चीन, पाकिस्तान सीमा पर तैनात करने के लिए सरकार ने सशस्त्र बलों के लिए 120 प्रलय बैलिस्टिक मिसाइलों को मंजूरी दी
Tags: Defence
केंद्रीय रक्षा मंत्रालय ने 25 दिसंबर 2022 को चीन पाकिस्तान सीमाओं पर तैनात की जाने वाली लगभग 120 प्रलय बैलिस्टिक मिसाइलों को खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस मिसाइल को पहले भारतीय वायुसेना और फिर भारतीय सेना में शामिल किया जाएगा।
प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल युद्ध के उपयोग के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एक कनस्तरीकृत सामरिक, सतह से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है।
प्रलय मिसाइल तरल ईंधन वाली पृथ्वी -1 मिसाइल की जगह लेगी जो भारतीय सेना द्वारा उपयोग की जा रही है। पृथ्वी-1 की मारक क्षमता 150 किलोमीटर है और इसमें 1 टन विस्फोटक ले जाने की क्षमता है। तरल ईंधन वाले रॉकेट अधिक सटीक होते हैं लेकिन महंगे होते हैं और मौसम की स्थिति इसके प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं।
प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी -1 मिसाइल से बेहतर है । इन मिसाइलों की रेंज 150 से 500 किलोमीटर है। यह एक ठोस ईंधन वाला रॉकेट है जो अर्ध-बैलिस्टिक प्रक्षेपवक्र का अनुसरण करता है और एंटी-बैलिस्टिक इंटरसेप्टर को हराने के लिए मध्य वायु दिशा परिवर्तन कर सकता है।
प्रलय एक सामरिक मिसाइल है जो चीन और पाकिस्तान में सैन्य लक्ष्यों को तबाह कर सकताहै और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन करने की क्षमता रखताहै।
डीआरडीओ अध्यक्ष: समीर कामत
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -