईएनएस मांडोवी ने 20 अगस्त को गोवा से पोर्ट लुई, मॉरिशस के लिए एक नौकायान अभियान को झंडी दिखाकर रवाना की।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • इस अभियान में छह सदस्यों का एक दल शामिल है, जिसमें तीन महिला अधिकारी हैं। ये सभी आईएनएसवी तारिणी पर सवार हैं।

  • इस अभियान में लगभग 2500 नॉटिकल माइल्स (लगभग 45,000 किलोमीटर) की एक तरफ की दूरी तय करने में 20-21 दिन लगेंगे।

  • इस दौरान दल को कठिनाईयों से भरे मौसम और मानसून में हलचल भरे समुद्री हालात का सामना करना पड़ सकता है।

  • तारिणी ने 2017 में ‘नाविका सागर परिक्रमा’ के तहत दुनिया का चक्कर लगाया था। इसमें भाग लेने वाले दल में सभी महिला अधिकारी थीं। 

  • इस अभियान में लैंगिक संतुलन बनाया गया है तथा तीन पुरुष और तीन महिला अधिकारियों का चयन किया गया है।

  • नौकायन  की कप्तानी भारतीय नौसेना के सबसे अनुभवी नौका चालक कैप्टन वीडी महर्षि कर रहे हैं।

  • अन्य सदस्यों में कमांडर विकास शेयोरन, ले. कमांडर पायल गुप्ता, ले. कमांडर कौशल पेडनेकर, ले. कमांडर डीलिना और ले. कमांडर रूपा शामिल हैं।

भारतीय नौसेना की छह नौकायन नौकाएं :

भारतीय नौसेना के पास समुद्री यात्रा करने वाली छह नौकायें हैं, इनके नाम हैं-

  1. आईएनएसवी महादेई 

  2. आईएनएसवी तारिणी 

  3. आईएनएसवी बुलबुल

  4. आईएनएसवी हरियाल 

  5. आईएनएसवी कदलपुरा  

  6. आईएनएसवी नीलकंठ

  • ये सभी नौकाएं नियमित रूप से नौसेना कर्मियों के छोटे दल के साथ समुद्री अभियान पर निकलती हैं।

  • इन अभियानों में दल के सदस्यों का चयन नौसेना कर्मियों की स्वेच्छा से होता है, जिसके लिए नौकायान का पर्याप्त अनुभव होना चाहिए।

By admin: Aug. 20, 2022

6. अमेठी इकाई एके-203 राइफल बनाने के लिए तैयार

Tags: Defence


अमेठी, उत्तर प्रदेश में भारत-रूस संयुक्त उद्यम द्वारा AK-203 असॉल्ट राइफलों का निर्माण वर्ष 2022 के अंत तक शुरू होने वाला है।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • राइफल्स बनाने वाली रूसी कंपनी कलाश्निकोव के अनुसार, इसके लिए आवश्यक निर्माण उपकरण जल्द ही रूस से भारत भेजे जाएंगे।

  • 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 6.1 लाख से अधिक AK-203 असॉल्ट राइफलें उत्तर प्रदेश के कोरवा, अमेठी में एक संयुक्त उद्यम, इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) द्वारा निर्मित की जाएंगी।

  • आईआरआरपीएल को भारत के तत्कालीन ओएफबी (अब एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड -एडब्ल्यूईआईएल), मुनिशन्स इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) और रूस के रोसोबोरोनएक्सपोर्ट (आरओई) और कलाश्निकोव के बीच संयुक्त रूप से स्थापित किया गया था।

  • एक आधुनिक उत्पादन लाइन स्थापित की गई है और हथियारों की एक छोटी रेंज स्थापित की गई है जहां राइफलों के परीक्षण किए जाएंगे।

  • भारत और रूस ने एके 203 असॉल्ट राइफलों के उत्पादन के लिए फरवरी 2019 में एक अंतर-सरकारी समझौते (IGA) पर हस्ताक्षर किए थे।

एके 203 राइफल्स के बारे में :

  • AK-203 असॉल्ट राइफल को AK-47 राइफल का नवीनतम और सबसे उन्नत संस्करण माना जाता है।

  • यह AK-100 राइफल परिवार से 7.62×39mm वैरिएंट है।

  • यह संस्करण भारतीय लघु शस्त्र प्रणाली (INSAS) 5.56×45 मिमी असॉल्ट राइफल की जगह लेगा, जिसका उपयोग वर्तमान में सेना, नौसेना और वायु सेना के अलावा अन्य सुरक्षा बलों द्वारा किया जा रहा है।

  • INSAS राइफलें अधिक ऊंचाई पर उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इन राइफल्स में गन जैमिंग, ऑयल लीकेज आदि जैसी समस्याएं भी होती हैं।

अन्य भारत-रूस द्विपक्षीय परियोजनाएं :

  • T-90 टैंक और Su-30-MKI aircraft . का स्वदेशी उत्पादन

  • मिग-29-के विमान की आपूर्ति

  • मिग-29-के विमान और कामोव-31 और एमआई-17 हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति

  • मिग-29 विमानों का उन्नयन और मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर स्मर्च की आपूर्ति

By admin: Aug. 19, 2022

7. रूस में वोस्तोक-2022 अभ्यास में भाग लेगी चीन की सेना

Tags: Defence International News


चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी 1 - 5 सितंबर को रूस में रणनीतिक कमान और स्टाफ अभ्यास वोस्तोक-2022 में भाग लेगी।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • भारत, बेलारूस, ताजिकिस्तान, मंगोलिया और अन्य देश भी इस अभ्यास में भाग लेंगे।

  • यह अभ्यास पूर्वी सैन्य जिले के 13 प्रशिक्षण मैदानों में रूस के जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव की कमान में आयोजित किया जाएगा।

  • अभ्यास के दौरान भाग लेने वाले बल पूर्वी क्षेत्र में सैन्य सुरक्षा बनाए रखने के उपायों का अभ्यास करेंगे।

  • यह अभ्यास "सभी देशों के सशस्त्र बलों के बीच मैत्रीपूर्ण सहयोग" में योगदान देगा।

  • यह सभी पक्षों द्वारा रणनीतिक बातचीत के स्तर को आगे बढ़ाएगा और विभिन्न सुरक्षा खतरों का जवाब देने की क्षमता को मजबूत करेगा।

  • पिछले साल, भारत ने रूस में अभ्यास ZAPAD 2021 में भाग लिया, जिसमें चीन और पाकिस्तान सहित 17 देशों ने भाग लिया।

चीन और रूस के साथ भारत का अभ्यास :

  • चीन - हैंग इन हैंड अभ्यास 

  • रूस - इंद्र अभ्यास, TSENTR अभ्यास  

By admin: Aug. 16, 2022

8. भारत ने श्रीलंका को डोर्नियर मैरीटाइम टोही विमान उपहार में दिया

Tags: International Relations Defence

भारत ने 15 अगस्त को श्रीलंका को एक डोर्नियर समुद्री टोही विमान उपहार में दिया जो द्वीप राष्ट्र को अपने जलक्षेत्र में मानव और मादक पदार्थों की तस्करी तथा अन्य संगठित अपराधों जैसी कई चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाएगा। 

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह कटुनायके में श्रीलंका वायु सेना बेस में एक विशेष कार्यक्रम में उपहार में दिया गया।

  • श्रीलंका की नौसेना और वायु सेना के कर्मी जिन्होंने भारत में करीब चार महीने तक प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वे विमान का संचालन करेंगे।

  • इस अवसर पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले भी मौजूद थे।

  • समारोह ऐसे समय में हुआ जब भारत अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और एक दिन बाद चीन का उच्च प्रौद्योगिकी वाला मिसाइल एवं उपग्रह निगरानी पोत श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह पर लंगर डालेगा।

