केंद्र ने विशाखापत्तनम में आईएनएस सिंधुकीर्ति पनडुब्बी की मरम्मत के लिए एचएसएल के साथ 934 करोड़ रुपये के सौदे पर हस्ताक्षर किए

Tags: Defence National News

13 मार्च, 2023 को 'आत्मनिर्भर भारत' को प्राप्त करने के लिए एक और बढ़ावा देने के लिए, रक्षा मंत्रालय ने 934 करोड़ रुपये की कुल लागत पर हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (HSL), विशाखापत्तनम में सिंधुकीर्ति पनडुब्बी के सामान्य मरम्मत के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।

खबर का अवलोकन

  • सिंधुकीर्ति तीसरी किलो क्लास डीजल इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है। 

  • इस परियोजना में 20 से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) शामिल हैं और परियोजना अवधि के लिए प्रति दिन 1,000 मानव-दिवस का रोजगार सृजित करेगा।

आईएनएस सिंधुकीर्ति पनडुब्बी

  • यह एक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है।

  • इसे 7 जून, 1990को कमीशन किया गया था और तब से यह विभिन्न क्षमताओं में देश की सेवा कर रही है।

  • जलमग्न होने पर इसका विस्थापन 1860 टन है और लंबाई 67.5 मीटर है।

  • डूबने पर पनडुब्बी की अधिकतम गति 20 समुद्री मील (लगभग 37 किमी प्रति घंटा) होती है और यह 300 मीटर की गहराई तक गोता लगा सकती है। 

  • यह छह 533 मिमी टारपीडो ट्यूबों से लैस है और 18 टारपीडो या मिसाइल तक ले जा सकता है।

हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (HSL) के बारे में

  • शिपयार्ड 'हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड' विशाखापत्तनम में स्थित है।

  • यह देश का पहला जहाज निर्माण यार्ड है।

  • स्थापना -21 जून 1941

  • निर्माण - वालचन्द हीराचन्द

Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -

Date Wise Search