भारतीय तट रक्षकों हेतु डोर्नियर विमानों के निर्माण के लिए रक्षा मंत्रालय और एचएएल के मध्य समझौता
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7 जुलाई, 2023 को रक्षा मंत्रालय ने नई दिल्ली में 458.87 करोड़ रूपए की कुल लागत पर एसोशिएटेड इंजीनियरिंग सपोर्ट पैकेज के साथ भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के लिए 2 डोर्नियर विमानों की खरीद हेतु हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक अनुबंध किया।
खबर का अवलोकन:
- इस विमान में कई उन्नत उपकरण जैसे ग्लास कॉकपिट, समुद्री गश्ती रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिक इंफ्रा-रेड डिवाइस, मिशन प्रबंधन प्रणाली आदि से लैस होंगे।
- इसके जुड़ने से आईसीजी की जिम्मेदारियों के तहत आने वाले समुद्री क्षेत्रों की हवाई निगरानी क्षमता को और बढ़ावा मिलेगा।
- डोर्नियर विमानों का कानपुर के एचएएल (परिवहन विमान प्रभाग) में स्वदेशी रूप से विनिर्माण किया जाता है।
- रक्षा मंत्रालय के इस पहल से सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ के अनुरूप रक्षा में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में उल्लेखनीय योगदान होगा।
हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल):
- स्थापना: 23 दिसंबर 1940 (1942 से विमान निर्माण आरंभ)।
- संस्थापक: वालचंद हीराचंद द्वारा बैंगलोर में हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड के रूप में की गई थी।
- हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के रूप में इसका गठन 1 अक्टूबर 1964 को हुआ।
- मुख्यालय: बैंगलोर
- प्रबंधन: भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त निदेशक मंडल द्वारा किया जाता है।
- एचएएल एचएफ-24 मारुत लड़ाकू-बमवर्षक भारत में निर्मित पहला स्वदेशी लड़ाकू विमान था।
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