  • श्रीलंका की तात्कालिक सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद के लिए भारतीय नौसेना से श्रीलंका को यह विमान दिया है। 

  • भारतीय नौसेना ने श्रीलंका की नौसेना और वायुसेना के एक दल को समुद्री टोही विमान का गहन प्रशिक्षण भी दिया है।

  • भारत और श्रीलंका के बीच नई दिल्ली में 2018 में हुए रक्षा संवाद के दौरान श्रीलंका ने अपनी समुद्री निगरानी क्षमताएं बढ़ाने के लिए भारत से दो डोर्नियर टोही विमान हासिल करने की संभावनाओं पर बातचीत की थी।

डोर्नियर विमान

  • मार्च 2022 में, भारत और श्रीलंका सरकार ने श्रीलंकाई नौसेना को दो डोर्नियर 228 विमान प्रदान करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

डोर्नियर 228 विमान

  • यह 17 सीटर नॉन-प्रेशराइज्ड एयरक्राफ्ट है जिसमें टर्बोप्रॉप इंजन लगा है।

  • यह दिन और रात के संचालन, लघु टेक-ऑफ और लैंडिंग में सक्षम है, और अर्ध-तैयार रनवे से उड़ान भर सकता है।

  • हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने भारत में ड्रोनियर -228 का निर्माण शुरू किया।

  • सशस्त्र बलों द्वारा अब तक डोर्नियर-228 विमान का इस्तेमाल किया जा चुका है।

  • एलायंस एयर ने डोर्नियर विमान संचालित करने के लिए एचएएल के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे।

By admin: Aug. 12, 2022

9. भारतीय वायुसेना द्विपक्षीय अभ्यास 'उदारशक्ति' में भाग लेने मलेशिया रवाना

Tags: Defence


भारतीय वायु सेना का एक दल 'उदारशक्ति' नामक द्विपक्षीय अभ्यास में भाग लेने के लिए 12 अगस्त को मलेशिया के लिए रवाना हुआ।

उदारशक्ति अभ्यास के बारे में

  • यह भारतीय वायु सेना और रॉयल मलेशियाई वायु सेना (RMAF) के बीच आयोजित किया जा रहा पहला द्विपक्षीय अभ्यास है।

  • यह अभ्यास कुआंटन के RMAF बेस पर होगा।

  • भारतीय वायु सेना सुखोई-30 एमकेआई और सी-17 विमानों के साथ हवाई अभ्यास में भाग लेगी जबकि आरएमएएफ एसयू 30 एमकेएम विमान उड़ाएगी।

  • यह अभ्यास भारतीय वायुसेना के दल के सदस्यों को आपसी युद्ध क्षमताओं पर चर्चा करते हुए आरएमएएफ के कुछ बेहतरीन पेशेवरों के साथ सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और सीखने का अवसर देगा।

  • चार दिनों के अभ्यास में दोनों वायु सेनाओं के बीच विभिन्न हवाई युद्ध अभ्यास किए जाएंगे।

  • इससे दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

  • 2021 में, RMAF ने लड़ाकू जेट खरीदने के लिए पांच देशों: इटली, रूस, चीन, दक्षिण कोरिया और भारत को प्रस्ताव के लिए अनुरोध (RfP) जारी किया।

  • मलेशिया द्वारा सितंबर में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) 'तेजस' खरीदने के अपने फैसले की घोषणा करने की उम्मीद है।

पिच ब्लैक एयर कॉम्बैट एक्सरसाइज

  • भारत और मलेशिया दोनों एक बहुपक्षीय हवाई युद्ध अभ्यास पिच ब्लैक में भाग ले रहे हैं जो रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना (आरएएएफ) द्वारा आयोजित किया जाता है।

  • यह ड्रिल अगले सप्ताह से शुरू हो रही है और इसमें 17 देश भाग ले रहे हैं और 100 विमान डिफेंसिव काउंटर एयर (DCA) और ऑफेंसिव काउंटर एयर (OCA) कॉम्बैट ड्रिल में भाग लेंगे।

  • मलेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस, थाईलैंड, जापान, इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया सहित 17 देश इसमें भाग ले रहे हैं।

By admin: Aug. 9, 2022

10. गुजरात के गांधीनगर में आयोजित होगा डिफेंस एक्सपो का 12वां संस्करण

Tags: Defence

8 अगस्त को रक्षा मंत्रालय ने घोषणा की कि रक्षा एक्सपो का 12 वां संस्करण, भूमि, नौसेना और गृहभूमि सुरक्षा प्रणालियों पर भारत की प्रमुख प्रदर्शनी, गुजरात के गांधीनगर में आयोजित की जाएगी।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • यह आयोजन 18 से 22 अक्टूबर, 2022 के बीच होगा।

  • 12वें संस्करण की थीम - 'पाथ टू प्राइड'

  • यह थीम राष्ट्रवादी गौरव का आह्वान करता है और नागरिकों को एक सक्षम स्वदेशी रक्षा उद्योग की स्थापना के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करता है।

  • पांच दिवसीय कार्यक्रम में तीन व्यावसायिक दिन होंगे और उसके बाद दो सार्वजनिक दिन होंगे।

  • साबरमती रिवर फ्रंट पर सक्रिय भागीदारी और सिंक्रनाइज़ प्रयासों के माध्यम से सशस्त्र बलों, डीपीएसयू और उद्योग के उपकरणों और कौशल सेट का पांच दिनों के लिए लाइव प्रदर्शन किया जाएगा।

  • यह हेलीपैड प्रदर्शनी एक लाख वर्ग मीटर के क्षेत्र में तीन-स्थल प्रारूप में आयोजित किया जाएगा।

  • मार्च 2022 में प्रतिभागियों द्वारा सामना की जा रही रसद समस्याओं के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

  • यह रक्षा क्षेत्र में एशिया का सबसे बड़ा आयोजन है।

डिफेंस एक्सपो 2022 का उद्देश्य

  • रक्षा में आत्मानिभर्ता 'प्राप्त करना और 2024 तक $ 5 बिलियन रक्षा निर्यात लक्ष्य हासिल करना।

  • भारत को थल सेना, नौसेना, वायु सेना और मातृभूमि सुरक्षा प्रणालियों और रक्षा इंजीनियरिंग का एक प्रमुख गंतव्य बनाना।

डिफेंस एक्सपो का महत्व

  • इसमें प्रतिभागियों को अपने उपकरणों और प्लेटफार्मों को प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। 

  • यह व्यावसायिक साझेदारी बनाने के लिए भारतीय रक्षा उद्योग के विस्तार की ताकत और क्षमताओं का पता लगाने में भी सक्षम होगा।

  • यह आयोजन निवेश को बढ़ावा देने, विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करने और प्रौद्योगिकी अवशोषण के रास्ते खोजने में मदद करेगा।

डिफेंस एक्सपो के बारे में

  • डिफेंस एक्सपो का 11वां संस्करण 2020 में लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में आयोजित किया गया था।

  • यह रक्षा मंत्रालय का एक प्रमुख द्विवार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें थल सेना, नौसेना, वायु सेना और मातृभूमि सुरक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया जाता है।

रक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां

  • पिछले पांच वर्षों में रक्षा निर्यात में 334% की वृद्धि हुई है।

  • भारत 75 से अधिक देशों को रक्षा निर्यात कर रहा है।

  • फरवरी 2021 में, भारत बेंगलुरू में एक हाइब्रिड एयरोस्पेस प्रदर्शनी, एयरो इंडिया-2021 आयोजित करने वाला पहला देश था।


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